युवाओं को नई उभरती प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में रोजगार के अवसरों के लिए होना होगा तैयारः राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय
किया तथा वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। कुलपति ने विगत वर्षों की विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय ने विभिन्न गुणवत्ता मानदंडों पर खुद को साबित किया है। इस समय विश्वविद्यालय में लगभग 60 पाठ्यक्रम पढ़ाये जा रहे है। विश्वविद्यालय ने नई शोध सुविधाओं तथा ढांचागत व्यवस्थाओं को विकसित किया है तथा रोजगार एवं प्रशिक्षण गतिविधियों को बढ़ावा दिया है। उन्होंने नई शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन तथा विश्वविद्यालय के नये परिसर को लेकर भी प्रतिबद्धता जताई। समारोह के अंत में कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग ने धन्यवाद प्रस्तुत किया तथा राष्ट्रगान के साथ दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ। इस अवसर पर वाईएमसीए मॉब एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री सुखदेव सिंह, एमसीएनयूजेसी, भोपाल से प्रो. पी. शशिकला रामचंद्रन, एमडीयू रोहतक से प्रो. (सेवानिवृत्त) एस.एन. मिश्रा, विश्वविद्यालय की विभिन्न निकायों के सदस्य और जिला प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित थे।