श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय सीनियर सेकेंडरी इनोवेटिव स्किल स्कूल की समीक्षा बैठक आयोजित
मामेंद्र कुमार शर्मा (संपादक डिस्कवरी न्यूज) फरीदाबाद। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि अच्छे करियर का निर्माण करना ही शिक्षा का उद्देश्य है। यह लक्ष्य इनोवेटिव स्किल स्कूल पूरा करेगा। बच्चों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आईटी, साइबर और डाटा से जुड़े हुए विषयों में पारंगत करने की आवश्यकता है। इंडस्ट्री इन क्षेत्रों में प्रशिक्षित लोगों का इंतजार कर रही है। वह मंगलवार को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय सीनियर सेकेंडरी इनोवेटिव स्किल स्कूल की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि हम शिक्षा के शुरुआती दौर में उत्कृष्टता की ओर बढ़ रहे हैं।
इनोवेटिव स्किल स्कूल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। यह देश का अपने प्रकार का पहला विद्यालय है। हमने इनोवेटिव स्किल स्कूल में पाठ्यक्रम और विषयों के संदर्भ जो नए प्रयोग किए हैं, उनके बेहतर परिणाम सामने आए हैं। जिन विषयों को विद्यार्थी बारहवीं पास करने के बाद पढ़ते थे, अब वह विषय नौंवी कक्षा में पढ़ाने शुरू किए हैं। विद्यार्थी चार साल पहले ही नए विषयों के साथ तालमेल बिठा रहे हैं। यह नए तकनीकी विषय ही इंडस्ट्री की जरूरत हैं। कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि नेशनल स्किल क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार तैयार किए गए यह विषय विद्यार्थियों को काफी अनुकूल लग रहे हैं। आगामी सत्र के लिए दाखिलों के आवेदनों की बढ़ती संख्या इसका प्रमाण है।
कुलपति राज नेहरू ने कहा कि इसके अलावा बढ़ते हुए ड्रॉपआउट को रोकने का भी यह एक अत्यंत व्यावहारिक एवं कारगर तरीका है। बैठक में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. जलबीर सिंह ने कहा कि दाखिले के लिए हमने दोहरी प्रणाली को अपनाया है। पहले विद्यार्थियों की लिखित प्रवेश परीक्षा होगी और फिर स्किल टेस्ट होगा। दोनों परीक्षाएं पास करने वाले विद्यार्थियों को ही दाखिला मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस बार आवेदनों की संख्या काफी ज्यादा है। विद्यार्थियों में देश के सबसे पहले इनोवेटिव स्किल स्कूल में दाखिलों के लिए जबरदस्त उत्साह है। प्रदेश से बाहर के काफी विद्यार्थी दाखिला लेने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वेबसाइट पर काफी सारी जिज्ञासाएं देखने को मिली हैं। 30 मार्च आवेदन की आखिरी तारीख है। बैठक में दाखिला प्रक्रिया को त्वरित और पारदर्शी बनाने पर भी विचार-विमर्श किया गया।