सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ आंगनवाड़ी वर्कर,आशा वर्कर एवं कर्मचारियो का आक्रोश प्रदर्शन
फरीदाबाद : आंगनवाड़ी वर्कर एवमं हैल्पर यूनियन की हड़ताली कर्मचारियों के समर्थन में व चंडीगढ़ बिजली विभाग को पूंजीपतियों के हवाले करने के विरोध में आज मंगलवार को सीटू और सर्व कर्मचारी संघ के हजारों कर्मचारियों ने सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन किया। आज के आक्रोश प्रदर्शन से पहले नगर निगम बीके चौक पर कर्मचारियों की विशाल सभा हुई। इस सभा की अध्यक्षता सीटू के प्रधान निरन्तर पाराशर और सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव बलवीर बालगुहेर ने की। संचालन सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह डंगवाल ने किया। सभा के बाद कर्मचारियों ने बीके चौक से तिकोना पार्क बस स्टैंड होते हुए एक नंबर मार्किट तथा 1-2 के चौक पर प्रदर्शन कर बड़खल तहसील पर भी प्रदर्शन कर ज्ञापन देकर कार्यक्रम का समापन किया ।
हड़ताल को आज 56 दिन हो गए है। सरकार मांगों को लागू करने के बजाय हड़ताली वर्करों एवं हैल्परों की बर्खास्त कर रही है। सैकड़ों वर्करों को कारण बताओ नोटिस जारी कर रही है। यह सारे ओच्छे हथकांडे हड़ताल को कमजोर करने के लिए अपनाने जा रहे है, लेकिन सरकार की तानाशाही पूर्ण कार्यवाही से हड़ताल नहीं हो रही है। सभी कार्यकर्ताओं के हौंसले बुलंद है। कर्मचारी झूठे मुकदमों से डरने वाले नहीं है। प्रदेश की सरकार को दमन का रास्ता छोडक़र इनकी मांगों को लागू करना चाहिए।
आज के प्रदर्शन को सर्व कर्मचारी संघ के ब्लॉक सचिव बल्लभगढ़ के सुभाष देशवाल, अध्यापक संघ के जिला प्रधान भीम सिंह, आशा वर्कर यूनियन के जिला सचिव सुधापाल, नगरपालिका कर्मचारी संघ के जिला प्रधान गुरचरण खाडिय़ां, सीटू के नेता ओमप्रकाश, रिटायर कर्मचारी संघ के राज्य के नेता यूएम खान, किसान संघर्ष समिति के प्रधान सतपाल नरवत, मैकेनिकल वर्कर्ज यूनियन के राज्य कमेटी हितेश शर्मा, आंगनवाड़ी वर्कर्ज यूनियन की राज्य प्रधान देवेन्द्री शर्मा, जिला सचिव मालवती, मिडे-डे-मील की जिला प्रधान कमलेश, ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान देवीराम, जिला सचिव दिनेश पाली, मुकेश बेनीवाल, राजकुमार, पूरन दहिया, हेमलता आदि ने सम्बोधित किया।
मुख्य मांगे, मुख्यमंत्री के साथ 29 दिसम्बर को मांगों को लेकर मीटिंग में लिए गए निर्णय लागू किया जाये। वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री के द्वारा वर्करों के वेतन में 1500 रूपए की बढ़ोतरी और हैल्पर के वेतन में 750 रूपए की बढ़ौतरी लागू करने, वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री के द्वारा 10 वर्ष की सेवाकाल के बाद कुशल एवं अकुशल को घोषणा को लागू किया जाये, वरिष्ठता के आधार पर वर्करों को सुपरवाईजर पदोन्नत किया जाये, प्ले व स्कूलों के नाम पर आंगनवाड़ी केन्द्रों का निजीकरण बंद किया जाये। महंगाई भत्ते की किस्तों को मानदेय में जोडक़र एरियर का भुगतान किया जाये। दमन विरोधी दिवस में अन्य के अलावा कर्मी नेता सुभाष देशवाल, मुकेश बेनिवाल, मा. भीम सिंह, सुधापाल, गुरचरण खाण्डिय़ा, ओमप्रकाश, कमलेश, देवीराम, बल्लू चिण्डालिया, विजय चावला, राकेश चिण्डालिया, कृष्णा चिण्डालिया भी शामिल थे।