राजा नाहर सिंह की 200 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई
मामेंद्र कुमार शर्मा (संपादक डिस्कवरी न्यूज) फरीदाबाद, 6 अप्रैल। बल्लभगढ़ सैक्टर-3 स्थित राजा नाहर सिंह पैलेस में अमर शहीद राजा नाहर सिंह की 200वीं जयंती आज मनाई गई। इस अवसर पर उनके वंशज राजा राजकुमार तेवतिया, सुनील तेवतिया व अनिल तेवतिया ने एक हवन-यज्ञ का आयोजन भी किया और उनके चित्र पर आए हुए सभी लोगों सहित राजा नाहर सिंह सोसायटी के सदस्यों ने पुष्प अर्पित किए। इस मौके पर उनके वंशज राजकुमार तेवतिया, सुनील तेवतिया, अनिल तेवतिया ने कहा कि आज से 200 वर्ष पूर्व 6 अप्रैल 1823 को राजा नाहर सिंह का जन्म इसी बल्लभगढ़ की पावन नगरी में हुआ था। उन्होंने कहा कि राजा नाहर सिंह ने कभी अपने प्राणों की परवाह नहीं की उन्होंने हमेशा ही अंग्रेजों से लोहा लिया और अंग्रेजों को कभी दिल्ली की और कूच नहीं करने दिया उन्होंने कहा कि राजा नाहर सिंह को संधि के मार्फत गलती से 9 जनवरी 1857 को दिल्ली के चांदनी चौक लाल किला पर बुलाकर धोखे से उनको फांसी दे दी राजा नाहर सिंह ने हंसत-हंसते मौत को गले लगाया और कहा कि आज एक राजा नाहर सिंह को आप फांसी दे रहे हो आगे और हजारों राजा नाहर सिंह पैदा होंगे आखिरकार अंग्रेजों को देश छोडक़र जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि राजा नाहर सिंह के बताए हुए रास्तों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है
इसलिए हमें आज अपने युवा पीढ़ी को उनके इतिहास के बारे में बताना चाहिए। इस अवसर पर सुनील तेवतिया ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल से राजा नाहर सिंह के पैतृक महल को म्यूजियम बनाने व राजा नाहर सिंह की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करने की भी मांग रखी, जिससे कि आने वाली पीढ़ी को राजा नाहर सिंह के बलिदान का इतिहास का पता लग सके। इस अवसर पर जीत सिंह गिल, जयदेव सिंह एडवोकेट, गजेन्द्र सिंह, जय सिंह शेखावत, महेन्द्र सांगवान, प्रवीन तेवतिया, रोहित कुमार, कुलदीप हुड्डा, प्रमोद दीक्षित, रवि पाठक, मोहरपाल सिंह, गौतम तेवतिया, जीवन पहलवान, राजेश मलिक, दयानंद राठी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।