DATA STORY: पिछले वर्ष डेल्टा के प्रकोप से अप्रैल में हुए थे एक लाख के पार मामले, इस बार जनवरी से ही बढ़ने लगा खतरा
भारत में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से बढ़ने लगी है। अचानक ही मामले 90 हजार से अधिक हुए और अब ये मामले एक लाख से भी अधिक हो गए हैं। इसको देखते हुए इस बार की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। वहीं यदि पिछले साल से मामलों की तुलना की जाए तो ये बात स्पष्ट हो जाती है कि इस बार मामले पहले की तुलना में अधिक जल्दी बढ़े हैं। आपको बता दें कि पिछले वर्ष जब जनवरी के दौरान देश में कोरोना की दूसरी लहर आई थी और डेल्टा वैरिएंट का प्रकोप बढ़ना शुरू हुआ था तब देश में सक्रिय मामलों की संख्या सबसे कम थी।
पिछले वर्ष जनवरी से लेकर 20 मार्च तक हर रोज आने वाले नए मामलों की संख्या 10-21 हजार के बीच बनी हुई थी। 20 मार्च को पहली बार देश में 40953 नए मामले सामने आने के बाद दहशत का माहौल बनना शुरू हो गया था। इसके साथ ही राज्यों ने भी कमर कसनी शुरू कर दी थी और स्कूलों, बाजारों के बंद होने का सिलसिला शुरू होने लगा था। धीरे-धीरे मामलों के बढ़ने के साथ ही राज्यों ने अपने यहां पर प्रतिबंधों का दायरा बढ़ाया और ये दायरा राज्यव्यापी लाकडाउन तक जा पहुंचा था।
25 मार्च को देश में 53 हजार और 1 अप्रैल को 72 हजार से अधिक मामले सामने आए थे। 3 अप्रैल को पहली बार देश में कोरोना के 90 हजार से अधिक नए मामले सामने आए थे। इसके बाद 7 अप्रैल को ये आंकड़ा बढ़कर सवा लाख को पार कर गया था। इसके साथ ही देश के अस्पतालों में मरीजों की तादाद लगातार बढ़ने लगी थी। 10 अप्रैल को देश में करीब डेढ़ लाख मामले आए थे और 15 अप्रैल को ये बढ़कर 2 लाख से अधिक हो गया था। अप्रैल खत्म होते होते कोरोना के नए मामले तीन लाख के पार हो चुके थे। 1 मई को देश में पहली बार चार लाख से अधिक मामले रिकार्ड किए गए थे। 7 मई को देश में 4.14 लाख मामले सामने आए थे। इसके बाद कोरोना के मामलों में गिरावट का दौर शुरू हुआ था जो दिसंबर 2021 तक जारी रहा था।
ये आंकड़े इसलिए बेहद खास है क्योंकि ओमिक्रोन वैरिएंट, जिसका देश में पहला मामला दिसंबर के अंत में सामने आया था, के बाद से मामलों में तेजी देखी जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन लगातार इसको लेकर आगाह कर रहा है। भारत में दूसरी लहर के दौरान मरीजों का जो आंकड़ा सवा चार लाख तक पहुंचा था उसके पीछे डेल्टा वैरिएंट ही था, जिसकी संक्रमण की रफ्तार काफी अधिक थी और ये अत्यधिक घातक भी था।
आइये सिलसिलेवार डालते है एक नजर :-
1 जनवरी 2021:- इस दिन सक्रिय मामलों की संख्या सबसे कम स्तर पर थी। महामारी की वजह से होने वाली मौतों की संख्या भी कम हुई थी। ठीक होने वाले मरीजों की दर 96.08 फीसद थी, जबकि मृत्युदर 1.45 फीसद पर थी। इस दिन देश में 20,035 नए मामले सामने आए थे आ 256 और मरीजों की मौत हुई थी।
7 जनवरी 2021:- इस दिन 20,346 मामले सामने आए हैं और 222 लोगों की मौत हुई है, वहीं 19,587 मरीज ठीक भी हुए थे।
15 जनवरी 2021:- इस दिन 15,590 नए मामले सामने आए, 15,975 लोग ठीक हुए, जबकि 191 लोगों की मौत हुई।
