165 वें बलिदान दिवस पर मंगल पाण्डेय को दी श्रद्धांजलि

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मामेंद्र कुमार (चीफ एडिटर डिस्कवरी न्यूज 24) दिल्ली : केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् के तत्वावधान में “स्वतंत्रता संग्राम के प्रथम सेनानी मंगल पाण्डेय के 165 वें बलिदान दिवस पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के जनक प्रथम क्रांतिकारी मंगल पाण्डेय को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने 29 मार्च 1857 को कलकत्ता की बैरकपुर छावनी में क्रांति का बिगुल बजाया था। उन्होंने नारा बुलंद किया था “मारो फिरंगी को” ।

अंग्रेज अधिकारियों पर गोली चलाने व हमला करने के कारण उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई। उन्हें 18 अप्रैल 1857 को फांसी होनी थी पर कलकत्ता की बैरकपुर जेल के जल्लादों ने फांसी देने से इनकार कर दिया तब बाहर से जल्लादों को बुलाकर 10 दिन पहले ही 8 अप्रैल 1857 को फांसी दे दी गई। इस तरह से मंगल पाण्डेय 1857 के भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के पहले बलिदानी वीर होने का इतिहास रच गये।आज उस महान क्रांतिकारी को स्मरण करते हुए देश की एकता अखंडता की रक्षा का संकल्प लेना है।

राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि अनेको बेनाम क्रांतिकारियों के बलिदान के कारण हम आजादी की सांस ले रहे हैं उनमें से मंगल पाण्डेय सर्वोपरि है। आचार्य महेंद्र भाई ने कहा कि देश की स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास क्रांतिकारियों ने अपने रक्त से लिखा है उनके बलिदान को स्मरण रखने की आवश्यकता है। आचार्य गवेन्द्र शास्त्री ने नई पीढ़ी से देश के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। गायक रविन्द्र गुप्ता,पिंकी आर्या, दीप्ति सपरा,आशा आर्या,रवीन्द्र गुप्ता,वीना वोहरा,मृदुल अग्रवाल, प्रवीना ठक्कर,नरेंद्र आर्य सुमन, प्रतिभा कटारिया आदि ने भी अपने विचार रखे।