इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्कर्स यूनियन द्वारा प्रदर्शन

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मामेंद्र कुमार शर्मा (संपादक डिस्कवरी न्यूज) फरीदाबाद :  दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के सेक्टर-23 सर्कल फरीदाबाद कार्यालय पर सर्कल सचिव कर्मवीर यादव की अध्यक्षता में आउटसोर्सिंग पर बिजली निगम में कच्चे कर्मचारियों की माँगों को लेकर हरियाणा कर्मचारी महसंघ से संबंधित हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्करज यूनियन ने अपना जबरदस्त प्रदर्शन किया । जिसमे फरीदाबाद सर्कल के सभी बिजली कर्मचारियों ने एचएसईबी वर्करज यूनियन के बैनरतले जोरदार विरोध प्रदर्शन कर डीएचबीवीएन सर्कल फरीदाबाद के अधीक्षण अभियन्ता श्री नरेश कुमार कक्कड़ को निगम मैनेजमेंट के नाम से यूनियन की ओर से विरोध पत्ररूपी अपने माँग पत्र का एक ज्ञापन सौंपा ।

 

जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन के इस अवसर पर एचएसईबी वर्करज यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष श्री सुनील खटाना मौजूद रहे जिन्होंने कहा कि प्रदेश में लगे अनुबन्ध यानी आउट सोर्सिंग पर लगे बिजली कर्मचारियों का आंकड़ा लाभगग 18 हजार के तकरीबन है जो पिछले काफी समय से ठेकेदारी प्रथा के मार्फ़त बिजली निगम के संरक्षण में अपना काम बखूबी करते आ रहे हैं जो लगभग पिछले पाँच वर्षों से अधिक करीबन पंद्रह से बीस वर्ष के कार्यकाल अनुरूप अपनी सेवाएँ बिजली निगम के अधीन दे रहे हैं । इन सभी आउट सोर्सिंग पर लगे कच्चे कर्मचारियों को जिनमे सहायक लाइनमैन, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर और एलडीसी के कार्यभार पर फिलहाल कार्यरत हैं जिन्हें प्रदेश की सरकार बेघर कर रोजगार से वंचित करना चाहती है जिससे आगामी आने वाले समय प्रदेश के अंदर इन युवा कर्मचारी साथियों के लिये रोजगारी के संकट रूपी बादल छाने वाले हैं । इसी के चलते एचएसईबी वर्कर यूनियन ने इनके साथ होने वाले अहित को भाँपते हुए बिजली निगम मैनेजमेंट के साथ साथ सरकार से इस कौशल रोजगार विभाग को त्वरित तौर पर बंद करने की माँग की है । वरिष्ठ कर्मचारी नेता सतीश छाबड़ी यूनियन ने सरकार और मैनेजमेंट पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए बताया कि जब बिजली निगम में ये कच्चे बिजली कर्मचारी पिछले कई कई वर्षों से काम करते आ रहे हैं तो क्यों ना इनको पक्का किया जाए । बल्कि इन्हें प्रताड़ना करते हुए इनको कौशल रोजगार पोर्टल पर जबरन अपलोड करने का फरमान जो मैनेजमेंट दवारा जारी किए गए हैं वह सरासर इन कच्चे कर्मचारियों की काबलियत को तूल देने के बराबर है

 

 

क्योंकि बिजली निगम में काफी समय पूर्व से कार्यरत यह कर्मचारी कौशल रोजगार के पोर्टल पर अब नए सिरे से लिये जाएंगे जबकि इनके पुराने काम के काबिलियत को निरस्त माना जा रहा है । और बिजली महकमे में काम करते करते इन सभी कच्चे कर्मचारियों को तो कई कई वर्ष बीत चुके हैं तो फिर अब कौशल रोजगार के बहाने इन्हें प्रताड़ित करना किस नैतिकता के आधार और नियम के मायने में क्या यह सही है । इन सभी मुद्दों के विरोध में कर्मचारी प्रधान विनोद शर्मा, बृजपाल तँवर, लेखराज चौधरी, पुष्पेंद्र, सुनील चौहान, रवि दत्त, मदनगोपाल, सुरेन्दर सिंह ने अपने कड़े शब्दों के साथ एचएसईबी वर्करज यूनियन के नेताओं ने अपने स्पष्ट शब्दों में चेताते हुए कह दिया है कि हमारा एक भी कच्चा कर्मचारी इस कौशल रोजगार के चलते नौकरी से बाहर नही होगा । अगर ऐसा हुआ तो यूनियन इसके लिये प्रतिबद्ध रहते हुए एक बड़ा आन्दोलन करने के लिये मजबूर होगी । उन्होंने कहा कि जब सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों को प्रदेश की सरकार ने ना मानते हुए समान काम, समान वेतनमानों को देने की बजाय इनके रोजगार पर कुठाराघात करने का कौशल रोजगार रूपी षड्यंत्र को जबरन इन पर थोपने का काम कर रही है ।

 

 

सरकार को चाहिये कि इन कच्चे कर्मचारियों के कामों को वर्क एक्सपीरियंस यानी काम के अनुभव के आधार को प्रमुखता मानते हुए इन्हें सर्वप्रथम पक्का किया जाना चाहिए था ना कि हरियाणा कौशल रोजगार के नाम पर इन्हें भटकाने वाली नीतियों को लागू कर इनके हकों को डकारना किसी उत्पीडनता से कम नही हो सकता । एनपीएस मतलब नई पेंशन को खत्म कर पुरानी पेंशन की बाहली को लेकर अहम मुद्दे पर कर्मचारी नेता गरजे और यूनियन की ओर से जायज माँगों के प्रति आज हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्करज यूनियन ने इनके साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज को बुलन्द करते हुए बिगुल फूंक दिया है । विरोध कार्यक्रम के इस मौके पर फरीदाबाद सर्कल से भारी संख्या में कर्मचारी आक्रोशित होते हुए बिजली निगम मैनेजमेंट और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की ।