पोर्टल पर पंजीकरण के लिए बढ़ा उत्साह, उद्योगपतियों को पंजीकरण करने में सहयोग करें: दुष्यंत चौटाला
चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के उद्योगों में स्थानीय युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार दिलाने के लिए आरंभ किए गए पोर्टल में पंजीकरण करवाने के लिए युवाओं में उत्साह बढ़ता जा रहा है। आज हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने ‘हरियाणा स्टेट एंप्लॉयमेंट ऑफ लोकल कैंडिडेट एक्ट, 2020 (हरियाणा राज्य स्थानीय रोजगार कानून)’ के तहत पोर्टल से संबंधित तैयारियों की समीक्षा-बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री अनूप धानक भी उपस्थित थे।
श्री दुष्यंत चौटाला को बैठक में अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि अभी पोर्टल दोबारा खुल गया है और उद्योगपतियों व युवाओं द्वारा अपना-अपना पंजीकरण करवाना फिर से शुरू कर दिया गया है, पंजीकरण के प्रति काफी उत्साह है। उन्होंने बताया कि आज तक 988 उद्योगपतियों तथा 42 हजार से अधिक युवाओं ने उक्त पोर्टल पर पंजीकरण करवा दिया है।
डिप्टी सीएम ने श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उद्योगों एवं निजी क्षेत्र में काम करने के इच्छुक युवाओं को https://local.hrylabour.gov.in/ पोर्टल पर पंजीकरण करने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने जिला स्तर पर टीम गठित करने का सुझाव देते हुए कहा कि इससे पंजीकरण करने में उद्योगपतियों को मदद मिलेगी और उनका कार्य सरल हो जाएगा। उन्होंने इसके लिए प्रतिमाह लक्ष्य निर्धारित करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को पंजीकरण से संबंधित साप्ताहिक समीक्षा कर रिपोर्ट भेजने के भी निर्देश दिए।इस अवसर पर श्रम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजा शेखर वुंडरू समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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कमर्शियल-ड्राइवरों को प्रशिक्षण हेतु खोलेंगे ‘सेन्टर ऑफ एक्सेलेंस’ – दुष्यंत चौटाला
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में कमर्शियल-ड्राइवरों को बेहतरीन प्रशिक्षण देने के लिए ‘सेन्टर ऑफ एक्सेलेंस’ खोलने पर विचार कर रही है, इस संबंध में आज ‘ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन ऑफ इंडिया’ (टीसीआई) के एच.आर हैड श्री पी.के जैन ने उनसे मुलाकात की है।डिप्टी सीएम ने कहा कि वर्तमान समय में प्राइवेट सेक्टर में ऑटोरिक्शा से लेकर बड़े ट्रक चलाने के लिए कमर्शियल-ड्राइवरों की आवश्यकता पड़ती है, परन्तु अच्छे तकनीकी ज्ञान व प्रशिक्षण की कमी के चलते कमर्शियल-ड्राइवरों को ज्यादा वेतन नही मिल पाता है। हमारा प्रयास है कि किसी बड़ी कंपनी के सीएसआर के तहत राज्य में कमर्शियल-ड्राइवरों को प्रशिक्षण देने के लिए ‘सेन्टर ऑफ एक्सेलेंस’ खोला जाए। उन्होंने बताया कि आज ‘ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन ऑफ इंडिया’ (टीसीआई) की ओर से उनको प्रस्ताव दिया गया है, जल्द ही प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में जमीन उपलब्ध करवा कर ‘सेन्टर ऑफ एक्सेलेंस’ खोल दिया जाए। प्रस्ताव के तहत हर वर्ष करीब 5,000 युवाओं को ड्राईविंग का प्रमाणित प्रशिक्षण दिया जाएगा।
श्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्र में अधिक से अधिक उद्योग एवं प्रशिक्षण संस्थान शुरू करने की दिशा में आगे बढ़ रही है ताकि गांव के युवाओं को उनके घर के नजदीक प्रशिक्षण व रोजगार हासिल हो सके। उन्होंने बताया कि वे बड़ी कंपनियों के साथ मिलकर आईटीआई व पोलिटेक्त्रीक संस्थानों के युवाओं को आधुनिक तकनीक से संबंधित प्रशिक्षण दिलवा रहे हैं ताकि कंपनी को उनकी वर्तमान जरूरत के अनुसार कौशलयुक्त युवा मिल सकें और युवाओं को भी अपना कोर्स करने के बाद अप्रैंटिशिप नहीं करनी पड़ेगी। इससे युवाओं को नौकरी के आरंभ में भी अच्छा-खासा वेतन मिल सकेगा।इस अवसर पर ‘ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन ऑफ इंडिया’ के सीएसआर हैड डॉ. मुनीष कुमार व एसोचैम के प्रतिनिधि श्री विनीत अग्रवाल भी उपस्थित थे।