भारतीय नव वर्ष के उपलक्ष में कार्यक्रम आयोजित जे.सी.बोस विश्वविद्यालय में

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फरीदाबाद : जे.सी.बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद में भारतीय नव वर्ष विक्रमी संवत नव संवत्सर के उपलक्ष में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के सानिध्य में हुआ। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रमेश कुमार गुप्ता विशिष्ट अतिथि रहे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर क्षेत्र प्रमुख श्रीकृष्ण सिंघल, जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर तथा कुलसचिव डाॅ. एस.के. गर्ग भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि हिंदू संस्कृति का नव वर्ष चैत्र पक्ष शुक्ल प्रतिपदा को ही मनाया जाता है। इस दिन विक्रमी संवत का शुभारंभ होता है। चैत्र मास के नवरात्र आरंभ होते हैं। शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा की पूजा होती है। वृक्षों पर भी नव कपोल फूटती है। हर तरफ वातावरण उल्लास से भरा होता है। इन दिनों में ऋतु परिवर्तन के कारण शरीर में नए रक्त का संचार होता है। इस प्रकार, यह दिन हर प्रकार से सबका शुभ दिन होता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चों को, युवा पीढ़ी को अपने पारम्परिक त्योहारों के प्रति जागरूक रखना चाहिए। बच्चों को अपनी भारतीय संस्कृति एवं प्राचीन गणना पद्धति का ज्ञान अवश्य होना चाहिए। उन्होंने श्रीमद्भागवत गीता के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
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कार्यक्रम में बच्चों द्वारा समूह गीत, एकल गीत, एकल नृत्य एवं  कथक नृत्य की मनोहारी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने समारोह को भारतीयता के रंगो से सराबोर कर दिया। कार्यक्रम में कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने अपने संबोधन में भारतीय नववर्ष विक्रमीसंवत की सभी को शुभकामनाएं देते हुए जे सी बोस विश्वविद्यालय को अनुसंधान के क्षेत्र में विश्व पटल पर सुशोभित करने के अपने दृढ़संकल्प को दोहराया। इसके अतिरिक्त रमेश कुमार गुप्ता तथा श्रीकृष्ण सिंघल ने भी संबोधित किया। मंच संचालन दीपक ठुकराल एवं प्रो.अरविन्द गुप्ता ने संयुक्त रूप किया।

source news: abtaknews