जापानी प्रतिनिधिमंडल ने किया श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का दौरा

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मामेंद्र कुमार शर्मा (संपादक डिस्कवरी न्यूज):  विश्वविद्यालय में जापानी भाषा सीख रहे विद्यार्थियों के साथ की बातचीत, जापान में रोजगार की संभावनाओं पर हुई चर्चा विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. आर. एस. राठौड़ ने किया स्वागत, अत्याधुनिक परिसर देख प्रसन्न हुए जापानी मेहमान फरीदाबाद। जापान के प्रतिनिधिमंडल ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का दौरा किया और जापानी भाषा सीखने वाले विद्यार्थियों से मुलाकात की। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय युवाओं को जापानी भाषा में पारंगत कर रहा है। जापानी भाषा को प्रोत्साहित करने और युवाओं में इसके प्रति उत्साह को देखने जापान के प्रतिनिधि दुधौला स्थित विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे। यहां पहुंचने पर विवि के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की अत्याधुनिक लैब तथा वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर देख कर प्रसन्नता जताई। जापानी भाषा सीख रहे विद्यार्थियों से मिल कर जापानी मेहमान काफी खुश नजर आए और उन्होंने अपनी भाषा में उनके साथ बातचीत भी की। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. आर. एस. राठौड़ ने जापानी अतिथियों का भावभीना स्वागत करते हुआ कहा कि जापान के साथ भारत के हमेशा मधुर संबंध रहे हैं और हम हमेशा जापान को अपने बहुत करीब समझते हैं। इसी मैत्री भाव के साथ श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने जापानी भाषा में एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स शुरू किया।

विद्यार्थियों ने जापानी भाषा के प्रति काफी रुचि ली है। जापानी प्रतिधिमंडल में शामिल शुइची ओगावा, गोइची सकातनी और ताकायूकी नागानूमा ने जापानी सीख रहे विद्यार्थियों के साथ बातचीत की और उन्हें जापान में रोजगार की संभावनाओं से अवगत करवाया। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि जापान में वृद्धों की देखभाल से लेकर कई अन्य क्षेत्रों में युवाओं की आवश्यकता है। जो जापानी भाषा सीख जाएंगे, उनके लिए रोजगार की आपार संभावनाएं हैं। उन्होंने भविष्य में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ मिलकर जापानी भाषा को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर भी चर्चा की। इस अवसर पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर निर्मल सिंह, उप कुलसचिव डॉ. ललित शर्मा, कुलपति के विशेष कार्यकारी अधिकारी संजीव तायल, फुरुसावा लैंग्वेज एकेडमी के निदेशक शिवकुमार नागपाल और मिस कोंसम भी मौजूद थे।