शहर की सबसे पुरानी विजय रामलीला का रामायण मंचन शुरू
Faridabad : कल देर रात खुला विजय रामलीला कमेटी के 73 वर्ष पुराना ऐतिहासिक रंगमंच का पर्दा और किया गया श्री रामायण का आगाज़। मंच के उद्घाटन के लिए कई राजनैतिक एवं उद्योग जगत की हस्तियों मंच पर नज़र आयी। शहर के बुज़ुर्गवार सीनियर डॉक्टर्स भी इस मंच पर रिबन काटने के लिए मौजूद रहे जिसमे मुख्य रूप से बड़खल विधान सभा क्षेत्र की विधायिका श्रीमती सीमा त्रिखा, शहर की मेयर श्रीमती सुमन बाला, महिला आयोग हरियाणा की चेयरमैन श्रीमती रेनू भाटिया, जिला अध्यक्ष व्यापर मंडल हरियाणा श्री राम जुनेजा एवं अन्य कई उद्योग पति शहर की सबसे पौराणिक रामलीला कमेटी के शुभारम्भ हेतु पोहंचे। रामायण के प्रथम दृश्य में रावण (टेकचंद नागपाल) ने शंकर(अरुण भाटिया) को अप्सराओं द्वारा प्रसन्न करना चाहा पर हार कर शिव तांडव स्त्रोत की रचना से उन्हें रिझाया और चन्द्रहास तलवार प्राप्त की वहीँ उसका सामना ऋषिकन्या वेदवती से हुआ
जिसके सत्य को भंग करने के प्रयास के बदले रावण को वेदवती(सीयोना गुलाटी) से श्राप मिला की अगले जन्म में वो सीता बनकर आएगी और उसका व उसके समस्त कुल का सवनाश करवाएगी। योगाग्नि में भस्म हुई वेदवती के रोल को अदा करने वाली छात्रा मात्र बारह साल की हैं, और पहली बार मंच पर किसी पात्र अभिनय के लिए चढ़ीं। इसके बाद सभी पधारे मेहमानो को कमेटी द्वारा सम्मानित किया गया। अंत में श्रवण वध के मार्मिक दृश्य ने पधारे जान समुदाय की आँखे नम कर दी जिसमे दशरथ बने निशांत ने श्रवण कुमार बने प्रिंस को शब्दभेदी बाण से वध कर दिया और बाद में सत्य सामने आने पर पस्चताप की अग्नि में जलते दशरथ को श्रवण के माता पिता से पुत्र वियोग में तड़प तड़प के मरने का श्राप मिला। आज इसी मंच पर होगा मर्यादा पुरषोत्तम भगवान राम का जन्म और महा राक्षसी ताड़का का वध। पंजाबी स्यापे और रामलीला में एंटरटेनमेंट का मसाला लगाने पोहंचेंगे पंडित रघुनाथ शर्मा जो असुर मण्डली के साथ मिलकर ताड़का पर रोयेंगे।