श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का मॉडल अपनाएगी असम की स्किल यूनिवर्सिटी
मामेंद्र कुमार शर्मा (संपादक डिस्कवरी न्यूज) फरीदाबाद। असम में बनने वाला कौशल विश्वविद्यालय श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की तर्ज पर होगा। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित किए गए मानकों और आदर्शों को वहां लागू किया जाएगा। इसी कड़ी में असम का एक प्रतिनिधिमंडल श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का दौरा करने पहुंचा। उन्होंने विश्वविद्यालय के प्रारूप और तौर-तरीकों को समझा। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में पहुंचे असम के प्रतिनिधिमंडल का जोरदार स्वागत किया गया। ज्योतिष कुमार शर्मा के नेतृत्व में पहुंचे इस प्रतिनिधिमंडल को विश्वविद्यालय परिसर का भ्रमण करवाया गया और उन्हें अत्याधुनिक लैब और वर्क स्टेशन दिखाए गए। दोहरे एकीकृत मॉडल को असम में स्थापित करने के लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के अनूठे प्रयोग प्रतिनिधिमंडल में शामिल विशेषज्ञों को काफी पसंद आए। कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने कौशल शिक्षा के क्षेत्र में कई अभिनव प्रयोग किए हैं।
अब यह अनुभव देश के अन्य शिक्षण संस्थानों के काम आएंगे। इस लिहाज से श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय देश में सभी राज्यों के लिए एक आदर्श संस्थान बन गया है। कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि देशभर में कौशल आधारित शिक्षा पर बनने वाले संस्थान श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के मानकों पर काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में असम में स्थापित होने कौशल विश्वविद्यालय के प्रारूप के लिए प्रतिनिधिमंडल ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का भ्रमण किया। असम के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे ज्योतिष कुमार शर्मा ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने देश में एक आदर्श स्थापित किया है। अब इसी के आधार पर दूसरे संस्थान भी आगे बढ़ पाएंगे। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा किए गए यह प्रयास अनुभव और मॉडल के तौर पर हमारे सामने हैं। यह अपने आप में कौशल शिक्षा का उत्कृष्ट मॉडल है। असम के प्रतिनिधिमंडल को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का इनोवेटिव स्किल स्कूल बहुत पसंद आया। स्कूल शिक्षा में कौशल और व्यवसायिक कोर्सों के समायोजन की उन्होंने जमकर तारीफ की। स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. जलबीर सिंह ने उन्हें पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी दी। विश्वविद्यालय परिसर पहुंचने पर डीन प्रो. सुरेश कुमार, प्रो. रंजीत सिंह, प्रो. आशीष श्रीवास्तव, प्रो. संजय राठौर, उप कुल सचिव डॉ. ललित शर्मा, डॉ. मनी कंवर, डॉ. प्रीति, डॉ. सुनील शर्मा और आरपीएल के पाठ्यक्रम प्रबंधक संजय आनंद ने असम के प्रतिनिधिमंडल को अपने-अपने विभागों के संबंध में जानकारी दी।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ जुड़ेंगे उत्कृष्टता केंद्र
हरियाणा सरकार के बागवानी विभाग के उत्कृष्टता केंद्र श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ जुड़ेंगे। यह उत्कृष्टता केंद्र इजराइल, नीदरलैंड, इंग्लैंड और पेरू जैसे देशों के साथ मिलकर बागवानी के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा बागवानी में करवाए जा रहे कोर्स को आने वाले समय में उत्कृष्टता केंद्रों के साथ एकीकृत किया जाएगा। इसी कड़ी में बागवानी विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. जोगिंद्र सिंह घनघस ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का भ्रमण किया। उन्होंने बताया कि विभिन्न देशों के साथ मिलकर इस समय हरियाणा में 14 उत्कृष्टता केंद्र चलाए जा रहे हैं। कृषि संकाय के डीन प्रो. रणजीत सिंह ने बताया कि बागवानी विभाग के साथ मिल कर कोर्स को एकीकृत बनाने की योजना है। इस संबंध में एक एमओयू करने की योजना पर विचार किया जा रहा है। प्रो. रणजीत सिंह ने बताया कि बागवानी विभाग के साथ डी. वॉक हॉर्टिकल्चर कोर्स, उसके पाठ्यक्रम, अन्य संस्थानों की संबद्धता और फैकल्टी एक्सचेंज सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई है। इसअवसर पर एसीडी के व्यापार प्रबंधक सरोज मिश्रा और डॉ हेमंत भी मौजूद थे।