25 जनवरी 2021:- केरल और महाराष्ट्र को छोड़कर ज्यादातर राज्यों में स्थिति में तेजी से सुधार हुआ। इस दिन देश में सबसे कम मौत रिकार्ड की गईंं जो 131 थीं। जबकि इससे पहले 17 मई 2021 को 120 लोगों की जान गई थी।
31 जनवरी 2021:- दिन देश में 13,203 नए मामले सामने आए थे और 13,298 मरीज ठीक हुए थे। इस दिन तक देश में कोरोना से होने वाली मृत्युदर 1.44 फीसद पर बनी हुई थी।
1 फरवरी 2021:- इस दिन देश में 11,427 नए मामले सामने आए जबकि 11,858 मरीज ठीक हुए थे। इसके अलावा 117 मरीजों की जान गई थी।
10 फरवरी 2021:- देश में कोरोना वायरस के 11,067 नए मामले सामने आए और 94 लोगों की मौत हुई जो अब तक की सबसे कम संख्या थी।
17 फरवरी 2021:- 11610 मामले आए और 100 लोगों की मौत हो गई। वहीं इस दौरान 11 हजार 833 मरीज ठीक हुए।
5 मार्च :- 2021देश में 34 दिन बाद देश में सबसे ज्यादा 17,407 नए मामले सामने आए हैं और 89 मरीजों की जान भी गई। इसके बाद मामले लगातार बढ़ते ही चले गए थे।
10 मार्च 2021:- देश में 17,921 मामले आए और 133 लोगों की मौत हुई। इनमें सबसे अधिक मौत महाराष्ट्र में, फिर पंजाब, केरल में हुई थीं।
15 मार्च 2021:- देश में 26,291 नए मामले सामने आए और 118 मरीजों की मौत हुई। देश में संक्रमितों की संख्या 1.13 करोड़ हो गई।
20 मार्च 2021:- देश में कोरोना के 40,953 मामले आए और 188 संक्रमितों की मौत हुई। इसके साथ ही कुल संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 1,15,55,284 हो गया और मौतों की संख्या 1,59,558 हो गई।
25 मार्च 2021:- महाराष्ट्र सरकार ने नांदेड़ और बीड में लाकडाउन की घोषणा की। देश में इस दिन 53 हजार से अधिक मामले सामने आए जबकि 251 मरीजों की मौत हो गई। देश में सामने आए कुल मामलों में करीब 80 फीसद मामले महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और गुजरात से थे।
1 अप्रैल 2021:- कोरोना के देश में 72 हजार से ज्यादा मामले सामने आए और 459 से अधिक मरीजों की मौत हो गई।
3 अप्रैल 2021:- देश में 90 हजार से अधिक मामले रिकार्ड किए गए।
6 अप्रैल :- देशभर में 96,982 नए मामले सामने और केस मिले हैं और 50,143 मरीज ठीक हुए। इस दौरान 446 मरीजों की जान गई।
7 अप्रैल 2021:- देश भर में कोविड-19 के कुल 1,26,789 नए मामले सामने आए और 685 संक्रमितों की मौत हो गई।
10 अप्रैल 2021:- देश में 1,45,384 नए मामले आए जबकि इस दौरान हुई मौतों की संख्या 795 थी। इसके साथ ही राज्यों ने पाबंदियां भी बढ़ानी शुरू कर दी थीं। महाराष्ट्र में वीकेंड लॉकडाउन, तो राजस्थान के 9 शहरों और कर्नाटक ने सात जिलों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया। ओडिशा ने छत्तीसगढ़ से लगती सीमा को सील कर दिया था।
15 अप्रैल 2021:- देश में कोरोना के करीब 2 लाख नए मामले सामने आए और एक हजार से अधिक मौतें हुई। अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट और कब्रिस्तानों में लोगों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा था। देश में चारों तरफ बड़ा भयावह मंजर देखने को मिल रहा था।
