श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग देगा विशेष प्रशिक्षण, प्रशिक्षकों का पूल तैयार
मामेंद्र कुमार शर्मा (संपादक डिस्कवरी न्यूज) फरीदाबाद। हरियाणा में काम कर रहे 812 योग सहायकों को अब प्रशिक्षण देकर और दक्ष बनाया जाएगा। उन्हें प्रशिक्षित करने का जिम्मा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को सौंपा गया है। विश्वविद्यालय का मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग इसके लिए विशेष प्रशिक्षण का आयोजन करेगा। इसके लिए प्रत्येक जिले में प्रशिक्षण शिविर लगाए जाएंगे। यह योग सहायक हरियाणा के आयुष विभाग के अंतर्गत कार्यरत हैं। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि विश्वविद्यालय रिकॉग्निशन ऑफ प्रायर लर्निंग (आरपीएल) के अंतर्गत योग सहायकों को प्रशिक्षित करके उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान करेगा।
यह योग सहायक हरियाणा के सभी 22 जिलों से संबंधित हैं। डॉ. राज नेहरू ने बताया कि आयुष विभाग के साथ श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा एमओयू साइन किया गया है। उसी के अंतर्गत इन योग सहायकों को प्रशिक्षित करने का दायित्व मिला है। इस प्रशिक्षण के लिए विश्वविद्यालय ने अनुभवी और योग्य प्रशिक्षकों का एक बड़ा पूल तैयार किया है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि प्रदेश सरकार जिस तरह से आयुष और विशेष तौर पर योग को बढ़ावा दे रही है, उसी को देखते हुए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने योग सहायकों के लिए एक विशिष्ट पाठ्यक्रम तैयार किया है। इसके अंतर्गत उन्हें पूर्व अनुभव के आधार पर मान्यता देकर प्रशिक्षित करेंगे।
उन्हें सर्टिफिकेट भी प्रदान किए जाएंगे। डॉ. राज नेहरू ने कहा कि योग का हमारे जीवन में अत्यधिक महत्व है। जिस तरह की जीवन शैली लोग अपना रहे हैं, वह बीमारियों का कारण बन रही है। इसलिए आरोग्य के लिए योग सबसे ज्यादा जरूरी है और प्रशिक्षण लेने के बाद यह योग सहायक और बेहतर योगदान दे सकेंगे। हरियाणा योग परिषद भी योग सहायकों को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के माध्यम से प्रशिक्षण की संस्तुति कर चुकी है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग की संयुक्त निदेशक अंबिका पटियाल ने बताया कि योग सहायकों के अलग-अलग बैच बनाकर उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण के लिए बाकायदा पाठ्यक्रम तैयार कर लिया गया है। इस प्रशिक्षण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाएगा,ताकि योग सहायक और अधिक दक्ष बन सकें। इससे योग सहायकों की अप स्किलिंग होगी और उनके हाथ में प्रमाणपत्र भी होंगे। यह हरियाणा सरकार की एक सराहनीय पहल है।