दोस्त के साथ मिलकर चला रहे रैकेट का हुआ भंडाफोड़, हनीट्रैप के केस में फंसा पुलिस इंस्पैक्टर,
अम्बाला छावनी : यमुनानगर के महिला थाना व अम्बाला शहर के सैक्टर-9 थाने में दर्ज किए गए दुष्कर्म के मामलों को लेकर अम्बाला सी.आई.ए.-2 की टीम ने बड़ा खुलासा किया है। यह दोनों ही मामले फर्जी दर्ज करवाए गए थे और केस दर्ज होने के बाद आरोपी पक्ष को पैसों के लिए ब्लैकमेल किया जा रहा था। इस मामले में जांच टीम ने बैंक आफ बड़ौदा की महिला बैंक मैनेजर सहित उसकी 2 अन्य साथियों को गिरफ्तार किया है। 2 आरोपी महिलाओं को 4 दिन पहले ही जेल भेजा जा चुका है, जबकि बैंक मैनेजर आरोपी का वीरवार को कोर्ट से 1 दिन का रिमांड लिया गया है।
दरअसल, बीती 30 अगस्त को शहर के सैक्टर-9 थाने में रवनीत नाम की महिला ने झज्जर निवासी मौजूदा पता किराएदार सैक्टर-9 के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया था। लेकिन जब एस.पी. ने मामले में जांच करवाई तो महिला द्वारा लगाए गए आरोप झूठे निकले और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। महिला ने पूछताछ में अपनी दोस्त सुखप्रीत, बैंक मैनेजर प्रीती व गौरव के नाम का खुलासा किया कि उसने इनके कहने पर झूठा केस दर्ज करवाया था। दुष्कर्म के केस में नामजद आरोपी मनोज बैंक मैनेजर प्रीती का पति है जिसका उसके साथ पारिवारिक विवाद चल रहा है।
दूसरी तरफ मनोज को ब्लैकमेल करते हुए केस कैंसिल करवाने की एवज में पैसों की डिमांड की जा रही थी। पुलिस ने झूठा केस दर्ज करवाने वाली महिला सहित अन्य के खिलाफ सैक्टर-9 थाने में 18 अक्तूबर को ब्लैकमेल करने व झूठा केस दर्ज करवाने का नया मामला दर्ज किया। इसके बाद मामले की जांच सी.आई.ए.-2 के पास पहुंची और जांच टीम ने यमुनानगर में एक बड़े कारोबारी पर दुष्कर्म का झूठा केस दर्ज करवाने वाली महिला सुखप्रीत को भी गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों की निशानदेही पर जांच टीम ने बुधवार देर शाम को बैंक मैनेजर प्रीती को भी गिरफ्तार कर लिया।
इसने पूछताछ में अपने साथी महेशनगर थाने के एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर सुभाष के नाम का खुलासा किया। लेकिन यह बात पता लगते ही इंस्पैक्टर सुभाष बुधवार रात को करीब 10 बजे थाने से फरार हो गया। उसे एस.पी. जश्नदीप सिंह रंधावा ने सस्पैंड कर दिया है। साथ ही आरोपी बैंक मैनेजर प्रीती को कोर्ट में पेश कर उसका रिमंाड लिया गया है। इस मामले में मुख्य आरोपी कैंट निवासी गौरव उर्फ गुरप्रताप व इंस्पैक्टर सुभाष अभी फरार हैं।
NEWS SOURCE : punjabkesari