*स्कूल मालिक का अपहरण कर फिरौती मांगने के मामले में टेकचंद गैंग के गुर्गे को क्राइम ब्रांच 30 ने किया गिरफ्तार, 4 आरोपियों को पहले ही भेजा जा चुका है जेल*

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*फरीदाबाद:* डीसीपी क्राइम नरेंद्र कादियान द्वारा शहर में अपराधों पर लगाम लगाने के लिए अपराधियों की धरपकड़ के लिए दिए गए दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 प्रभारी इंस्पेक्टर रविन्द्र की टीम ने फिरौती के उद्देश्य से स्कूल मालिक के अपहरण मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।

 

 

गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम दयाचंद उर्फ डीलर है जो पलवल के बलई गांव का निवासी है। पुलिस द्वारा इस मामले में शामिल चार आरोपियों विकास, मनोज, निशांत तथा राहुल को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है। सितंबर 2021 में फिरौती के लिए अपहरण की धाराओं के तहत थाना छांयसा में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस को दी अपनी शिकायत में जेसीएम स्कूल के चेयरमैन राजबीर ने बताया कि वह गांव पुनहेड़ा खुर्द का निवासी है और स्कूल के साथ-साथ मोहना रोड पर उसका एक पेट्रोल पंप भी है। 30 जून को पीड़ित के पास एक नंबर से फोन आया जिसमें आरोपी ने खुद को टेकचंद बदमाश बताते हुए उससे 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी। फिरौती न देने की सूरत में उसको जान से मारने की धमकी दी गई। इसके पश्चात बदमाश टेकचंद के एक अन्य साथी मनोज ने भी पीड़ित राजबीर के पास फिरौती के लिए कई बार फोन किया। आरोपी मनोज पीड़ित राजबीर के गांव का ही निवासी है।

 

इस मामले में आरोपी का एक अन्य साथी विकास भी शामिल था जो गैंगस्टर टेकचंद और पीड़ित राजबीर के बीच मिडिएटर का काम कर रहा था और टेकचंद की बात फोन पर राजबीर से करवाता था। आरोपी टेकचंद और मनोज ने मिलकर इसके पश्चात कई बार राजबीर को फिरौती के लिए फोन किया। कुछ समय तक पश्चात फोन आने बंद हो गए।
इसके पश्चात 1 सितंबर की रात 10 बजे जब राजबीर अपने पेट्रोल पंप पर मौजूद था तो वहां पर आरोपी दयाचंद, राहुल, निशांत तथा मनोज बिना नंबर की स्विफ्ट गाड़ी में सवार होकर आए और बंदूक की नोक पर राजबीर को अपनी गाड़ी में बैठाकर ले गया और उससे 10 लाख की फिरौती मांगी।

 

 

आरोपियों ने उसे धमकी दी कि यदि इस बार फिरौती नहीं दी तो उसका काम तमाम कर दिया जाएगा और धमकी देकर उसे बेहबलपुर मोड़ के पास उतारकर चले गए। राजबीर ने इस घटना के बारे में अपने परिजनों को बताया जिसके पश्चात पीड़ित ने इसकी सूचना पुलिस को दी और दिनांक 13 सितंबर को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू की गई। इस मामले में पुलिस ने मामले में शामिल आरोपी विकास को 26 सितंबर को ही गिरफ्तार कर लिया था।इसके पश्चात इस मामले में दिनांक 17 जनवरी को क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 की टीम ने गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर आरोपी निशांत को सेक्टर 17 नए पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया। इसके पश्चात आरोपी राहुल तथा मनोज को भी गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी दयाचंद को पहले के पलवल के हत्या के एक मामले में करीब एक महीने पहले दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था जिसे दिनांक 13 जून को क्राइम ब्रांच द्वारा प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पुलिस रिमांड पर लिया गया।

 

 

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस पूछताछ के दौरान सामने आया कि आरोपी एक आदतन अपराधी है जिसके खिलाफ हत्या फिरौती अपहरण इत्यादि धाराओं के तहत करीब चार पांच मुकदमे दर्ज हैं। वारदात के दिन आरोपी विकास पीड़ित राजबीर को अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर उसके पेट्रोल पंप पर लाया था जहां से आरोपी दयाचंद ने अपने साथियों के साथ मिलकर स्विफ्ट गाड़ी का उपयोग करके उसका अपहरण कर लिया था। आरोपी की निशानदेही पर क्राइम ब्रांच की टीम वारदात में प्रयोग गाड़ी की बरामदगी के लिए गुरुग्राम पहुंची थी परंतु वहां जाकर पता चला कि वह गाड़ी गुरुग्राम से चोरी हो चुकी है जिसका मुकदमा गुरुग्राम थाने में दर्ज है। पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपी को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है और मुख्य आरोपी टेकचंद की तलाश करके उसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।