“नव वर्ष पर आर्य समाज की चुनोतियाँ” पर गोष्ठी सम्पन्न
मामेंद्र कुमार (चीफ एडिटर डिस्कवरी न्यूज 24) : केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में नववर्ष विक्रमी संवत 2079 व 148 वे आर्य समाज स्थापना दिवस पर “नववर्ष पर आर्य समाज की चुनोतियाँ” विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया । यह कॅरोना काल मे 380 वा वेबिनार था । उल्लेखनीय है कि आर्य समाज की स्थापना महर्षि दयानंद सरस्वती ने 7 अप्रैल 1875 को नवसंवत के दिन मुम्बई में की थी ।
वैदिक विद्वान आचार्य विद्या प्रसाद मिश्र ने कहा कि इतनी किताबी शिक्षा के बाद भी समाज में बढ़ता पाखण्ड व अंधविश्वास चिंता का विषय है । लोग सत्य व तर्क की कसौटी पर निरीक्षण नहीं करते । गुरुडम बढ़ रहा है और कई गुरु जेल यात्रा भी कर रहे हैं । समाज में इन सबके प्रति जागृति लाना हर आर्य समाजी का कर्तव्य है सोचने समझने विचार करने की दिशा व दशा बदलनी होगी । सत्य कोई युग काल हो वह सत्य ही रहता है । बिल्ली रास्ता काट गई व विवाह के रास्ते में यदि नदी पड़ रही है तो यह कहना सेहरा नदी पार करने के बाद बंधेगा ऐसी अनेको बातों को दैनिक जीवन में हम देखते है जो संशय व भय पैदा करती है और लोग शिकार होते है । इन बातों से हमें बचना चाहिए ।
मुख्य अतिथि भाजपा नेता डॉ. विकास अग्रवाल ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती महान चिंतक थे उन्होंने तर्क की तलवार दी कि पहले सोचो फिर करो । उन्होंने कहा कि आर्य समाज समाज सुधार आंदोलन है,साथ ही यह राष्ट्र वाद की प्रेरणा देता है । केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि आर्य समाज का देश के स्वतंत्रता संग्राम में सर्वाधिक योगदान रहा और आर्य समाजियों के आंदोलन के कारण हैदराबाद के निजाम ने घुटने टेक दिए । आज हिन्दू समाज के सामने अनेक चुनोतियाँ है आर्य समाज हिन्दू समाज को संगठित कर उनका निराकरण करेगा और युवा पीढ़ी में राष्ट्रवाद की अलख जगायेंगे।
कार्यक्रम अध्यक्ष सोहन लाल आर्य ने आजादी की लड़ाई में आर्य समाज के व क्रांतिकारी आंदोलन व योगदान की चर्चा की । राष्ट्रीय मंत्री प्रवीन आर्य ने नववर्ष की सभी को बधाई देते हुए अपनी संस्कृति पर गर्व करने का आह्वान किया । हापुड़ से आनन्द प्रकाश आर्य ने भी शुभकामनाएं देते हुए स्वामी दयानंद को इतिहास पुरूष की संज्ञा दी । गायक रविन्द्र गुप्ता, पिंकी आर्या,बिंदु मदान, आशा आर्या,रचना वर्मा, ईश्वर देवी,जनक अरोड़ा, प्रतिभा कटारिया, रजनी चुघ,सुशांता अरोड़ा, विमल चड्डा, सुमित्रा गुप्ता आदि ने मधुर भजन प्रस्तुत किये ।