Live Updates: अमेरिका ने पुतिन व रूसी विदेश मंत्री पर लगाए प्रतिबंध, रूस का समर्थन करने वाले देशों को दी सख्त चेतावनी
अमेरिका ने एक असाधारण कदम उठाते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव पर प्रतिबंध लगाए और उन्हें यूक्रेन पर ‘‘बिना उकसावे के और गैरकानूनी रूप से’’ हमला करने के लिए ‘‘सीधे तौर पर जिम्मेदार’’ ठहराया। अमेरिका के वित्त विभाग ने एक बयान में कहा कि अमेरिका के ये ताजा प्रतिबंध उन कार्रवाइयों से संबद्ध हैं जिसके तहत अमेरिका और उसके साझेदारों ने इस सप्ताह मॉस्को के सबसे बड़े वित्तीय संस्थानों के खिलाफ प्रतिबंधों समेत रूस की वित्तीय प्रणाली के अहम ढांचे को निशाना बनाया था।
- शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार, अमेरिका ने अपने सहयोगियों तथा साझेदारों के साथ मिलकर पुतिन तथा लावरोव पर प्रतिबंध लगाकर यूक्रेन पर रूस द्वारा ‘‘अनुचित, बिना उकसावे के और पूर्व नियोजित’’ हमले की बलपूर्वक प्रतिक्रिया देना जारी रखा है। रूस की सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्यों पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसमें कहा गया है कि पुतिन और लावरोव ‘‘लोकतांत्रिक रूप से संप्रभु देश यूक्रेन पर रूस द्वारा बिना उकसावे के और गैरकानूनी तरीके से हमला करने के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार’’ हैं। वित्त विभाग का किसी देश के प्रमुख पर प्रतिबंध लगाना बेहद दुर्लभ मामला है।
- रूसी सैनिकों ने शनिवार तड़के यूक्रेन की राजधानी कीव में प्रवेश किया और सड़कों पर घमासान शुरू हो गया है, जबकि स्थानीय अधिकारियों ने लोगों से छुप जाने की अपील की है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति ने वहां से निकल जाने के अमेरिकी प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया है तथा जोर देकर कहा है कि वह राजधानी में ही रुकेंगे।
- ‘‘इसके साथ ही राष्ट्रपति पुतिन उत्तर कोरिया के किम जोंग उन जैसे तानाशाह समेत बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंका और सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के छोटे से समूह में शामिल हो गए हैं।’’ इसके अलावा अमेरिका ने रूस के रक्षा मंत्री सर्गेइ शोइगु और रूसी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ, प्रथम रक्षा उपमंत्री और सेना के जनरल वैलरी गेरासिमोव पर भी प्रतिबंध लगाए। वित्त विभाग ने इससे पहले रूसी सुरक्षा परिषद के 11 सदस्यों पर भी प्रतिबंध लगाए थे।
- व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुतिन और यूक्रेन पर उनके आक्रमण के खिलाफ खड़े होने के लिए एक वैश्विक गठबंधन बनाया है। वित्त मंत्री जेनेट एल येलेन ने कहा कि अमेरिका विश्व मंच पर अपने वीभत्स बर्ताव के लिए रूस पर और प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार है।
- वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देशों के नेताओं से कहा कि यूक्रेन पर रूस द्वारा हमला करने के लिए, उनका देश शीघ्र ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव पर प्रत्यक्ष प्रतिबंध लगाएगा। यूरोपीय संघ ने कहा कि वह पुतिन की संपत्तियों को जब्त (फ्रीज) करेगा।
- अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन पर रूस के ‘‘अनुचित आक्रमण और आक्रामकता” के खिलाफ उनका साथ ना देने वाले या रूस का समर्थन करने वाले देशों को एक कड़ा संदेश देते हुए कहा कि उन्हें कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा। साथ ही, रूस को उन्होंने आगाह किया कि अगर वह इसी रास्ते पर आगे बढ़ता रहा, तो अमेरिका और रूस के बीच संबंध ‘‘पूरी तरह से समाप्त” हो जाएंगे।
- बाइडेन ने कहा, ‘‘ अगर कोई भी राष्ट्र जो यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता का समर्थन करता है, तो उसे कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा। जब इस क्षेत्र का इतिहास लिखा जाएगा…तो उसमें यूक्रेन पर आक्रमण करने के पुतिन के अनुचित फैसले के कारण रूस को कमजोर और बाकी दुनिया को मजबूत दिखाया जाएगा।” बाइडन ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी एवं साझेदार इस स्थिति से अधिक मजबूत, एकजुट और दृढ़ बनेंगे। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के खिलाफ पुतिन की आक्रामकता से रूस को व्यापक आर्थिक एवं रणनीतिक नुकसान होगा। उन्होंने आगाह किया, ‘‘ हम यह सुनिश्चित करेंगे कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुतिन अलग-थलग पड़ जाएं।”
- बाइडेन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि रूस के मसले पर अमेरिका, भारत के साथ बातचीत कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट रूप से इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच मतभेदों को स्वीकार किया। यह पूछे जाने पर कि क्या भारत, रूस पर अमेरिका के साथ पूरी तरह से सहमत है। बाइडन ने कहा कि इस पर अभी तक पूरी तरह सहमति नहीं बन पाई है। वहीं, बाइडन ने कहा कि पुतिन ने अनावश्यक संघर्ष से बचने के लिए बातचीत के माध्यम से आपसी सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के अमेरिका और उसके सहयोगियों के सभी प्रयासों को ठुकरा दिया। बाइडन ने कहा, ‘‘ अगर वह इसी रास्ते पर चलते रहे, तो अमेरिका और रूस के संबंध पूरी तरह समाप्त हो जाएंगे।”
Source News: punjabkesari