वीरों के बलिदान से देश आजाद हुआ-नरेन्द्र आहुजा विवेक

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दिल्ली, मामेंद्र कुमार (चीफ एडिटर:डिस्कवरी न्यूज 24) : केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125 वी जयंती पर “राष्ट्रीय कवि गोष्ठी” का ऑनलाइन आयोजन किया गया । वीर रस के कवियों ने समा बांध दिया । कार्यक्रम की अध्यक्षता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने की व कुशल संचालन नरेन्द्र आहुजा विवेक ने किया । यह कॅरोना काल में 342 वा वेबिनार था । मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध गीतकार डा. जयसिंह आर्य जय ने आजादी के महानायक नेता जी सुभाष पर यह मुक्तक पढ़ा तो सभी ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया :-‘ बुज़दिल को ज़ांबाज़ बनाया नेता ने जीने का अंदाज सिखाया नेता ने, समझेंगे ये बात अहिंसावादी कब आज़ादी का ताज दिलाया नेता ने सत्यप्रकाश भारद्वाज ने कहा कि:-, “जागृत करना लक्ष्य मेरा है फिर मैं कैसे सो सकता हूँ, संकल्पों से बंधा हुआ हूं फिर मैं कैसे रो सकता हूँ । ‘ वही नरेंद्र आहुजा विवेक ने कहा कि, “वीरों के बलिदान से हुआ देश आजाद,, बिना खड़क तलवार मिली बेकार यह विवाद” धर्मेश अविचल ने कहा कि हर दिल झूम रहा है अब तो,यही तराना गाता,’ वंदे मातरम वंदे मातरम, जय जय भारत माता।। मोहन शास्त्री फरिदाबाद ने कहा कि , “तेज होवे शौर्य होवे धैर्य नहीं कभी खोवे,, दिल में युवाओं के उल्लास होना चाहिए।, तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें दूँगा आज़ादी। कहने वाला हृदय में सुभाष होना चाहिए ।

इसके साथ ही अनिता रेलन, प्रवीन आर्य(गाजियाबाद),रविन्द्र गुप्ता, डॉ. विपिन खेड़ा, डॉ.अनिता सुरभि,महेश योगी, डॉ. सुभाष शर्मा (आस्ट्रेलिया), प्रेम हंस,जनक अरोड़ा आदि ने ओजस्वी कविता पाठ किया । केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि नेताजी सुभाष के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता ।