355 वीं जयंती पर गुरु गोबिंद सिंह जी को किया नमन
दिल्ली, मामेंद्र कुमार (चीफ एडिटर) : गुरु गोबिन्द सिंह जी ने देश व धर्म की रक्षा के लिये सर्वस्व होम कर दिया -राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य
शिक्षाविद प्रवीन भाटिया सुरीले गायक थे-कैप्टन अशोक गुलाटी केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में दशम सिख गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया,साथ ही शिक्षाविद आर्य गायक प्रवीन भाटिया को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यह परिषद का कोरोना काल मे 335 वां वेबिनार था।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने हिन्दू धर्म रक्षक गुरु गोविंद सिंह जी की 355 वीं जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी एक महान स्वतंत्रता सेनानी रहे साथ ही उन्हें कविताओ में भी रूचि थी। इनके त्याग,बलिदान व वीरता से ही मुगल अत्याचारों का मुकाबला हो सका और हिंदुओ की रक्षा हो सकी। यह दिन गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के रुप में मनाया जाता है। उनके लिए शब्द प्रयोग किया जाता है की “सवा लाख से एक लड़ांऊ” उनके अनुसार शक्ति और वीरता के संदर्भ में उनका एक सिख सवा लाख लोगों के बराबर है। वीर योद्धा गोबिंद सिंह जी का बलिदान सदियों तक समाज का मार्ग प्रशस्त करता रहेगा उन्होंने अपने परिवार को भी बलिदान कर दिया पर इस्लाम स्वीकार नहीं किया ।
आर्य नेता कैप्टन अशोक गुलाटी (उपप्रधान,आर्य समाज सेक्टर 33,नोएडा) ने कहा कि आर्य समाज सेवी प्रवीन भाटिया शिक्षा विद व मधुर गायक थे,उनके अचानक 55 वर्ष की आयु में निधन से अपार क्षति हुई है । वह दयानन्द मॉडल स्कूल विवेक विहार दिल्ली के प्रबंधक थे उनकी युवा उत्थान में वे समाजसेवा में गहरी रुचि थी ।
कवियित्री रीता जयहिंद ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने ही खालसा पंथ की स्थापना कर सिखों को पंच ककार दिये।वे साहस और शौर्य के प्रतीक होने के साथ ही विद्वानों के भी संरक्षक थे।यही कारण है कि उन्हें संत सिपाही भी कहा जाता था।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद उत्तर प्रदेश के प्रांतीय महामंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि कहा कि हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करना चाहिए।
गायिका दीप्ति सपरा,नरेन्द्र आर्य सुमन,नरेश खन्ना, रजनी गर्ग,प्रवीन आर्या पिंकी,रविन्द्र गुप्ता,सुदेश आर्या,उषा आहुजा, रजनी चुघ,नताशा कुमार(बैंगलोर), आदि ने अपने गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुख्य रूप से सीमा भाटिया, कविता भाटिया, ऋचा मल्होत्रा,आचार्य महेन्द्र भाई,वीना आर्या,उर्मिला आर्या,देवेन्द्र गुप्ता,डॉ रचना चावला,राजेश मेहंदीरत्ता,सुरेंद्र शास्त्री,आस्था आर्या आदि उपस्थित थे।