अहीर समाज ने गृहमंत्री विज को भेजा रक्त से लिखा पत्र, अहीरवाल रेजीमेंट की मांग

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चंडीगढ़( चंद्रशेखर धरणी):   देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला अहीर समाज आजादी के बाद से ही भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट की मांग कर रहा है। दक्षिण हरियाणा की राजनीति अहीर समाज के इस इर्द-गिर्द हमेशा घूमती रही। समय-समय पर अहीर समाज को अहीरवाल रेजिमेंट का सपना दिखाकर राजनीतिक दल सत्ता में काबिज होते रहे। लेकिन अहीरों की इतनी पुरानी मांग को कभी पूरा नहीं किया गया। समय-समय पर अहीर समाज ने देश के लिए तरह-तरह की कुर्बानियां दी। इस क्षेत्र में लोगों की पहली पसंद खेती और फ़ौज है। दक्षिण हरियाणा के ना केवल राजनीति से जुड़े अहीर समाज के नेता बल्कि अन्य लोग भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाते रहे हैं। लेकिन अब लंबे समय से यह मुद्दा ठंडे बस्ते में पड़ा दिख रहा है। दक्षिण हरियाणा से जुड़े नेता चाहे सत्ता पक्ष के हो या विपक्ष के, इस मुद्दे पर पूरी तरह से मौन बने मुख दर्शक दिख रहे हैं।


मंत्री ओपी यादव ने तन-मन-धन से समाज के साथ खड़े रहने की कही थी बात
गुड़गांव, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी इन 3 जिलों में अहीर समाज एक बेहद प्रभावी वोट बैंक है। भिवानी-झज्जर में भी इनका काफी संख्या बल है जो क्षेत्र की राजनीति को काफी प्रभावित करते हैं। प्रदेश की कुल जनसंख्या में 12 फ़ीसदी यादव मौजूद है। हरियाणा विधानसभा की कुल 90 सीटों में से 20 सीटों पर यह समाज पूरा प्रभावी है। राव इंद्रजीत, राव वीरेंद्र सिंह, कैप्टन अजय यादव, राव दान सिंह सरीखे प्रदेश के प्रमुख, वरिष्ठ और ताकतवर नेता दक्षिण हरियाणा के लोगों की इस मांग को समय-समय पर उठाते रहे।लेकिन लंबे समय से यह मांग पूर्ण रूप से शांत है और इसका कारण चाहे यह मान लिया जाए कि क्रेडिट मोदी सरकार को ना मिले या फिर नेताओं की मांग पूरी ना होने के कारण मायूसी मान लिया जाए। लेकिन प्रदेश के क्षेत्र के लोग अब इस मांग को लेकर अपनी आवाज स्वयं अपने दम पर मजबूत करने का मन बनाते दिख रहे हैं।
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देश के विभिन्न बड़े राजनीतिक लोगों के पास जाकर व पत्र लिखकर अपनी इस महत्वपूर्ण मांग को करते रहे हैं। हाल ही में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओम प्रकाश यादव ने भी पंजाब केसरी से बातचीत के दौरान इसे जायज मांग बताते हुए तन-मन-धन से साथ खड़े होने की बात कही थी। लेकिन साथ-ही-साथ यह भी कहा था कि इस समाज को केवल और केवल राजनीति के लिए इस्तेमाल किया गया है। देश के गौरव को हमेशा आगे बढ़ाने वाला समाज आज अपने इस हक को पाने के लिए परेशान है। ओम प्रकाश यादव भी कई वरिष्ठ नेताओं से इस बारे मुलाकात कर चुके हैं। लेकिन अभी तक किसी भी तरह का सकारात्मक परिणाम देखने को नहीं मिला।

पीड़ितों के लिए ‘हारे का सहारा’ माने जाने वाले विज से अहीर समाज को उम्मीद
इसी कड़ी में अब समाज के लोगों को उम्मीद की किरण प्रदेश के गृह, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज में नजर आने लगी है। क्योंकि अनिल विज एक ऐसे मंत्री हैं जिन्हें पीड़ित लोग हारे का सहारा बताते हैं। तमाम अधिकारियों-मंत्रियों से जब लोगों को इंसाफ नहीं मिलता तो प्रदेश के लोग अपने चहेते नेता अनिल विज के दरबार में पहुंचते हैं। अब अहीर समाज के लोगों ने रक्त से लिखी एक संयुक्त चिट्ठी प्रदेश के गृह-स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के पास भेजी है। जिसमें उन्होंने अपील के साथ साथ एक चेतावनी भरी भाषा का भी प्रयोग किया है कि उनकी इस जायज मांग पर अगर जल्द गौर ना फरमाया गया तो समाज का युवा वर्ग एक बड़े आंदोलन की तरफ रुखसत हो सकता है।

दरअसल प्रदेश के गृह, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेहद पुराने दोस्त हैं। लंबे समय तक दोनों वरिष्ठ नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में इकट्ठे शिरकत की है और भारतीय जनता पार्टी का झंडा बुलंद किया है। इस नजरिए से अब यादव (अहीर) समाज को उम्मीद की किरण अनिल विज में नजर आई है।