ग्रुप सी की भर्तियों के स्क्रीनिंग टेस्ट रद्द, नौकरी पाने वालों को करना होगा और इंतजार: हरियाणा

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हरियाणा में एक जुलाई से शुरू होने वाली ग्रुप सी की स्क्रीनिंग परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। मंगलवार को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने इस संबंध में फैसला लिया है। तृतीय श्रेणी के 32 हजार पदों की भर्ती के लिए सामान्य पात्रता परीक्षा (सीईटी) पास कर चुके युवाओं को स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। परीक्षा के लिए नई तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी।

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आयोग ने एक व दो जुलाई, आठ व नौ तथा 15 व 16 जुलाई को स्क्रीनिंग परीक्षाओं का आयोजन किया था। यह दूसरा मौका है जब स्क्रीनिंग टेस्ट की तिथि घोषित होने के बाद परीक्षा को रद करना पड़ा है। इससे पहले एचएसएससी ने 13 श्रेणियों के पदों के लिए 24 और 25 जून को परीक्षा तय की थी जिसे प्रशासनिक कारणों से स्थगित कर दिया गया था। कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने मंगलवारकी शाम चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में परीक्षा स्थगित होने के पीछे प्रशासनिक कारणों का हवाला देते हुए कहा कि अभ्यर्थियों को निराश होने की जरूरत नहीं है। जल्द ही परीक्षा की नई तारीख घोषित की जाएगी। उन्होंने बताया कि परीक्षा से पहले अब सीईटी का विस्तृत परीक्षा परिणाम जारी किया जाएगा।

सीईटी रिजल्ट की डिटेल कटआफ जारी करने के बाद ही हम अगली परीक्षाओं की तिथि घोषित करेंगे। सीईटी पास अभ्यर्थियों के लिए विभिन्न ग्रुप की परीक्षाओं के लिए नया शेड्यूल 15 और 16 जुलाई के बाद ही बन पाएगा। खदरी ने बताया कि सीईटी पास अभ्यर्थियों को सामाजिक आर्थिक आधार पर मिले अंक भी सार्वजनिक किए जाएंगे ताकि पारदर्शिता बनी रहे। जहां तक भर्ती के लिए निर्धारित पदों की तुलना में केवल चार गुणा अभ्यर्थियों को बुलाने की बात है तो यह सीईटी एक्ट का पार्ट है। यह सरकार का फैसला है जिसमें कर्मचारी चयन आयोग कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि चतुर्थ श्रेणी पदों के सीईटी के लिए आवेदन की तारीख 26 जून से 10 दिन और बढ़ाकर छह जुलाई कर दी है। इससे बाकी बचे युवा भी आवेदन कर सकेंगे। ग्रुप डी के लिए सीईटी सितंबर में होने की उम्मीद है।

सामाजिक-आर्थिक आधार पर अंक मांग रहे टीजीटी उम्मीदवारों की सूची जारी

प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) की भर्ती में सामाजिक-आर्थिक आधार पर अंक मांग रहे 22 हजार 522 उम्मीदवारों की सूची एचएसएससी ने सार्वजनिक कर दी है ताकि आपत्तियों को दूर किया जा सके। एचएसएससी चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि कई अभ्यर्थियों ने अनजाने में या फिर गलत तरीके से सामाजिक-आर्थिक आधार के अंकों का दावा किया है। ऐसे युवाओं को सलाह दी जाती है कि उन्हें दस्तावेजों की जांच के समय अपने गलत दावे को वापस ले लेना चाहिए। इसी तरह किसी अभ्यर्थी ने एक से अधिक फार्म भरे हैं तो उसे अपना दावा छोड़ देना चाहिए। अगर बाद में किसी भी स्तर पर सत्यापन के बाद पता चलता है कि अभ्यर्थी ने गलत तरीके से सामाजिक-आर्थिक अंकों का दावा किया गया तो न केवल नियुक्ति रद कर दी जाएगी, बल्कि भविष्य में किसी भी सरकारी नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर सकेगा। उसके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई भी की जाएगी।

 

NEWS SOURCE :  punjabkesari