सेंसर बोर्ड फिर सवालों के घेरे में, फिल्म ‘पॉलिटिकल वॉर’ के निर्देशक मुकेश मोदी ने लगाया गंभीर आरोप
Mamendra kumar (CHIEF Editor DISCOVERY NEWS 24) : तमिल अभिनेता विशाल और फिल्म ‘मंडली’ के निर्देशक राकेश चतुर्वेदी के सवालों से घिरी सेंसर बोर्ड पर फिल्म मेकर मुकेश मोदी ने भी सेंसर बोर्ड पर निर्माताओं को परेशान करने का आरोप लगा कर इसे वापस से सवालों के घेरे में ला दिया है। प्रशांत नारायण, सीमा बिस्वास, रितुपर्णा सेनगुप्ता, मिलिंद गुनाजी, शिशिर शर्मा, अमन वर्मा, अभय भार्गव, जितेनमुखी, पृथ्वी जुत्शी, सुभाशीष चक्रवर्ती, देव शर्मा कानन मल्होत्रा, गौरवल अमलानी, रवि शर्मा, स्वीटी वालिया, अनु शर्मा, ट्विनल सैनी, अरुण बख्शी, बिल मैकएंड्रयू और इसाक प्लाटिज़क्या जैसे नामचीन शख़्सियतों के अभिनय से सजी सियासी जंग को परिभाषित करती फिल्म ‘पॉलिटिकल वॉर-बैटल फ़ॉर 2024 इलेक्शन’ को प्रदर्शन हेतु सेंसर सर्टिफिकेट देने में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा लापरवाही बरते जाने से पुरस्कार विजेता भारतीय अमेरिकी फिल्म निर्माता और निर्देशक मुकेश मोदी इन दिनों काफी मर्माहत हैं। सेंसर बोर्ड द्वारा पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाए जाने की वजह से आर्थिक क्षति का दंश झेलते हुए मार्केटिंग सहित पूरी टीम फिल्म के प्रमोशन में जुट नहीं पा रही है।
वैसे न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में टाइम्स स्क्वायर पर बॉलीवुड फिल्म ‘पॉलिटिकल वॉर’ का पोस्टर जारी किया जा चुका है। विदित हो कि फिल्म निर्माता व निर्देशक मुकेश मोदी ने स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं के समस्याओं के समाधान के लिए एक स्ट्रीमिंग सेवा-इंडी फिल्म्स वर्ल्ड (आईएफडब्ल्यू) लॉन्च की है और उन सिनेदर्शकों के लिए नवीनतम और टॉप-रेटेड फिल्मों का एक पोर्टल लॉन्च किया है जो मुख्यधारा से जुड़ी साफसुथरी फिल्मों को पसंद करते हैं। बकौल फिल्म मेकर मुकेश मोदी पॉलिटिकल वॉर’ 2024 के भारतीय चुनाव के लिए एक कहानी दिखाने का एक प्रयास है, जिसमें बताया गया है कि देश में कैसे साजिशें रची जाती हैं और देश को दांव पर लगाते हुए नागरिकों को अपने ही देश के खिलाफ करने के लिए विदेशी समर्थन कैसे लिया जाता है। देश में जाति धर्म के नाम पर चल रहे सियासी जंग को चित्रित करते हुए फिल्म में देश के सभी नागरिकों और विशेष रूप से फिल्म प्रेमियों के लिए एक विशेष संदेश है ताकि देश के नागरिकों को वोट देने के लिए प्रेरित किया जा सके, भ्रष्ट राजनेताओं और विदेशी संसाधनों को बेनकाब किया जा सके, भारत की जनता को विश्वास दिलाया जा सके कि विविधता में एकता है और ब्रह्मांड एक परिवार है।
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय