ब्राह्मण सभा ने किया भगवान बुद्ध को नमन

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फरीदाबाद:  अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा ने सैक्टर – 12 फरीदाबाद स्थित कार्यालय पर भगवान बुद्ध पूर्णिमा पर उनको माल्यार्पण कर नमन वन्दन किया। पं सुरेन्द्र शर्मा बबली राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भगवान बुद्ध मानवता के प्रतीक न्याय व्यवस्था के हितैषी थे। जिनकी शिक्षाओं पर बौद्ध धर्म का प्रचलन हुआ। इनका जन्म लुंबिनी में 563 ईसा पूर्व इक्ष्वाकु वंशीय क्षत्रिय शाक्य कुल के राजा शुद्धोधन के घर में हुआ था।

 

उनकी माँ का नाम महामाया था जो कोलीय वंश से थीं, जिनका इनके जन्म के सात दिन बाद निधन हुआ, उनका पालन महारानी की छोटी सगी बहन महाप्रजापती गौतमी ने किया। 29 वर्ष की आयुु में सिद्धार्थ विवाहोपरांत एक मात्र प्रथम नवजात शिशु राहुल और धर्मपत्नी यशोधरा को त्यागकर संसार को जरा, मरण, दुखों से मुक्ति दिलाने के मार्ग एवं सत्य दिव्य ज्ञान की खोज में रात्रि में राजपाठ का मोह त्यागकर वन की ओर चले गए। वर्षों की कठोर साधना के पश्चात बोध गया (बिहार) में बोधि वृक्ष के नीचे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई और वे सिद्धार्थ गौतम से भगवान बुद्ध बन गए। हमें उनके आदर्श मार्ग का अनुसरण जीवन में करना चाहिए। इस अवसर पर पं हरीश पाराशर एडवोकेट, पं कर्ण पाराशर इंजिनियर, पं विनोद, पं ओमबीर, पं रामजीलाल, पं रोहित, पं शंकर, पं रामानुजन, पं लोकेश, पं राजकुमार सहित अन्य उपस्थित रहे।