साहित्यकार,अधिकारी व कवि की त्रिमूर्ति है नरेन्द्र आहूजा-सत्य भूषण आर्य(जिला व सत्र न्यायाधीश)

Spread This

दिल्ली, मामेंद्र कुमार : शनिवार 4 दिसम्बर 2021, केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में हरियाणा राज्य औषधि नियंत्रक “श्री नरेन्द्र आहुजा विवेक” की सरकारी सेवा निवृत्ति एवं सामाजिक सेवा में सक्रिय पदार्पण पर सम्मान समारोह” ऑनलाइन आयोजित किया गया । यह कोरोना काल में 323 वां वेबिनार था। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि आहुजा जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी है,उन्होंने सरकारी नौकरी, समाजसेवा, लेखक, कवि,साहित्यकार के रूप में जीवन को जिया है । अब वह महर्षि दयानंद के अनुगामी के रूप समाज उपकार का कार्य करेंगे, समस्त आर्य जगत की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं ।

जिला व सत्र न्यायाधीश सत्यभूषण आर्य ने कहा कि आहुजा जी का व्यक्तित्व सबको आकर्षित करता है । पद व अधिकार से परे सरलता,मिलनसारिता के पर्याय है । आर्य केन्द्रीय सभा गुरुग्राम के प्रधान लक्ष्मण पाहुजा ने कहा कि नरेन्द्र आहूजा जी को समाजसेवा की प्रेरणा अपने माता-पिता से मिली हैं। नरेन्द्र जी से जब भी किसी ने सहायता मांगी हैं तो इन्होंने किसी को भी निराश नहीं किया हैं। आचार्य मनोज अंबाला ने कहा कि नरेन्द्र आहूजा विवेक के प्रवचनों से लोगो को जीवन में एक नई राह व प्रेरणा मिलती है।

पूर्व मेट्रो पोलटेंन मैजिस्ट्रेट ओम सपरा ने कहा कि नरेन्द्र आहूजा विवेक ने जीवन में उत्तम गुणों से उत्कर्ष स्थान प्राप्त किया है। वे एक साहित्यकार, अधिकारी व कवि हृदय है। ये प. लेखराम के मिशन तहरीर व तकरीर दोनों पर खरे उतरे हैं।
आर्य केन्द्रीय सभा फरीदाबाद के प्रधान डॉ. गजराज आर्य ने कहा कि नरेन्द्र आहूजा विवेक ने सरकारी अधिकारी होते हुए भी समस्त क्षेत्र में अपनी गतिविधियों की सक्रियता रखी।

अंबाला कैण्ट से विजया गुप्ता जी ने कहा कि नरेन्द्र आहूजा विवेक ने गृहस्थ होते हुए भी आध्यात्मिक जीवन जिया है। वे संत प्रवृति के व्यक्ति है। आर्ष कन्या गुरुकुल हजारीबाग,झारखंड से आचार्य कृष्ण प्रसाद कौटिल्य ने नरेन्द्र आहूजा विवेक को धर्मांतरण सहित अनेक समस्याओं के निवारण हेतु झारखंड में आमंत्रित किया। पतंजलि योग समिति हरियाणा के प्रभारी ईश आर्य ने कहा कि रिश्ते बनाना और निभाना अगर किसी को सीखना है तो नरेन्द्र आहूजा विवेक उसके अच्छे उदाहरण है। गुरुकुल कण्वाश्रम,कोटद्वार के अध्यक्ष योगिराज विश्वपाल जयन्त ने कहा कि नरेन्द्र जी को वीर भरत की धरती पर अवश्य आना चाहिए। यहां समाज को लेकर अनेक नए प्रकल्प चल रहे हैं।

बिहार सोशल व फैमिली लाइफ तीनों में सफलता प्राप्त की। उत्तर प्रदेश प्रान्तीय महामंत्री प्रवीन आर्य ने कहा कि विवेक जी 35 बार से ज्यादा रक्तदान कर चुके हैं यह प्रेरणा योग्य है । केन्द्रीय आर्य युवक परिषद हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र कुकरेजा ने कहा प्यार, सेवा, समर्पण आहूजा जी के स्वभाव की सबसे अच्छी विशेषता है। आचार्य भानुप्रकाश वेदालंकार(इंदौर), आचार्य महेन्द्र भाई(दिल्ली), जितेन्द्र सिंह आर्य(बल्लभगढ़), हरिओम आर्य,दीप्ति सपरा, प्रतिभा कटारिया आदि ने कार्यक्रम में भविष्य के लिए श्री नरेन्द्र आहूजा विवेक जी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद हरियाणा के प्रान्तीय प्रभारी श्री नरेन्द्र आहूजा विवेक ने सर्वप्रथम महर्षि दयानंद सरस्वती जी व आर्य समाज का आभार व्यक्त किया जिनके विचारों के कारण सभी आर्य जन यहाँ इकट्ठा हो पाए। आहूजा ने कहा कि सेवानिवृत होना सिर्फ राह का परिवर्तन है। अब वह नए जोश, ऊर्जा, शक्ति से सामाजिक रुप से आगे बढ़ेंगे। उन्होंने संकल्प लिया कि ऋषि दयानंद के सपनों को पूरा करने के लिए सभी को एकजुट होना होगा। नरेन्द्र आहूजा विवेक जी ने देश के विभिन्न राज्यों के अध्यक्ष व प्रभारियों का भी कार्यक्रम में उपस्थित रहने व शुभकामनाएं देने के लिए विशेष धन्यवाद किया।

कार्यक्रम में गायिका अंजू आहूजा(पंचकूला), रविंद्र गुप्ता(फरीदाबाद), जनक अरोड़ा(पानीपत),यश वर्मा, विनोद वर्मा, दीप्ति सपरा(यमुनानगर), विजया गुप्ता(अम्बाला), प्रवीना ठक्कर(मुम्बई),उर्मिल आर्य (गुरुग्राम), कमलेश चांदना,अश्विनी आर्य(नरवाना) आदि ने ईश्वर भक्ति के गीतों से समा बांध दिया।