मीडिया 2008-09 तक 24 घंटे मेरे लिए ‘वाह, वाह’ करता था, ये 2 मुद्दे उठाने से मेरे खिलाफ हो गया: राहुल गांधी का छलका दर्द
भारत जोड़ों यात्रा’ पर निकले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक वीडियो के जरिए अपने राजनीति में मीडिया छवि को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि साल 2008-09 में मीडिया मेरी खूब वाह-वाह करता था लेकिन इस दौरान मैंने दो मुद्दे उठाए…एक नियमगिरि और दूसरा था भट्टा पारसौल। जिसके बाद सबकुछ बदल गया।
दरअसल, राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल पर ‘मेरी मीडिया छवि का असली सच क्या है?’ सवाल के साथ एक वीडियो साझा किया है. इसमें उन्होंने बीजेपी पर उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया है।
वीडियो में राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं राजनीति में आया, तो देश का सारा मीडिया 2008-09 तक 24 घंटे मेरे लिए ‘वाह, वाह’ करता था। आपको याद है? फिर मैंने दो मुद्दे उठाए और सब कुछ बदल गया। राहुल ने कहा कि मैंने दो मुद्दे उठाए– एक नियमगिरि और दूसरा था भट्टा पारसौल। जब मैंने भूमि का मुद्दा उठाया और जब मैंने भूमि पर गरीब लोगों की रक्षा करना शुरू किया, तब पूरी मीडिया में तमाशा शुरू हो गया।
उन्होंने वीडिये में आगे कहा कि हम आदिवासियों के लिए पैसा अधिनियम और उनके भूमि अधिकारों के लिए अन्य कानून लाए और फिर मीडिया ने मेरे खिलाफ 24 घंटे लिखना शुरू कर दिया। राहुल गांधी ने कहा कि भारत की संपत्ति जो मूल रूप से महाराजाओं की थी, संविधान के माध्यम से जनता को दी गई थी, लेकिन बीजेपी ने इसके उलट काम करना शुरू कर दिया। बीजेपी फिर से जनता की उन संपत्तियों को देश के ‘महाराजाओं’ को वापस देना शुरू कर दिया।
इसके साथ ही राहुल ने बीजेपी पर अपनी छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने मेरी इमेज को खराब करने के लिए हजारों करोड़ खर्च किए। लेकिन वे मुझे इससे और ताकत दें रहे है क्योंकि सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता। मुझे पता है कि जब मुझ पर व्यक्तिगत हमला होता है तो इसका मतब है कि मैं सही रास्ते पर हूं।
गौरलतब है कि राहुल गांधी ने ओडिशा में वेदांता के खनन अभियान के लिए नियामगिरी भूमि अधिग्रहण का विरोध किया था उन्होंने इसे अवैध बताया था और बाद में इसे रोक दिया गया था। तो वहीं उत्तर प्रदेश के भट्टा, परसौल में भूमि अधिग्रहण को लेकर 2011 में बड़े पैमाने पर किसानों का विरोध देखा गया था. राहुल गांधी ने तत्कालीन मायावती सरकार के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन का दौरा किया था।
NEWS SOURCE : punjabkesari