सीनियर सिटीजन सेल प्रभारी इंस्पेक्टर माया व दुर्गा शक्ति की टीम ने गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल एनआईटी 5 में 450 से अधिक छात्र-छात्राओं को साइबर फ्रॉड, महिला विरुद्ध अपराध, व डायल 112 ऐप के बारे में किया जागरूक
फरीदाबाद: डीसीपी मुख्यालय अभिषेक जोरवाल के दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए सीनियर सिटीजन सेल प्रभारी इंस्पेक्टर माया तथा दुर्गा शक्ति की टीम ने गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल एनआईटी 5 में 450 से अधिक छात्रों को साइबर फ्रॉड महिला विरुद्ध अपराध, व डायल 112 ऐप के प्रयोग करने बारे जानकारी दी गई।
महिला विरुद्ध अपराध-
इंस्पेक्टर माया ने छात्रों को जागरूक करते हुए वहां पर मौजूद छात्र-छात्राओं तथा शिक्षकों को साइबर फ्रॉड, महिला विरुद्ध अपराध एक्ट व डायल 112 ऐप के बारे में जागरूक करते हुए स्कूल में पढ़ रहे छात्रओं को जागरूक करते हुए विद्यार्थियों को बैड टच के बारे बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति ने गलत तरीके से स्पर्श करने की कोशिश करता है तो उसके बारे में अपने परिजनों को बताएं क्योंकि यदि वह इसका विरोध नहीं करेंगे वह फिर से उनके साथ गलत हरकत करने की कोशिश करेगा। उन्होंने बताया कि पहले इस बात के बारे में बहुत कम जानकारी होती थी कि बैड टच क्या होता है परंतु आजकल इसके प्रति जागरूकता अभियान चलाकर विद्यार्थियों को इसकी जानकारी दी जा रही है इसलिए यदि कोई भी व्यक्ति उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश करता है तो चुप रहकर इसे सहन करने की कोशिश ना करें क्योंकि यह आगे चलकर उनके शोषण का कारण बन सकता है। इसलिए इसके विरुद्ध एकजुट होकर लड़ाई लड़ें ताकि समाज में महिला सुरक्षा को बढ़ावा दिया जा सके।
साइबर फ्रॉड-
इंस्पेक्टर माया ने बताया कि आजकल फेसबुक व्हाट्सएप या अन्य बहुत सारी सोशल साइट्स पर वीडियो कॉल स्कैम चल रहा है जिसमें कोई लड़का या लड़की आपको अश्लील वीडियो कॉल करने का ऑफर देते हैं जिसके झांसे में आकर कुछ युवा उनके साथ अश्लील वीडियो कॉल पर बात कर लेते हैं। वीडियो कॉल के दौरान अपराधियों द्वारा यह कॉल रिकॉर्ड कर ली जाती है जिसमें वीडियो कॉल करने वाले का चेहरा दिखाई देता है। इसके पश्चात अपराधियों का पीड़ित को ब्लैकमेल करने का सिलसिला शुरू होता है। अपराधी उस व्यक्ति को की वीडियो को फेसबुक या व्हाट्सएप के माध्यम से उसके दोस्तों या रिश्तेदारों को भेजने की धमकी देते हैं और ब्लैकमेल करके उनसे पैसे मांगते हैं। बदनामी के डर के कारण जब व्यक्ति एक बार इन अपराधियों को पैसे दे देता है तो वह उसे फिर से ब्लैकमेल करते हैं और बार-बार पैसे लेते हैं। इस प्रकार व्यक्ति इनके चंगुल में पूरी तरह फस जाता है और इन्हें बहुत सारे पैसे दे देता है इस प्रकार आजकल के युवा इन साइबर अपराधियों के झांसे में आ रहे हैं। अगर आपके साथ कोई साइबर फ्रॉड होता है तो तुरंत 1930 पर कॉल कर सूचना दे।