तिगांव गांव में डाली गई सीवरेज लाइन में हुई बड़ी धांधलेबाजी : ललित नागर
Faridabad : तिगांव विधानसभा क्षेत्र एवं चौरासी पाल के सबसे बड़े गांव तिगांव में करीब 18 करोड़ की लागत से डाली जा रही सीवरेज लाईन में हो रही धांधलेबाजी तथा टूटी सडक़ों को लेकर पूर्व विधायक ललित नागर के संयोजन में रविवार को तिगांव अड्डा पर ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन करके सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया। धरने पर बैठे ग्रामीणों ने बताया कि पिछले तीन सालों तिगांव में सीवरेज लाईन डालने का कार्य चल रहा है, लेकिन अभी सीवरेज लाइन शुरू भी नहीं हुई कि अभी से उसमें खामियां निकलनी शुरू हो गई है, पूरे गांव को सीवरेज लाइन के नाम पर खोद दिया गया है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि न तो ठेकेदार कोई सुनवाई करता और न ही अधिकारी यहां तक की विधायक ने भी इस मामले में पूरी तरह से चुप्पी साधी हुई है।
ग्रामीणों की बातें सुनने के बाद पूर्व विधायक ललित नागर ने कहा कि उन्होंने अपने पांच साल के विधायक कार्यकाल के दौरान सभी विधानसभा सत्रों में तिगांव में सीवरेज लाइन डालने का मुद्दा जोरशोर से उठाया था और उसी के चलते अब यह सीवरेज लाईन डाली जा रही है, लेकिन सीवरेज लाईन डालने में ठेकेदार द्वारा घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है, अधिकारी दावा कर रहे हैं कि सीवर लाइन चालू है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है, कुछ घरों के कनेक्शन सीवर लाइन में हुए हैं, बाकि अधूरे हैं, लाइन चालू होते ही हर तीसरे दिन फट रही है, जो कि बड़ी धांधलेबाजी की ओर इशारा कर रही है इसलिए वह आज लोगों के साथ धरने पर बैठे है, अगर यहां के मंत्री-विधायक इस धांधलेबाजी में शामिल नहीं है तो वह यहां आकर इस धरने का समर्थन करें और सरकार और अफसरों से पूछे कि 18 करोड़ कहां खर्च हुए क्योंकि गांव की एक भी गली ऐसी नहीं है, जहां सुचारू रूप से सीवरेज चालू हो गई हो। यह राशि जनता की खून-पसीने की कमाई की है इसलिए जनता अब इसका हिसाब मांग रही है। श्री नागर ने कहा कि हैरानी की बात तो यह है
कि भाजपा विधायक के पैतृक गांव में सीवरेज लाईन के नाम पर इतना बड़ी धांधलेबाजी हो रही है और वह पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है। आखिर वह इस धांधलेबाजी के मुद्दे पर क्यों नहीं बोलते। ललित नागर ने कहा कि उनके कार्यकाल को पूरे चार साल बीत चुके है, लेकिन कहीं भी विकास नजर नहीं आता, तिगांव क्षेत्र की अधिकांश सडक़ें टूटी पड़ी है या बदहाली का शिकार बनी हुई है, सडक़ों में गड्ढे नहीं बल्कि गडढों में सडक़ें है, लोग बुनियादी सुविधाओं से महरूम है, शिकायतें करने के बावजूद लोगों की समस्याएं दूर नहीं हो रही, लेकिन विधायक महोदय को क्षेत्र की जनता के हितों से कोई लेना देना नहंी बल्कि वह दूसरी विधानसभाओं में जनसंवाद कर अपने आपको महिमामंडित करने में लगे है। सच्चाई तो यह है कि विधायक महोदय ने क्षेत्र की जनता से चुनावों के दौरान विकास के जो बड़े-बड़े वायदे किए थे, वह पूरी तरह से झूठे साबित हुए है, तिगांव क्षेत्र की जनता भाजपा को वोट देकर आज अपने आपको ठगा सा महसूस कर रही है। ललित नागर ने कहा कि तिगांव क्षेत्र की जनता उनका परिवार है
और वह क्षेत्र की जनता की समस्याओं की आवाज को पुरजोर तरीके से उठाएंगे, उन्होंने धरने के माध्यम से भाजपा सरकार को चेताया कि तिगांव में डाली जा रही सीवरेज लाइन की उच्चस्तरीय जांच की जाए और सही तरीके से सीवरेज लाइन को डाला जाए, अन्यथा वह ग्रामीणों के साथ मिलकर बड़े स्तर पर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। इस अवसर पर लोकसभा संगठन के प्रभारी शैलेंद्र शर्मा, तिगांव विधानसभा संगठन के प्रभारी पवन शर्मा, वीरपाल पहलवान, संजय कौशिक चेयरमैन, युद्धवीर झा, कमल सिंह चंदीला,चंद्रपाल मास्टर, महेंद्र राणा, धीरू नागर, महावीर नंबरदार, सुरेश सिंह अधाना, वीर सिंह अधाना, अमित नागर, योगेश अधाना पार्षद, सतवीर सिंह, मास्टर जी, रिछपाल नागर, जगन सिंह अधाना, अशोक कुमार कौशिक, बाबूलाल रवि, रिजवान आजमी, अशोक रावल, महेंद्र नागर नंबरदार, रामकिशन मास्टर, रूपेश मेंबर, बलराज सरधाना, बीरू नागर सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।