आर्य समाज नोएडा के वार्षिकोत्सव का भव्य समापन
मामेंद्र कुमार शर्मा (संपादक डिस्कवरी न्यूज) नोएडा : आर्य समाज सेक्टर 33,नोएडा का वार्षिकोत्सव सोल्लास संपन्न हो गया।वैदिक विद्वान डा.जयेंद्र आचार्य के ब्रह्मत्व में सामवेद पारायण यज्ञ सम्पन्न हुआ। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य का दीर्घ कालीन सेवाओं के लिए सार्वजनिक अभिनंदन किया गया।अनिल आर्य ने अपने संबोधन में कहा कि जनसंख्या के असंतुलन से राष्ट्र के समीकरण भी बदल जाते हैं।उसके बाद संविधान,ध्वज,शिक्षा भी बदल जाती है ऐसे में जनसंख्या नियंत्रण की आज अत्यधिक आवश्यकता है।कश्मीर,केरल, पश्चिम बंगाल आदि की घटनाएं बार बार सावधान कर रही हैं, उन्होंने कहा कि धर्मांतरण से राष्ट्रांतरण हो जाता है।वोट बैंक के आधार पर ही पार्षद,विधायक, सांसद तय होते हैं और उसके आधार पर महापौर,मुख्यमंत्री, प्रधान मंत्री निश्चित होते हैं आज पूरे हिंदू समाज को चेतावनी है कि वह वोट के महत्व को समझते हुए 100 प्रतिशत मतदान करें अन्यथा आपका व राष्ट्र का भविष्य वह तय करेंगे जो 100 प्रतिशत मतदान करते हैं।फिर मत कहना कि “अब पछताए क्या होत है,जब चिड़िया चुग गई खेत”
मुख्य अतिथि के रूप में पधारे नोएडा के सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार डा महेश शर्मा के समारोह में आगमन पर गुरुकुल की ब्रह्मचारियों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया,डा महेश शर्मा ने गुरुकुल एवं बलिदान सम्मेलन में अपने उद्बोधन में कहा कि वे पिछले 30 वर्षों से आर्य समाज और आर्ष गुरुकुल से जुड़े हुए हैं,गुरुकुल हमें स्वयं संस्कारित होकर दूसरों को संस्कारित करना सिखाता है।उन्होंने आगे कहा कि सत्यार्थ प्रकाश स्वामी दयानन्द की राष्ट्र को अनुपम देन है।सत्यार्थ प्रकाश वेद ज्ञान को समझने की कुंजी है जिसमे ब्रह्मा से लेकर तृण पर्यन्त तक का ज्ञान है,हमें इसको सांगोपांग ग्रहण करना चाहिए, धन्य है वह लोग जिन्होंने अपनी बच्चियों को सुसंस्कारित करने हेतु यहां भेजने का कार्य किया हैं,उन्होंने आह्वान किया इस महायज्ञ में आहुति प्रदान करें, आर्य समाज का भविष्य उज्ज्वल है।
सुप्रसिद्ध भजनोपदेशक श्री दिनेश पथिक ने देशभक्ति के गीतों से श्रोताओं को झूमा दिया।
मुख्य वक्ता डा शशि प्रभा कुमार ने वार्षिकोत्सव की सफलता पर पर बधाई तथा गुरुकुल एवं बलिदान सम्मेलन विषय पर बोलते हुए कहां की गुरुकुल में ही बलिदान की प्रेरणा मिलती है गुरुकुलों से निकले छात्रों ने ही स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था तभी यह देश आजाद हुआ था।यहां राष्ट्र के प्रति समर्पित होने का संकल्प कराया जाता है,सत्य की रक्षा के लिए बलिदान की भावना जिसमें है, ईश्वर उन लोगों की सहायता करता है। जो राष्ट्र के लिए सर्वस्व न्योछावर करने को तैयार रहते हैं उन्हें अपना साथी बनाता है।यह सब भावना हमें यज्ञ से आती है।
योगाचार्य सत्यम के निर्देशन में गुरुकुल के ब्रह्मचारीओं का भव्य व्यायाम प्रदर्शन आकर्षण का केंद्र रहे।
डा मंजू नारंग द्वारा लिखित पुस्तक “अथर्ववेद का बृहद अध्यन” का विमोचन डा महेश शर्मा एवं शिक्षाविद आनंद चौहान जी ने किया।
इस अवसर पर डॉ ईश नारंग अजय सहगल,सुधीर गुलाटी देहरादून ने अपने विचार रखे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से सर्वश्री प्रिंसिपल रेनू सिंह, जनरल आरकेएस भाटिया, जितेंद्र, अंजुला, कठपालिया, उदल आर्य, रविंद्र सेठ, अनुपम बक्शी, रामभूल आर्य, सीमा जी आशु , मनोहर लाल सरदाना, आदर्श बिश्नोई, नरेंद्र सूद, संतोष लाल, ओमवती गुप्ता ,संध्या शर्मा, योगेश अरोड़ा, सरला अरोड़ा, सुनील जी, दीपक जी, योग शिक्षक आचार्य सत्यम आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का कुशल संचालन डा. जयेंद्र आचार्य वा मंत्री गायत्री मीना ने किया।
प्रधाना मधु भसीन,कैप्टन अशोक गुलाटी ने सभी का आभार व्यक्त किया।
शांतिपाठ के साथ सभा संपन्न हुई।