हरियाणा टूरिज्म कर्मचारी संघ ने सरकार से मांगो को लेकर किया धरना प्रदर्शन

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 फरीदाबाद: होटल राजहंस सूरजकुण्ड प्रांगण में राज्य प्रधान सुरेश नोहरा की अध्यक्षता में दूसरा ज़ोनल धरना दिया गया। मंच का संचालन उप प्रधान दिगंबर सिंह ने किया। धरने में फ़रीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल, सिरसा, कैथल और राई ज़िले के कर्मचारियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। राज्य के चेअरमैन मित्रपाल राणा, प्रधान सुरेश नोहरा, महासचिव सुभाष देसवाल, वरि उप प्रधान युद्धवीर सिंह, प्रैस सचिव टीकाराम शर्मा ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कुंभकर्णी निद्रा में सोया पर्यटन निगम प्रशासन जिस प्रकार पर्यटन के कॉमलेक्शों के रखरखाब पर ध्यान नहीं दे रहा और कॉम्पलेक्शों में कार्यरत कर्मचारियों की वर्षों से लंबित माँगों की अनदेखी करने के कारण हरियाणा पर्यटन निगम बर्बादी के कगार पर खड़ा है।हर महीने कर्मचारी सेवा निवृत हो रहे हैं जिसके कारण पर्यटन निगम मैन पॉवर की कमी से जूझ रहा है
और अतिथियों को अच्छी सेवा देने में असमर्थ है। अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। ब्लॉक ईयर 2020-23 की एलटीसी तुरंत देने, 2006 व 2014 में ईपीएफ शेयर में हुए भेदभाव को दूर करने, 18 महीने का बक़ाया मकान भत्ता देने, आऊटसोर्स पर एच.के.आर. एन. के तहत लगे कर्मियों वर्दी, ई.एस.आई. कार्ड, अनुभव के आधार पर वेतनवृद्धी, रेगुलर कर्मचारियों को कैसलेस मेडिकल सुविधा,निगम में कार्यरत सभी वर्गों की पदोन्नति करने,वेतन का केंद्रीयकरण, कर्मचारियों के सेवा नियम, निजीकरण पर रोक, निगम में स्थाई भर्ती करने, कोशल रोज़गार बंद करने और रिटायर कर्मचारियों का हिसाब किताब समय पर देने आदि माँगों पर पर्यटन प्रशासन कतई गंभीर नहीं है
जिसकी वजह से कर्मचारी आंदोलन करने को मजबूर हैं। हरियाणा टूरिज्म कर्मचारी संघ ने इन समस्याओं को पर्यटन प्रशासन के सामने पत्राचार व वार्ता के दौरान उठाकर इनका समाधान करवाने के लिए लगातार प्रयास किया है। उन्होंने पर्यटन प्रशासन को चेताया कि वक़्त रहते माँगो को पूरा नहीं किया तो दिनाँक 12-09-23 को पर्यटन का कर्मचारी भारी तादात में पर्यटन मंत्री के निवास पर जाकर ज़ोरदार प्रदर्शन करेंगे। जोनल धरने को राज्य कमेटी के नेता देवेंद्र नंबरदार, लच्छीराम, वीरेंद्र शर्मा, सुरेंद्र चाँदना, मुरारीलाल, मामराज, सुभाष बिधुदी, रामजीत, रतिपाल, एसकेएस ब्लॉक के नेता कल्लूराम, प्रह्लाद, राजवीर, मनोज, सुभाष, सतीश गोरियाँ, धरमपाली आदि नेताओं ने भी संबोधित किया।