‘सबकी कांग्रेस, घर की कांग्रेस’ के सवालों पर टिप्पणी करने से बचते दिखे राहुल गांधी
नई दिल्ली: पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद पार्टी में फिर से उथल पुथल मच गई है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने एक बड़ा बयान दिया उन्होंने कहा कि गांधी परिवार नेतृत्व की जिम्मेदारी से अलग हो जाए और किसी दूसरे व्यक्ति को मौका दे। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी सिब्बल की “सब की कांग्रेस…घर की कांग्रेस” टिप्पणी पर सवालों से बचते नजर आए।
बता दें कि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी पर कपिल सिब्बल ने कहा था कि मैं दूसरों की ओर से बात नहीं कर सकता। यह विशुद्ध रूप से मेरा निजी विचार है कि आज कम से कम मुझे ‘सब की कांग्रेस’ चाहिए। कुछ अन्य ‘घर की कांग्रेस’ चाहते हैं। मैं निश्चित रूप से ‘घर की कांग्रेस’ नहीं चाहता और मैं अपनी आखिरी सांस तक ‘सब की कांग्रेस’ के लिए लड़ूंगा। इस ‘सब की कांग्रेस’ का मतलब सिर्फ एक साथ नहीं होना है, बल्कि भारत में उन सभी लोगों को एक साथ लाना है जो भाजपा नहीं चाहते हैं।
कपिल सिब्बल ने यह भी कहा था कि सीडब्ल्यूसी के बाहर एक कांग्रेस है। कृपया उनके विचारों को सुनें, यदि आप चाहें तो हमारे जैसे बहुत से नेता जो सीडब्ल्यूसी में नहीं हैं, लेकिन कांग्रेस में एक पूरी तरह से अलग दृष्टिकोण है। क्या इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हम सीडब्ल्यूसी में नहीं हैं? इसलिए उनके अनुसार सीडब्ल्यूसी भारत में कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व करती है। मुझे नहीं लगता कि यह सही है। देश भर में बहुत सारे कांग्रेसी हैं, केरल से, असम से, जम्मू-कश्मीर से, महाराष्ट्र से, उत्तर प्रदेश से, गुजरात के लोग हैं, जो उस दृष्टिकोण को नहीं रखते हैं।