रक्षा सौदे में रिश्वत मामला: बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, संजय भंडारी और रॉबर्ट वाड्रा का लिया नाम
हरियाणा रोडवेज विभाग के घाटे में जाने के कारणों में से एक बड़े कारण का खुलासा पानीपत डिपो से हुआ है। इस खुलासे के बाद पानीपत डिपो के महा प्रबंधक ने विभाग के 6 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। पानीपत डिपो महाप्रबंधक कुलदीप जांगड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि ये कर्मचारी अपनी ड्यूटी में लापरवाही तो कर ही रहे थे साथ ही विभाग को चूना लगा रहे थे। विभाग के ही कर्मचारियों द्वारा चूना लगाना, कहीं न कहीं घाटे का एक कारण तो बन ही गया है।
दरअसल, यह कर्मचारी पुरानी टिकट यात्रियों को दे रहे थे और पैसा अपनी जेब में डाल रहे थे। इसके अलावा निजी बसों को फायदा पहुंचाने के लिए रोडवेज बसों को दूसरे रूट पर चला रहे थे। इतना ही नहीं एक ड्राइवर ने तो हद ही कर दी कि वह हरिद्वार से केवल एक यात्री को लेकर पानीपत पहुंच गया। एक हफ्ता पहले ही कुर्सी संभालने वाले डिपो महाप्रबंधक ने इन कर्मचारियों की कारगुजारी को देखते हुए दो ड्राइवर व चार कंडक्टर को सस्पेंड कर दिया है। बता दें कि एक कंडक्टर के पास पुरानी टिकटें मिली, जो बस से उतरने वाले यात्रियों से टिकट वापस लेकर नए यात्रियों को बेच देता था। वहीं एक कंडक्टर और यूनियन नेता बिना सूचना के ही लंबे वक्त से छुट्टी पर चल रहे थे, जिनकी महाप्रबंधक ने छुट्टी ही कर दी।
पानीपत डिपो महाप्रबंधक ने कहा कि रोडवेज विभाग को फायदे में लाने के लिए उनका मिशन यूं ही जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि इसको लेकर वह 25 अवैध बसों के चालान भी काट चुके हैं, जो बस स्टैंड के आसपास सवारियां भरते थे।