रेवाड़ी में दिव्यांगजनो के लिये आयोजित शिविर में पहुंचे राज्य आयुक्त राजकुमार मक्कड़

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रेवाड़ी : महाराजा अग्रसेन स्कूल में राज्य आयुक्त राजकुमार मक्कड़ का आगमन  हुआ। आयुक्त राजकुमार ने मंच से दिव्यांगजनो के लिये सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओ बारे विस्तार से बताया। जैसे कि सरकार की तरफ से दिव्यांगजनो के रोजगार के लिये लोन भी दिया जाता है, जिसमे 150,000/- रुपये दिए जाते हैं। जिससे परचून की दुकान आदि कर सकते हैं । उस दुकान में 15000, मासिक बचत का लक्ष्य माना है । अगर किस माह 15,000/- की बचत नही होती है तो उसकी भरपाई सरकार करेगी।

 

जिला रेवाड़ी में दिव्यांगजनो के रोजगार हेतु वीटा स्टोर खोलने के लिये भी सरकार द्वारा जिला रेवाड़ी में 2000 स्थान चिन्हित किये हैं, जिसमे 7 दिव्यांगजन और 7 सदस्य सामान्य गरीब बेरोजगार नागरिक मिलकर ये स्टोर ले सकते हैं। जिन्हें 16 घण्टे तक खोलकर कार्य किया जा सकता है।दिव्यंजनो के लिये नौकरी में आरक्षण, पदोंति का प्रवधानः के बारे अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि निजी स्कूलों में भी दिव्यांगजनो के लिये निशुल्क शिक्षा का प्रवधान है।

आयुक्त दिव्यांगजन ने इसके अतिरिक्त ये भी बताया कि  नारनौल में दिव्यांगजनो के लिये पूरे हरियाणा का एक मात्र हस्पताल है जहाँ पर कृत्रिम अंग, जो बहुत महंगे होते हैं , वे इस हस्पताल में दिव्यांगजनों के लिये नि:शुल्क तैयार किये जाते हैं।इसके अलावा करनाल में बड़ा हस्पताल है, जो कि पूरे भारत वर्ष का सबसे बड़ा दिव्यांगजनो के लिये हस्पताल का निर्माण कार्य चल रहा है , जिसमे मानसिक दिव्यांग जैसे भी रह पाएंगे। 

हरियाणा में अम्बाला जिले में भी हरियाणा का बड़ा हस्पताल तैयार किया जा रहा है । आज के कार्यक्रम में काफी दिव्यांगजनो के लिये कृत्रिम अंग के लिये नाप तोल लिए गए, जिनका कृत्रिम अंग लगभग 10 या 12 दिन में बनकर जरूरतमंद को मिल जाएंगे।आज के कार्यक्रम में कैलाश चंद एड्वोकेट ने आयक्त दिव्यांगजन हरियाणा से सीधे तौर पर दिव्यांगजनो को लेकर मुलाकत की और उनकी समस्याएं भी उनके समक्ष रखी जिसमे बताया कि कुछ दिव्यांगजन मेडिकल सर्टिफ़िकेट के लिये नागरिक हस्पताल के चक्कर लगाते रहते है ,परन्तु उनके सर्टिफ़िकेट नही बन पाते । जबकि नियमानुसार दिव्यांगजन के हस्पताल आने जाने के लिये राज्य सरकार स्वयं प्रबंध करे, काफी दिव्यांगजनो के पैंशन, बी.पी.एल. कार्ड के लिये धक्के खाते रहते हैं, परन्तु राजकीय कार्यालयों के अधिकारी उनकी समस्या का समाधान ही नही करते हैं। कैलाश चंद एड्वोकेट ने आयक्त के सामने ऐसे भी कुछ दिव्यांग जन सामने किये जिन्होंने 2 वर्ष से अधिक समय से बी.पी.एल. राशन कार्ड के लिये चक्कर लगा रहे हैं , परन्तु आजतक उनके बी.पी.एल. कार्ड नही बन पाए।

कैलाश चंद एड्वोकेट ने आयुक्त को ये भी बताया कि आपके आगमन के बारे में जिला प्रसाशन ने पूरे जिले में प्रचार ही नहीं किया , अगर जिले के अधिकारी इस बारे गांव – गांव तक प्रचार करते तो हजारों  जरूरतमन्द आज आपके सामने फरियाद लेकर पहुचते। और भी काफी समस्याओ के बारे में कैलाश चंद अधिवक्ता ने राज्य आयुक्त को अवगत करवाया .