हरियाणा बाल कल्याण परिषद द्वारा सुखमणि रिजॉर्ट में मनाया राज्य स्तरीय हरियाली तीज महोत्सव

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Yamunanagar : हरियाणा बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष एवं महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राज्य स्तरीय हरियाली तीज अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सभी को इस पावन पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि यह पावन पर्व हम सभी प्रदेशवासियों के जीवन में सुख, शान्ति, समृद्धि, खुशहाली एवं प्रगति लेकर आए।
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से यमुनानगर के सुखमणि रिजॉर्ट में राज्य स्तरीय हरियाली तीज महोत्सव का आयोजन किया गया। इस पर्व पर हरियाणा भर से विभिन्न स्कूलों की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इससे पहले महामहिम राज्यपाल ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। राज्यपाल ने आरपीएस पब्लिक स्कूल धारूहेड़ा की छात्राओं द्वारा हनुमान चालीसा पर आधारित प्रस्तुति पर छात्राओं को बधाई दी और इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया। महामहिम राज्यपाल ने कार्यक्रम स्थल पर लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
महामहिम राज्यपाल ने कहा कि मनुष्य के जीवन में जोश, उल्लास एवं उत्साह पैदा करने में उत्सवों और त्यौहारों का अहम महत्व होता है। यह तीज त्यौहार हमारे जीवन में प्यार-मोहब्बत, आपसी सद्भाव एवं भाईचारे के रंग भरते है और यह हमारे देश की महान प्राचीन सभ्यता, संस्कृति एवं परम्पराओं के परिचायक हैैं। भारतवर्ष में विभिन्न ऋतुओं, मौसमों, संस्कृति व धर्मों से जुड़े अनेकों पर्व, उत्सव व त्यौहार बेहद ही हर्षोल्लास के साथ मिलजुल कर मनाए जाते हैं। इसी कारण से हमारी भारतीय संस्कृति की विश्वभर में अपनी एक अलग पहचान है। उत्तर भारत में इस मास का तीज उत्सव एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है। भारतीय संस्कृति में हरियाली तीज का अपना एक महत्व है। हरियाली तीज का उत्सव श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। हरियाली तीज के दिन सुहागन स्त्रियां हरे रंग के वस्त्र धारण कर श्रृंगार करके पूजा-अर्चना करती है। इसके पीछे धार्मिक कारणों के साथ-साथ वैज्ञानिक कारण भी सम्मिलित है। हरा रंग खुशहाली, सुख-शांति, समृद्धि और प्रगति का प्रतीक है। हरियाणा सरकार द्वारा तीज त्योहारों व उत्सवों में और अधिक मिठास घोलने तथा भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न अवसरों पर कई आयोजन किए जाते है और ये उत्सव राज्य स्तर पर मनाएं जाते है।
यह उत्सव विशेष रूप से महिलाओं का उत्सव है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में इसे कजली तीज के रूप में भी मनाते हैं। सुहागिन स्त्रियों के लिए यह व्रत बहुत महत्व रखता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन माता पार्वती सैकड़ों वर्षो की साधना के पश्चात भगवान शिव से मिली थी। यह भी कहा जाता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए 107 बार जन्म लिया, फिर भी माता को पति के रूप में शिव प्राप्त न हो सके। 108वीं बार माता पार्वती ने जब जन्म लिया तब श्रावण मास की शुक्ल पक्ष तृतीया को भगवान शिव पति के रूप में प्राप्त हुए। तभी से तीज व्रत का आरम्भ हुआ और त्यौहार के रूप में मनाया जाने लगा।
भारत देश अनेक धर्मो व विभिन्न समुदायों का देश है। यहां अनेक प्रकार की संस्कृति अपने अपने रंग में रंगी हुई हैं। देश में अलग-अलग प्रकार की वेशभूषा, भाषाएं, बोलियां और कलाएं देखने को मिलती हैं। फिर भी हमारा देश अनेकता में एकता को संजोए हुए है। आज विश्व के दूसरे देशों के लोग भी भारत की प्राचीन संस्कृति, परंपराओं एवं पर्वों को जानने और अपनाने की इच्छा रखते हैं, जोकि हमारे देश एवं प्रदेश के लिए बहुत ही गौरव की बात हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत के लोग एक दूसरे के धर्म का सम्मान करते हैं और एक दूसरे के त्योहारों का हिस्सा बनते हैं। देश में होली, तीज, रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, नवरात्रि, दशहरा, दीपावली जैसे अनेक प्रकार के त्यौहार मनाये जाते हैं। इन सभी त्योहारों का अपना-अपना अलग ही महत्व होता है। विशेषकर सावन के महीने को पर्वों के महीने के रूप में जाना जाता है। इस महीने में विभिन्न