21 अप्रैल 2021:- संक्रमण का आंकड़ा 3 लाख के पार चला गया था। साथ ही मरने वालों की संख्या भी काफी बढ़ गई थी।
1 मई 2021:- महामारी की शुरुआत से देश में पहली बार कोरोना के 4,01,993 नए मामले आए और 3,523 मरीजों की मौत हुई थी।
7 मई 2021:- देश में 4,14,188 नए मामले सामने आए और मरने वालों की संख्या 3,915 तक जा पहुंची।
9 मई 2021:- कोरोना वायरस संक्रमण के 4 लाख 3 हजार 738 मामले सामने आए और 4,092 मरीजों की मौत हुई।10 मई 2021:- जनवरी से जो मामले बढ़ने शुरू हुए थे उसमें पहली बार गिरावट का दौर देखने को मिला। देश में 3.66 लाख नए मामले आए जबकि 3,754 लोगों की मौत हुई है और 3.53 लाख मरीज ठीक हुए।
15 मई 2021:- देश में 3,26,098 मामले आए और 3,53,299 मरीज ठीक भी हुए।
20 मई 2021:- देश में कोरोना के नए मामले 276070 रिकार्ड किए गए, जबकि इस दौरान हुई मौतों का आंकड़ा 3,874 रहा।
31 मई 2021:- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत में पहली बार सामने आए कोरोना के नए वैरिएंट B.1.617.2 को डेल्टा का नाम दिया।
31 मई 2021:- देश में 50 दिन बाद कोरोना के सबसे कम 1.52 लाख मामले सामने आए और 3,100 लोगों की कोरोना के कारण मौत हुई।
10 जून 2021:- इस दिन देश में कोरोना से सबसे अधिक मौत हुई थीं। इस दौरान देश में 94,052 नए कोरोना केस आए और 6148 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
20 जून 2021:- देश में 81 दिन के बाद साठ हजार से कम कोरोना के मामले सामने आए। इस दिन देश में 58,419 केस मिले हैं, 1,576 मौतें हुई हैं और 87,619 लोग स्वस्थ हुए।
30 जून 2021:- देश में 45,951 मामले आए और रिकवरी रेट भी 6.92 फीसद हो गया।
15 जुलाई 2021:- देश में 41,806 नए मामले सामने आए और 581 मरीजों की मौत हुई।
25 जुलाई 2021:- देश में 29 हजार के करीब मामले सामने आए।
31 जुलाई 2021:- भारत में कोरोना के 41,649 नए मामले दर्ज किए गए और 37,291 मरीज ठीक हुए। इसके अलावा 593 मौत भी हुईं।
15 अगस्त 2021:- देश भर में 36 हजार मामले आए और 493 मरीजों की मौत हुई।
24 अगस्त 2021:- देश में कुल 25 हजार मामले सामने आए।
25 अगस्त 2021:- देश में कोरोना के नए मामलों की संख्या 37593 रिकार्ड की गई और 34,169 मरीज ठीक हुए।
31 अगस्त 2021:- देश में कोरोना के 30,941 नए मामले आए और 36,275 मरीज ठीक हुए।
15 सितंबर 2021:- देश में 27,176 मामले आए और 284 मौतें हुई।
30 सितंबर 2021:- देश में कोरोना के 23,529 नए मामले दर्ज किए गए और 28,718 मरीज ठीक हुए।
15 अक्टूबर 2021:- देश भर में कुल 16,862 नए मामले आए और 379 मरीजों की मौत भी हुई।
30 अक्टूबर 2021:- देश में 14,313 मामले आए।
15 नवंबर 2021:- देश में 10,229 नए मामले मिले हैं और 125 लोगों की जान गई। इस दौरान सक्रिय मामले भी 1,822 कम हुए हैं।
30 नवंबर 2021:- इस दिन देश में कोरोना के 6,990 नए मामले आए थे जो 551 दिन में सबसे कम थे। इस दिन 190 मरीजों की मौत हुई है।
15 दिसंबर 2021:- कोरोना वायरस के 6,984 मामले आए।
31 दिसंबर 2021:- देशभर में कोरोना के लगभग 17 हजार नए मामले सामने आए और 220 मरीजों की मौत भी हुई है।