राजकीय बहुतकनीकी संस्थान फरीदाबाद एवं सोनीपत के छात्रों को अंतर्राष्ट्रीय डिप्लोमा करने का सुअवसर दिया गया
Faridabad : राजकीय महिला बहुत तकनीकी संस्थान में हरियाणा तकनीकी शिक्षा विभाग का एक एतिहासिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें अंतरराष्ट्रीय एनओसीएन यूके डिप्लोमा में उत्तीर्ण छात्रों को सर्टिफिकेट वितरित किए गए। हरियाणा में यह पहली बार हुआ है कि राजकीय बहुतकनीकी संस्थान फरीदाबाद एवं सोनीपत के छात्रों को यह अंतर्राष्ट्रीय डिप्लोमा करने का सुअवसर दिया गया और इसके सफलतापूर्वक पूरा होने पर होने पर उत्तीर्ण छात्रों को सर्टिफिकेट डिसटीब्यूशन सेरिमनी में छात्रों को सर्टिफिकेट वितरित किए गए। इस मौके पर हरियाणा तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव राजेश गोयल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे जिन्होंने कहा कि पहली बार इस अंतरराष्ट्रीय डिप्लोमा के सफलता पूर्ण संचालित होने पर इसे आगामी वर्षों में भी जारी रखने के लिए विचार किया जाएगा छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा एवं बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर एन ओसीएन के सीईओ मिस्टर ग्राहम होस्टिंग इवांस ने कहा कि उन्हें बेहद खुशी है कि छात्रों ने इस अंतरराष्ट्रीय डिप्लोमा के पाठ्यक्रम से बहुत कुछ सीखा और स्किल डेवलपमेंट से छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक मान्यता प्राप्त होगी। एनओसीएन यूके प्रोग्राम की एंबेसडर मैसेज मार्गरेट ने छात्रों को यह डिप्लोमा सफलता पूर्वक करने पर बहुत-बहुत बधाई दी। एनओसीएन प्रोग्राम के यूके इंडिया हेड डॉक्टर सुनील अब्रॉल ने कहा कि यह हरियाणा के इतिहास में पहली बार है कि इस तरीके का अंतरराष्ट्रीय डिप्लोमा करने पर हरियाणा तकनीकी शिक्षा विभाग के मापदंड को न केवल बेहतर मुकाम मिलेंगे बल्कि छात्रों का भविष्य भी उज्जवल होगा। संस्थान की प्रधानाचार्य मीनू वर्मा ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा कहा कि पूरे हरियाणा प्रांत में इस कॉलेज के इलेक्ट्रॉनिक्स कम्युनिकेशन ब्रांच अंतर्राष्ट्रीय डिप्लोमा के लिए चयन करना एक गर्व की बात है। साथ ही सोनीपत बहुतकनीकी संस्थान के इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांच के विभाध्यक्ष टी पी रावत के कहा कि उनके कॉलेज से भी कंप्यूटर इंजीनियरिंग ब्रांच का चयन होना गौरव की बात है और आगे भी इस अंतरराष्ट्रीय डिप्लोमा को जारी रखने की अपील की। इस मौके पर राजकीय बहुत तकनीकी संस्थान फरीदाबाद एवं सोनीपत के विभाध्यक्ष स्टाफ मेंबर्स भी मौजूद थे।