10 दिसंबर को रिलीज होगी प्रदीप पांडेय चिंटू की ‘माई बाबू जी के आशीर्वाद’
मुंबई, मामेंद्र कुमार : रत्नाकर कुमार प्रस्तुत भोजपुरी फिल्मों के स्टार कलाकार प्रदीप पांडेय चिंटू की आने वाली भोजपुरी फिल्म ‘माई बाबू जी के आशीर्वाद’ की रिलीज डेट सामने आ गई है। जीहाँ ये फिल्म 10 दिसंबर को सम्पूर्ण भारत मे दस्तक देने को तैयार है। हाल ही में फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया था, लजिसे दर्शकों का काफी जोरदार रिस्पॉन्स मिला है। वर्ल्डवाइड रिकॉर्डस के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किए इस ट्रेलर को अब तक 22 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं और 37 हजार यूजर्स ने इसे लाइक किया है। ट्रेलर में फिल्म के कई तरह के इमोशन्स को दिखाया है। एक तरफ परिवार के लिए प्रदीप का प्यार, तो दूसरी तरफ गलत के खिलाफ गुस्सा और साथ में धमाकेदार डांस का तड़का भी इसमें देखने को मिल रहा है। फिल्म की कहानी हर भारतीय परिवार से कनेक्ट करेगी। इस फिल्म के ट्रेलर में प्रदीप पांडेय चिंटू संचिता बनर्जी, काजल यादव, अवधेश मिश्रा ,सुधा झा,अनिता रावत ,कारण पांडेय और कई बड़े कलाकार नजर आ रहे हैं। वर्ल्डवाइड फिल्म प्रोडक्शन्स के बैनर तले बनी इस फिल्म के निर्माता है प्रदीप सिंह, प्रतीक सिंह और निर्देशक है रफीक लतीफ शेख हैं। जिस तरह से ट्रेलर को दर्शकों की तगड़ी प्रतिक्रिया मिल रही है, फिल्म का हिट होना भी तय माना जा रहा है। ट्रेलर में एक्टर का उनके माता पिता के साथ एक खास रिश्ता दिखाया गया है। वो प्रेम जो हर हिंदुस्तानी परिवार में होता है। साथ ही इस 4 मिनिट के वीडियो में जोरदार डांस और संगीत भी दिखाई दिया। इसे देखकर साफ पता चल रहा है कि मूवी आते ही धमाका करने वाली है और दर्शकों को पसंद आने वाली है.
इस फिल्म के बारे में बात करते हुए निर्माता प्रदीप सिंह और प्रतीक सिंह ने बताया कि ‘ये पूरी तरह से एक पारिवारिक परिवेश की कहानी दर्शाएगी। अपने नाम के मुताबिक ये एक साफ सुथरी मनोरंजक फिल्म है। इसमें प्रदीप पांडेय चिन्टू का रोल और उनका लुक काफी डिफरेंट है। फिल्म में चिन्टू, संचिता बनर्जी और काजल यादव की तिकड़ी दिखने वाली है’।
प्रदीप पांडेय चिंटू ने कहा कि फिल्म की कहानी बेहद दमदार है, जिसमें समाज के लिए एक मैसेज भी है। जीवन मे माता पिता का आशीर्वाद प्राप्त करना कितना जरूरी और अहम होता है। फिल्म की वन लाइन स्टोरी इसी बात के इर्दगिर्द घूमती है। असल में मेरा किरदार इस फिल्म में एक दम ऐसा है जैसा कि मैं वास्तविक जीवन में मैं अपने माता पिता से प्यार करता हूँ। जीवन मे माता पिता से बढ़कर कोई और नहीं होता है। तो इनके प्रति हमारी भावनाएं एक बेटे की क्या भावनाएं होने चाहिए यही इस फिल्म की कहानी है।