एनसीवीईटी और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के बीच हुआ अनुबंध कौशल और तकनीक के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर और बड़ी भूमिका निभाएगा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय

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मामेंद्र कुमार शर्मा (संपादक डिस्कवरी न्यूज) फरीदाबाद। राष्ट्रीय व्यवसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी) और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के बीच महत्वपूर्ण अनुबंध हुआ है। इसके अंतर्गत श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को दोहरी श्रेणी (ड्यूल कैटेगरी) में अवॉर्डिंग बॉडी के रूप में मान्यता दी गई है। इस उपलब्धि के बाद विश्वविद्यालय तकनीक और कौशल के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका निभाने में और अधिकृत होगा। इस अनुबंध पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रो. ज्योति राणा और एनसीवीईटी के निदेशक कर्नल (रिटा.) संतोष कुमार ने हस्ताक्षर किए। यह अनुबंध एनसीवीईटी के चेयरमैन डॉ. निर्मल जीत सिंह कलसी और कार्यकारी निदेशक विनीता अग्रवाल, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग की संयुक्त निदेशक अंबिका पटियाल तथा बिजनेस डेवलपमेंट हेड सरोज मिश्रा की उपस्थिति में हुआ। डॉ. निर्मल जीत सिंह कलसी ने इस उपलब्धि के लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रो. ज्योति राणा एवं पूरी टीम को बधाई दी।

विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि इस अनुबंध के बाद श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय अवॉर्डिग बॉडी के रूप में हरियाणा ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका निभाएगा। कौशल और तकनीक के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की सहभागिता और मजबूत होगी। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस पायदान पर पहुंचने के लिए कुलसचिव प्रो. ज्योति राणा, मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग की संयुक्त निदेशक अंबिका पटियाल तथा बिजनेस डेवलपमेंट हेड सरोज मिश्रा को बधाई दी। कुलसचिव प्रो. ज्योति राणा ने कहा कि एनसीवीईटी के साथ हुए इस अनुबंध से श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) से संरेखित और सुमेलित नए कोर्स डिजाइन करने के लिए अधिकृत होगा।

 

विभिन्न प्रकार के मूल्यांकन के लिए भी विश्वविद्यालय के पास विशेषज्ञताएं होंगी। संयुक्त निदेशक अंबिका पटियाल ने बताया कि अवार्डिंग बॉडी का दर्जा मिलने के बाद अब श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय विभिन्न क्षेत्र के प्रशिक्षकों की क्षमताओं को विकसित करेगा। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि से कौशल के क्षेत्र में हम व्यापक योगदान कर पाएंगे। राष्ट्रीय परियोजनाओं में भी श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की भागीदारी बढ़ेगी।