दो दिवसीय सर्वजातीय परिचय सम्मेलन के पहले दिन 30 जोड़ों ने विवाह के लिए सहमति जताई

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मामेंद्र कुमार (चीफ एडिटर डिस्कवरी न्यूज 24) फरीदाबाद : महाराजा अग्रसेन विवाह समिति का 22वां दो दिवसीय सर्वजातीय परिचय सम्मेलन पहले दिन बड़ी धूमधाम मनाया गया। प्रधान ब्रह्म प्रकाश गोयल ने बताया कि एनसीआर से लगभग 900 युवक-युवतियों ने रजिस्ट्रेशन कराया। जिसमें डॉक्टर, इंजीनियर, टीचर, व्यापारी व नौकरी करने वाले युवक-युवतियों का परिचय कराया गया। परिचय सम्मेलन के पहले दिन 30 जोड़ों ने आपस में विवाह करने की सहमति जताई। वहीं स बीवीम्मेलन में सीए, पढ़े-लिखे, विधवा, विकलांग, बेसहारा आदि युवक-युवतियों ने अपना परिचय देकर अपने जीवनसाथी को चुनने की गुजारिश की।

प्रधान ब्रह्मप्रकाश गोयल ने आए हुए सभी अतिथियों परम सानिध्य बी.एम. जिंदल, डा.कौशल बाठला (राजनैतिक सचिव केन्द्रीय राज्यमंत्री), प्रदीप अग्रवाल, मुख्य अतिथि विकास बंसल, समारोह अध्यक्ष राजीव गोयल, स्वागत अध्यक्ष अनिल गुप्ता, विशिष्ठ अतिथि अशोक शर्मा, मा. दुलीचंद अग्रवाल, प्रहलाद सिंह गोयल, दिनेश अग्रवाल, महेश चन्द मित्तल, कालीचरण गर्ग, राजपाल गर्ग, पंकज सिंगला, युगल मित्तल, उज्जवल गर्ग, ए.के. गोयल, डी. के.गोयल, बी.एल.गोयल, सतपाल बंसल, डीके बंसल, मुकेश गर्ग, मनोज अग्रवाल, सूरजभान गर्ग, राजकुमार, सतीश गर्ग, सतबीर डागर, सुरेश चन्द गुप्ता, मनोज अग्रवाल, राकेश बंसल, डा.अजय तिवारी, मनोज सिंगला, पल्लव सिंगला, अमित अग्रवाल, अर्जुन अग्रवाल, हरीश गुप्ता, सचिन बंसल आदि का फूल-मालाओं व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया। मंच संचालन ब्रह्मप्रकाश गोयल, संजीव कुशवाहा व पवन गर्ग ने किया।

 

कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रधान ब्रह्मप्रकाश गोयल, संरक्षक अनिल गुप्ता, राजीव गोयल, कोषाध्यक्ष मनोहर लाल सिंगला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष इंद्रपाल गर्ग, महासचिव वीके अग्रवाल, संजीव कुशवाहा, उप प्रधान बीएल अग्रवाल, रज्जी गुप्ता, एडवोकेट आरके गौड़, कौशल गर्ग, विनीत गर्ग, भुवनेश्वर अग्रवाल, लक्ष्मी नारायण, विजय बंसल, कपिल गर्ग, जीडी गोयल, अशोक प्रधान, सचिव प्रवीन अग्रवाल, बालकिशन मंगला, कन्हैया लाल गर्ग, एडवोकेट प्रमोद गोयल, पदम चन्द, प्रहलाद राम, सतपाल गुप्ता, गिरजा शंकर, हेतराम कर्दम हरिराम, हरिओम अग्रवाल, प्रचार सचिव लक्ष्मणदास सिंघल, मनीष शर्मा, पवन गर्ग, शिवप्रसाद मुनीम, राम गोपाल कंसल, रजत गोयल आदि का अहम योगदान रहा। अन्य राज्यों से आए हुए युवक-युवती व उनके परिवार वालों को धर्मशाला में रूकने व उनके भोजन की संपूर्ण व्यवस्था समिति द्वारा करवाई गई। ये सर्वजातीय परिचय सम्मेलन दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए एक सराहनीय कदम है।