संत रविदास ने बिना भेदभाव सबके साथ प्रेम से रहने का दिया संदेश : अजय गौड़
फरीदाबाद । एनआईटी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव सारन स्थित संत गुरु रविदास मंदिर में संत सूरदास की 646वें प्रकाश पर्व व भारत रत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति का अनावरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सलाहकार व भाजपा नेता अजय गौड़ ने शिरकत की वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता नगेंद्र भड़ाना द्वारा की गई। इस मौके पर अजय गौड़ ने संत रविदास को नमन करते हुए कहा कि संत रविदास ने लोगों को बिना भेदभाव आपस में प्रेम करने की शिक्षा दी है। उनके उपदेशों और शिक्षाओं में से आज भी हमारे समाज को मार्गदर्शन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि संत रविदास ने कहा कि सम्मान किसी की परिस्थिति का नहीं बल्कि गुणों का होना चाहिए।
बिना वैरभाव के सभी को साथ लेकर आगे बढऩे की शिक्षा संत रविदास ने दी है। श्री गौड़ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में सर्व समाज के कल्याण के काम कर रही है। संत रविदास की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए सरकार समाज के हर वर्ग को साथ लेकर बिना भेदभाव के विकास के पथ पर आगे बढ़ रही है। हर वर्ग के कल्याण की योजनाओं बना रही है और उन्हे पूरी तत्परता के साथ लागू किया जा रहा है। इस मौके पर पूर्व विधायक व भाजपा नेता नगेंद्र भड़ाना ने पूर्व सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले गरीबों के कल्याण के लिए जो पैसा सरकारें भेजती थी वो पूरा उनके पास नहीं पहुंच पाता था लेकिन केंद्र और प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद हर योजना का पूरा का पूरा फायदा सीधे अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रहा है। इस दौरान अजय गौड़ व नगेंद्र भड़ाना ने ग्रामीणों से साथ सरकार के कार्यो को लेकर बातचीत भी की और उनकी समस्याओं को सुनकर समाधान का आश्वासन भी दिया है। इस मौके पर एससी मोर्चा के जिलाध्यक्ष नरेश नंबरदार, जिला महामंत्री भाजपा आरएन सिंह, रंजीत सिंह जी (पूर्व चीफ डॉयरेक्टर दिल्ली उद्योग), पुरण चंद पंवार जी ( पूर्व डी.सी.पी), कन्हैयालाल जी (प्रधान), करण सिंह भारती (महासचिव), भूपलाल जी (सलाहकार), ओमप्रकाश जी (स्टोर कीपर), खजान सिंह जी (कार्यालय सचिव), रामदास प्रधान, धर्मवीर धामा, समाजसेवी सुरज प्रधान, पारस नाथ व्यास, मनोज बालियान, फूलचंद, राजेंद्र, त्रिवेणी राजकली, रतनपाल चौहान, माता सुर्जीदेवी, कंवर सैन जी, भीम, गजराज, कर्मवीर, मातृ शक्ति बड़े बुजुर्ग सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।