राज्यों में दर्जनों त्यौहार मनाएं जाते हैं, जैसे तेलंगाना, आन्ध्र प्रदेश में बोनालु, केरल में ओणम, हिमाचल प्रदेश में मिंजर मेला आदि ये सभी त्यौहार जगन्नाथपुरी में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के बाद शुरू होते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हरियाणा के स्कूल शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री कंवर पाल ने हरियाली तीज पर सभी को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि त्यौहार हमारी संस्कृति की ताकत है, हमारे पूर्वजों ने हजारों साल पहले कह दिया था कि खुश रहना ही जीवन है और यह खुशी हमे उत्सव से मिलती है। हमारी संस्कृति में 20 ऐसे उत्सव है जिनसे हमें बेहतर खुशी का एहसास होता है। उन्होंने तीज और फाग त्यौहार को बेहतर खुशी और मनोरंजन का त्यौहार बताया। उन्होंने कहा कि समय के अनुसार अब कुछ बदल रहा है। अब तीज पर्व में बदलाव हो गया है । पश्चिमी सभ्यता के कारण हमारे लोग भी अपने त्योहारों को दूसरे तरीके से मना रहे है। हमारी संस्कृति जीवित रहे इसलिए हम आज पुरानी परम्परा को जागृत करने के लिए सार्वजनिक रूप से हरियाली तीज जैसे पर्व को मना रहे है। इससे युवाओं को प्राचीन संस्कृति के बारे में जानकारी मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा विभाग हरियाणा में विद्यार्थियों को चिट्ठी लिखने की पुरानी परम्पराओं को लागू करना चाहता है। पहले सूचना का माध्यम चिट्ठी थी जिसे युवा वर्ग भूल चुका है। उन्होंने कहा कि अब स्कूल के विद्यार्थी अपने संदेश को अपने माता-पिता, रिश्तेदारों व दोस्तों को चिट्ठी के माध्यम भेजेंगे।
हरियाणा बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाली तीज का हमारी संस्कृति में विशेष महत्व है। यह उत्सव विशेष रूप से जीवन में नई उमंग लेकर आता है। जीवन हर तरह से खुशहाल हो, और जीवन में उमंग हो यह सब हमारे त्यौहारों से ही आ सकता है। इन त्योहारों से जहां हमारी प्राचीन संस्कृति को बढ़ावा मिलता है वहीं हमें भाईचारा बढ़ाने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि बाल कल्याण परिषद द्वारा बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बाल कल्याण परिषद के माध्यम से स्वीमिंग पूल बनाए जाएंगे तथा बाल विधानसभा भी लगाई जाएगी जिसमें बालक विधायक होंगे, मंत्री होंगे और वह अपनी पूरी विधानसभा की तर्ज पर कार्यवाही भी करेंगे। उन्होंने अनाथ बच्चों के लिए मुख्यमंत्री हरियाणा द्वारा रोजगार में कोटा देने के लिए उनका आभार प्रकट किया। मंच का संचालन दीपक जीने बखूबी निभाया और परिषद के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए आए हुए अतिथियों का शब्दों के माध्यम से स्वागत किया।
इस कार्यक्रम के अंत में जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष एवं उपायुक्त राहुल हुड्डा ने आए हुए अतिथियों का आभार प्रकट किया और जिला बाल कल्याण परिषद व हरियाणा बाल कल्याण परिषद के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का इस सफल आयोजन के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने हरियाली तीज के आयोजन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली सभी छात्राओं व टीमों का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल द्वारा बालकुंज छछरौली में होने वाले विकास कार्यो के लिए आर्थिक सहयोग करवाने पर सीईओ जिला परिषद नवीन आहूजा, एसडीएम बिलासपुर जसपाल सिंह गिल, बीडीपीओ छछरौली जोगेश कुमार, बीडीपीओ जगाधरी श्याम लाल को भी सम्मानित किया वहीं महामहिम द्वारा सीडब्ल्यूसी की चेयरमैन प्रीति जौहर, बाल कल्याण परिषद हरियाणा की मानद महासचिव रंजीता मेहता को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम में यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, जिला परिषद के अध्यक्ष रमेश ठसका, मेयर मदन चौहान, डिप्टी चेयरमैन प्रवीण शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा, बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्ष परीशा शर्मा, उपायुक्त राहुल हुड्डïा, एसपी मोहित हाण्डा को भी सम्मानित किया। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त आयुष सिन्हा, एएसपी हिमांद्री कौशिक, सुनीता शर्मा, मनीषा अग्रवाल, सीडब्ल्यूसी की चेयरमैन प्रीति जौहर, भाजपा महासचिव कृष्ण सिंगला सहित जिला बाल कल्याण अधिकारी यमुनानगर सुखमिन्द्र सिंह उपस्थित रहे।