टूट चुके हैं लोग, बाइडेन ने माना- कोविड महामारी से थक गया अमेरिका

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वाशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस बात को स्वीकार किया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण अमेरिका के लोग थक चुके हैं और उनका मनोबल भी काफी कम हुआ है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए उन्होंने ‘‘काफी बेहतर” तरीके से काम किया है। बाइडेन ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के एक वर्ष पूरे होने के मौके पर बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिकी कांग्रेस में गतिरोध को तोड़ने, मुद्रास्फीति तथा वैश्विक महामारी से निपटने के लिए उन्हें अपने आर्थिक पैकेज के ‘‘बड़े हिस्से” के साथ समझौता करना पड़ सकता है।

बाइडेन ने कहा कि उनका मानना ​​है कि उनके एजेंडे की महत्वपूर्ण योजनाएं 2022 के मध्यावधि चुनाव से पहले पारित हो जाएंगी और अगर मतदाताओं को सभी जानकारियों से अवगत कराया गया, तो वे डेमोक्रेट का समर्थन करेंगे। राष्ट्रपति ने कोरोना वायरस से निपटने की दिशा में शुरुआती प्रगति, महत्वाकांक्षी द्विदलीय सड़क एवं पुल बुनियादी ढांचा सौदे के त्वरित तरीके से पारित होने जैसी उपलब्धियों का जिक्र करते हुए संवाददाता सम्मेलन की शुरुआत की। बाइडन के आर्थिक, मतदान के अधिकार, पुलिस सेवा में सुधार और आव्रजन एजेंडा सहित कई लक्ष्यों को सीनेट में झटका लगा है, जहां डेमोक्रेटिक पार्टी के पास बहुमत नहीं है।

 

वहीं, मुद्रास्फीति राष्ट्र के लिए एक आर्थिक खतरे और बाइडन के लिए राजनीतिक जोखिम के रूप में उभरी है। इन तमाम बातों के बावजूद बाइडन ने दावा किया कि ऐसे देश में जहां कोरोना वायरस से लड़ाई अब भी जारी है, वहां ‘‘ उन्होंने इतना बेहतर प्रदर्शन किया है, जितना किसी ने सोचा भी नहीं था।” बाइडन ने कहा, ‘‘वैश्विक महामारी के कारण लगभग दो वर्ष के शारीरिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव के बाद…हम में से कई लोगों ने बहुत कुछ सहन किया है।”

 

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘कुछ लोग मौजूदा स्थिति को नया सामान्य जीवन बता सकते हैं। मैं कहूंगा कि काम अभी पूरा नहीं हुआ है। स्थिति बेहतर होगी।” बाइडन ने संवाददाता सम्मेलन में मुद्रास्फीति, यूक्रेन को लेकर रूस के इरादे, ईरान के साथ परमाणु वार्ता, मतदान के अधिकार, राजनीतिक विभाजन, 2024 चुनाव में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का स्थान, चीन के साथ व्यापार और सरकार की योग्यता से जुड़े कई सवालों के जवाब दिए।