यातायात पुलिस ने प्रदूषण फैलाने वाले वाहन चालकों को पुष्प भेंट करते हुए पर्यावरण संरक्षण के प्रति किया जागरूक
फरीदाबाद : आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा द्वारा के दिशा निर्देश के तहत सहायक पुलिस आयुक्त यातायात विनोद कुमार के नेतृत्व में यातायात पुलिस ने प्रदूषण फैलाने वाले वाहन चालकों को पर्यावरण को सुरक्षित रखने के बारे में जागरूक किया। यातायात पुलिस द्वारा यह मुहिम एचडीएफसी बैंक के साथ मिलकर चलाई गई। इस अवसर पर यातायात पुलिस की तरफ से एसीपी विनोद, ट्रैफिक एसएचओ दर्पण, ट्रैफिक ताऊ, जेडओ, टीआई सहित अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे। एचडीएफसी बैंक की तरफ से फरीदाबाद सर्कल हेड शिव चौधरी, फरीदाबाद क्लस्टर हेड संजीव अरोड़ा तथा मार्केटिंग हेड कपिल शर्मा अपनी टीम के साथ मौजूद रहे।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यातायात पुलिस ने फरीदाबाद के अजरौंदा, ओल्ड तथा बीके चौक पर जागरूकता अभियान चलाते हुए वाहन चालकों को जागरूक करते हुए उन्हें पुष्प भेंट किया तथा साथ ही पर्यावरण के हमारे जीवन में महत्व के बारे में उन्हें जागरूक किया। उन्होंने बताया कि पर्यावरण के बिना इंसान की प्रगति हर प्रकार से अधूरी है। तकनीक के माध्यम से इंसान आए दिन नई खोज करता है परंतु विज्ञान की इतनी तरक्की करने के बाद मनुष्य को यह समझ आया कि पर्यावरण के बिना किसी भी प्रकार का विकास अधूरा है।
फरीदाबाद के इंडस्ट्रियल सिटी होने के कारण यहां पर प्रदूषण का स्तर पहले ही बहुत अधिक है। अधिक फैक्ट्रियां होने की वजह से शहर में रोजगार के भी अवसर भी बहुत अधिक बढ़ जाते हैं जिसके साथ साथ वाहनों की संख्या में भी बढ़ोतरी होती रहती है। यह वाहन जब रेड लाइट पर खड़े होते हैं तो इनसे निकलने वाले धुएं से हवा प्रदूषित होती है। हम इसको खत्म तो नहीं कर सकते परंतु लाल बत्ती होने पर वाहन को बंद करके इसे कम अवश्य किया जा सकता है। इसके अलावा वाहनों के इंजन खराब के कारण वाहन अधिक मात्रा में धुआं छोड़ना शुरू कर देते हैं जिसकी वजह से यह धुआं पर्यावरण में घुलकर प्रदूषण को ओर अधिक बढ़ावा देता है। पर्यावरण प्रदूषण की वजह से अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
हाल ही के कुछ सालों में गर्मी साल दर साल बढ़ती जा रही है। वायु प्रदूषण के कारण मनुष्य के शरीर में अनेकों समस्याएं उत्पन्न होती हैं जिसमें सबसे बड़ी समस्या स्वसन तंत्र से संबंधित है क्योंकि यह प्रदूषित हवा हमारे अंदर जाकर फेफड़ों पर बहुत बुरा प्रभाव डालती है जिसकी वजह से मनुष्य का शारीरिक तंत्र बिगड़ जाता है। औद्योगिक विकास के साथ-साथ यह भी आवश्यक है कि पर्यावरण को संतुलित रखा जाए जिसके लिए वाहनों का धुआं रहित अति आवश्यक है ताकि वाहन धुआं ना फैलाएं।
वाहन चालकों को जागरूक करते हुए उन्होंने बताया कि आप किसी भी पेट्रोल पंप पर जाकर अपने वाहन का प्रदूषण स्तर चेक करवा सकते हैं और यदि आपके वाहन का पॉल्यूशन लेवल अधिक है तो अपने वाहन को तुरंत सर्विस सेंटर पर ले जाकर इसकी मरम्मत करवाएं ताकि पर्यावरण को सुरक्षित रखकर एक पर्यावरण संतुलित समाज का निर्माण सुनिश्चित किया जा सके।