ट्रेड यूनियनों व कर्मचारी संघों की विभिन्न मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे कर्मचारी
फरीदाबाद : केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों व कर्मचारी संघों के आह्वान पर पुरानी पेंशन बहाली, कच्चे कर्मियों को पक्का करने,जन सेवाओं के निजीकरण पर रोक लगाने, खाली पड़े लाखों पदों को भरने, लेबर कोड्स, बिजली संशोधन बिल व एनईपी को रद्द करने, कौशल रोजगार निगम भंग करने, लिपिक का वेतन 35400 करने, ग्रुप डी से ग्रुप सी में पदोन्नति कोटा बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने और पदोन्नति की सीमा घटाकर 2 साल करने आदि मांगों को लेकर सोमवार से शुरू हुई दो दिवसीय हड़ताल का जिले में व्याप्त असर रहा। मंगलवार को भी हड़ताल जारी रहेगी। विभिन्न विभागों के हड़ताली कर्मचारी बीके चौक नगर निगम मुख्यालय पर एकत्रित हुए और वहां आम सभा का आयोजन किया। सभा में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री, जिला प्रधान अशोक कुमार, सचिव बलबीर सिंह बालगुहेर, सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान गुरचरण सिंह खाडिया,नपाकसंघ के उप महासचिव सुनील चिंडालिया, आंगनबाड़ी यूनियन की प्रधान देवन्द्री शर्मा, आशा की प्रधान हेमलता, सीटू के प्रधान निरंतर पराशर व कोषाध्यक्ष सुधा पाल, सकसं के नेता करतार सिंह, रमेश चंद्र तेवतिया व सुभाष देसवाल मौजूद थे। सभा में आंगनवाड़ी कर्मियों की हड़ताल व मांगों का पुरजोर समर्थन किया और मुख्यमंत्री से राजहठ छोड़कर उनकी मांगों का समाधान कर हड़ताल समाप्त करवाने की मांग की।
हरियाणा रोड़वेज कर्मचारियों के संयुक्त मोर्चे ने बड़े सबेरे ही बसों का चक्का जाम कर दिया। तमाम प्रयासों के बावजूद डिपों से कोई भी बस बाहर नहीं निकल पाई। नगर निगम के बल्लभगढ़, ओल्ड व एनआईटी मुख्यालय पूर्णतः बंद रहे। जिसके कारण काम काज पूरी तरह से ठप्प रहा। बिजली कर्मचारी रविवार रात 11 बजे से ही हड़ताल पर चले गए थे। जिसके कारण बिजली शिकायतों व बिजली के बिलों संबंधी शिकायतों का निवारण नहीं हो पाया। हरियाणा टूरिज्म के कर्मचारियों ने हड़ताल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। एचएसवीपी के कर्मचारियों ने भी हड़ताल करके मेन गेट पर धरना दिया। स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी, एमपीएचडब्ल्यू व मिनिस्टीरियल स्टाफ भी हड़ताल पर रहे और बीके अस्पताल में धरना दिया। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, बीएंडआर, पशुपालन, सिंचाई, विकास एवं पंचायत विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग,वन, शिक्षा विभाग आदि के कर्मचारी भी हड़ताल पर रहे। आंगनबाड़ी, आशा व मिड वर्कर ने भी हड़ताल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
बीके चौक पर आयोजित आम सभा को संबोधित करते हुए सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकारी विभागों एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और परिसंपत्तियों को बेचना राष्ट्रहित नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि एक देश में एक चुनाव और एक देश एक चुनाव की वकालत करने वाले जबाव दे कि एक देश एक दो प्रकार की पेंशन और एक देश में तीन चार तरह की नौकरी क्यों है । उन्होंने कौशल रोजगार निगम भंग कर ठेका प्रथा समाप्त कर ठेका कर्मियों को सीधे विभागों के रोल पर करने, समान काम समान वेतन व सेवा सुरक्षा प्रदान करने की मांग की। उन्होंने पुरानी पेंशन को अच्छी स्कीम बताने वाले सबसे पहले अपने ऊपर लागू करें। मुख्यमंत्री व मंत्री पुरानी पेंशन व्यवस्था में पेंशन ले रहे हैं, लेकिन कर्मियों को पेंशन से वंचित कर दिया गया है।जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी आक्रोश है और उन्होंने राष्ट्रव्यापी हड़ताल में बढ़-चढ़कर शामिल होने आक्रोश को प्रकट किया है।