चर्चाओं के बीच : अदाकारा जश्न अग्निहोत्री

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Mamendra kumar (CHIEF EDITOR DISCOVERY NEWS 24 : मानवीय संवेदनाओं को रेखांकित करती बनारस की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ‘कैसी ये डोर’ में काम करने के बाद अदाकारा जश्न अग्निहोत्री इन दिनों बॉलीवुड में चर्चा का विषय बन गई हैं। मॉडलिंग से अपना कैरियर शुरू करने वाली अदाकारा जश्न अग्निहोत्री ने कई पंजाबी फिल्म, टीवी और प्रिंट विज्ञापन, वेबसीरिज और हिंदी फिल्मों में काम किया है और आगे भी कई प्रोजेक्ट कर रही हैं। उन्होंने कई म्यूजिक एल्बम में काम किया है। हाल ही में अभिनेता श्रेयस तलपड़े के साथ एक म्यूजिक एल्बम में भी नजर आई थी। उन्होंने श्रेयस तलपड़े के साथ काम करने पर अपना अनुभव बताया कि वह एक अनुभवी और परफेक्शनिस्ट अभिनेता है उन्हें अभिनय करते समय ज्यादा रीटेक की आवश्यकता नहीं पड़ती और अपने काम में भी वे माहिर हैं। ऐसे अनुभवी अभिनेता के साथ काम करना बेहद सुखद रहा और उनसे कुछ नया सीखने को मिला। जश्न अग्निहोत्री मधुर भंडारकर की फिल्म ‘इंदु सरकार’ के एक गाने में दिख चुकी हैं। फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले जश्न एयर होस्टेस थी दिल्ली से मुंबई फ्लाइट में उनका आना जाना लगा रहता था। जश्न अग्निहोत्री बताती है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह एक दिन फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा बनेंगी लेकिन किस्मत ने उन्हें आज इस ओर खींच ही लिया। वह दिल्ली की रहने वाली है

और बतौर एयर होस्टेस वह काम कर रही थी तभी दिल्ली से मुंबई की फ्लाइट में उनका लोगों से परिचय हुआ और उन्होंने सुझाव दिया कि वह अभिनय में अपनी किस्मत आजमाए। उनका सुझाव उन्हें पसंद आया और उन्होंने मुम्बई में आकर ऑडिशन दिया। मायानगरी उन्हें बेहद पसंद आई और कुछ समय पश्चात उन्होंने यही रहकर इसका हिस्सा बनने का निर्णय लिया। जश्न अग्निहोत्री को फिल्म देखना, पढ़ना और नई चीजों एवं भाषाओं को जानना बेहद पसंद है। उनके पसंदीदा अभिनेता शाहरुख खान और आमिर खान हैं। पंजाबी फिल्म ‘ठप्पा’ के लिए उन्होंने बेस्ट अभिनेत्री का अवार्ड मिल चुका है। इंदु यूएस कल्चरल एम्बेसडर का अवार्ड भी उन्हें मिला है। अवार्ड की फेहरिस्त में कई अवार्ड उनके नाम है। जश्नअग्निहोत्री का कहना है कि हमारी फिल्में लोगों को प्रभावित करती है, कहीं ना कहीं लोगों के जीवन पर हमारी फिल्मों का असर होता है। इसलिए वह ऐसे प्रभावी और अच्छे किरदार करना चाहती है जो लोगों को अच्छा संदेश दे और उनमें सकारात्मकता लाये।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय