शीतलहर और कोहरा, जानिए 30 जनवरी तक कैसा रहेगा मौसम, हरियाणा में अभी और कंपकंपाएगी सर्दी
हरियाणा में ठंड का सितम जारी है। अभी इससे निजात मिलना मुश्किल है। हालांकि वीरवार को धूप की वजह से थोड़ी राहत जरूरी मिली। मौसम विभाग ने राहत की संभावना से इन्कार किया है। अभी सर्दी का कहर जारी रहेगा। कोहरा और शीतलहर भी चलेगी।
जनवरी की शुरुआत से ही हरियाणा भीषण ठंड से कांप रहा है। हालांकि शीत लहर की स्थिति स्पष्ट रूप से गायब रही, लेकिन कोल्ड डे की स्थिति लंबे समय तक रही। प्रदेश के कुछ हिस्सों में कड़ाके की ठंड थी, पारा का स्तर सामान्य से 5-8 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर था, जब अधिकतम तापमान गिरकर 12.0 डिग्री सेल्सियस हो गया, जोकि सामान्य से 5.0 डिग्री कम है। पिछले कुछ वर्षों में जनवरी में दिन का तापमान 11.0 डिग्री सेल्सियस तक आया है, इस बार 10.0 डिग्री सेल्सियस तक भी गया है।
हवा चलने की संभावना बनी, शीत लहर कर सकती है परेशान
हवा चलने की संभावना है, जिससे सर्द कारक काफी हद तक बढ़ जाएगा। पहाड़ों की ढलानों के नीचे की बर्फीली हवाएं राष्ट्रीय राजधानी और उससे भी आगे तक यात्रा करते हुए प्रवेश करेंगी। न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट नहीं हो सकती है, लेकिन फिर भी 4-5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का प्रबंधन करता है। मध्यम हवा ‘फील लाइक’ कारक को बढ़ाएगी और अगले लगभग एक सप्ताह के लिए और ज्यादा ठंड की स्थिति होने की उम्मीद है।
जनवरी के बचे दिनों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की संभावना नहीं
मौसम विभाग के मुताबिक इस अवधि के दौरान मैदानी इलाकों में मौसम संबंधी स्थितियों को बदलने के लिए सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की संभावना नहीं है। ऐसी प्रणाली की कमजोर जोड़ी के 30-31 जनवरी के बीच और फिर एक व दो फरवरी को जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाकों से गुजरने की उम्मीद है। मौसम की गतिविधियां 15,000 से अधिक ऊंचाई वाले ऊंचे पहाड़ों तक ही सीमित रहेंगी। अनुगामी प्रणाली में बेहतर प्रसार और ऊर्जा होगी और 02 और 03 फरवरी को दिल्ली एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छा सकते हैं। तेज हवाओं के बने रहने से लंबे समय तक घने कोहरे के गठन को रोकने की उम्मीद है।
देशभर में यह बना हुआ है मौसमी सिस्टम
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पश्चिम बिहार के उत्तरी भागों पर बना हुआ है। एक टर्फ रेखा दक्षिण तमिलनाडु से दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है। एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के 29 जनवरी को पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की संभावना है।
फरवरी में बेहतर मौसम की उम्मीद
कड़ाके की सर्दी अब तक दिन के दौरान भी थी। अधिकांश अवसरों पर तापमान सामान्य से नीचे 5 डिग्री सेल्सियस से अधिक गिर गया था। हालांकि, न्यूनतम तापमान 9.0 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा। जनवरी में दो बार ऐसा मौका आया जब दिन ओर रात के तापमान में महज 2.0 डिग्री सेल्सियस का अंतर रहा गया हो। जनवरी के शेष दिनों में और फरवरी के पहले कुछ दिनों में भी दिन के दौरान बेहतर मौसम की उम्मीद है। अधिकतम तापमान 19-20 डिग्री सेल्सियस तक भी जा सकता है।
Source News: jagran