कृषि कानून की वापसी के बाद कांग्रेस की मांग- आंदोलनरत मृत किसानों को शहीद का दर्जा दे सरकार
पटनाः बिहार कांग्रेस ने तीन काले कृषि कानून की वापसी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले के बाद मांग करते हुए कहा कि तत्काल संसद का विशेष सत्र बुलाकर इसकी आधिकारिक घोषणा करने के साथ ही आंदोलन के दौरान मृत किसानों को शहीद का दर्जा दिया जाए।
प्रदेश अध्यक्ष एवं विधान पार्षद मदन मोहन झा ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में संवाददाताओं से बातचीत में पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और बिहार कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को इस लंबे आंदोलन को चलाए रखने का श्रेय देते हुए कहा कि पार्टी के बिहार मामलों के प्रभारी भक्त चरण दास के नेतृत्व में प्रदेश के 36 जिलों में किसान सत्याग्रह यात्रा के तहत पदयात्रा का आयोजन किया गया। इसके बाद दिल्ली में भी लगातार किसानों के समर्थन में संघर्ष करने वाले पार्टी के साथी इसके लिए धन्यवाद के पात्र हैं।
वहीं मदन मोहन झा ने कहा कि आंदोलन के दौरान किसान नेताओं और किसानों पर हुए सभी मामलों को सरकार को वापस लेना चाहिए। आंदोलन के दौरान जो लोग किसानों को खालिस्तानी और आतंकवादी बोल रहे थे उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणाओं पर लोगों को विश्वास नहीं रह गया है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि कहीं यह घोषणा भी प्रत्येक लोगों को 15 लाख रुपए और 2 करोड़ रोजगार की तरह ही चुनावी जुमला ना साबित हो जाए। इसी अविश्वास के कारण अब तक किसान अपने घरों को नहीं लौटे हैं।