फऱीदाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन (एफएमए) ने जीवा के सहयोग से सफल एफएमए मेगा स्वास्थ्य और कल्याण शिखर सम्मेलन की मेजबानी की
फरीदाबाद: फरीदाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन (एफएमए) ने जीवा के सहयोग से एक बेहद सफल एफएमए मेगा हेल्थ एंड वेलनेस कॉर्पोरेट समिट का आयोजन किया। होटल गोल्ड फिंच-फरीदाबाद में आयोजित शिखर सम्मेलन में उद्योग के दिग्गजों और विशेषज्ञों की एक महत्वपूर्ण सभा हुई, जिसमें कॉर्पोरेट सेटिंग्स में समग्र कल्याण के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। एफएमए मेगा हेल्थ एंड वेलनेस कॉरपोरेट शिखर सम्मेलन ने ज्ञान के आदान-प्रदान और नवाचार के माहौल को बढ़ावा देते हुए मजबूत चर्चाओं को बढ़ावा दिया। उपस्थित लोगों ने कॉर्पोरेट वातावरण में मानसिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण को बढ़ावा देने के लिए कार्रवाई योग्य रणनीतियां प्राप्त कीं।
कार्यक्रम में जीवन शैली से जुड़ी चिंताएं, कॉरपोरेट जगत में कल्याण की संस्कृति विकसित करना, स्वस्थ जीवन के लिए समग्र पोषण, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए वैकल्पिक दृष्टिकोण और सर्वोत्तम प्रथाओं जैसे विषय शामिल रहे। सम्मानित डॉक्टरों, उद्योग जगत के नेताओं और पैनलिस्टों सहित विशिष्ट अतिथियों ने आयोजन की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। शिखर सम्मेलन को विभिन्न प्रायोजकों से समर्थन मिला, जिनमें जीवा आयुर्वेद, आईडीएफसी बैंक, मटियाज, रोटरी, डीएलएफआईए, महर्षि विश्वविद्यालय, नुमेरोवनी और एशियाई अस्पताल-फरीदाबाद प्रबंधन संघ शामिल हैं।
शिखर सम्मेलन में शीला देवी प्रबंधन और प्रौद्योगिकी संस्थान (एस. डी. आई. एम. टी.) कॉलेज और गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक फॉर वीमेन के स्वयंसेवकों को भी उनके सक्रिय भागीदारी और बहुमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत एफएमए की महासचिव सुश्री चारुस्मिता मल्होत्रा के उद्घाटन भाषण से हुई, जिसके बाद एफएमए की अध्यक्ष और ‘इट्स पीपल’ की सीईओ सुश्री सलोनी कौल का अध्यक्षीय भाषण हुआ। कार्यक्रम का समन्वय मोनिका आनंद, कोर सदस्य एफएमए द्वारा अन्य कोर टीम के सदस्यों के साथ किया गया। रविंदर सिंह, हीरेश गिरधर और धन्यवाद ज्ञापन के. पी. धीमान, कोषाध्यक्ष, एफएमए तथा कार्यों को निष्पादित करने में वेलानुर थयगराजन (कार्यकारी निदेशक-एफएमए) की महत्वपूर्ण भूमिका और समर्थन था।
शिखर सम्मेलन में मुख्य अतिथि एकॉर्ड अस्पताल के अध्यक्ष डॉ. प्रबल रॉय की उपस्थिति रही, जिनकी गहन अंतर्दृष्टि ने चर्चा को समृद्ध बनाया। इसके अतिरिक्त, मुख्य वक्ता डॉ. प्रताप चौहान (निदेशक-जीवा) ने एक विचारोत्तेजक भाषण दिया और उपस्थित लोगों को समग्र कल्याण के मार्ग पर मार्गदर्शन किया।
‘‘एफएमए स्वास्थ्य और कल्याण कॉर्पोरेट शिखर सम्मेलन’’ थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में जीवन शैली संबंधी चिंताओं और उन पर काबू पाने, कॉर्पोरेट जगत में कल्याण की संस्कृति को बढ़ावा देने, स्वस्थ जीवन के लिए समग्र पोषण, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए वैकल्पिक दृष्टिकोण अपनाने सहित महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।
विशिष्ट अतिथि प्रतिष्ठित डॉक्टर, उद्योग जगत के नेता और आरटीएन सहित सम्मानित पैनलिस्ट व जे. पी. मल्होत्रा, डीएलएफ के अध्यक्ष, आरटीएन, ग्लोबल बिजनेस सॉल्यूशंस के सीईओ सुभाष जगोटा और आर. एन. दीवान, यूनाइटेड ट्रेडर्स एंड इंजीनियर्स के सीएमडी, आरटीएन. जे. पी. मल्होत्रा, डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के आरटीएन अध्यक्ष, डॉ.पुनीता हसीजा, वरिष्ठ सलाहकार – स्त्री रोग, पूर्व अध्यक्ष आईएमए हरियाणा, डॉ. नवीन गर्ग, सीनियर कंसल्टेंट – कार्डियोलॉजी और डिप्टी सीएमओ-पलवल, डॉ. नेहा कपूर, एचओडी न्यूरोलॉजी और एसोसिएट डायरेक्टर-एशियाई अस्पताल, डॉ. वरुण प्रताप, वरिष्ठ सलाहकार- फिजियोथेरेपी, एर्गोनॉमिक्स और आसन विशेषज्ञ, डॉ. पीयूष भाटिया, लाइफ कोच अर्हटिक योगी, सुश्री आस्था अहलूवालिया, सह-संस्थापक-रिबूट वेलनेस, आनंदद्विवेदी, क्रॉसकैपेबिलिटी लीड – टेकेडा फार्मास्यूटिकल्स, डॉ.ज्योति राणा, रजिस्ट्रार – श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, बेनीकिन्हा, अध्यक्ष – नेक्टर फ़ैक्टर ने अपना ज्ञान और अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए एकत्रित होकर आयोजन की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
शिखर सम्मेलन को विभिन्न प्रायोजकों से उदार समर्थन मिला। प्रत्येक ने आयोजन की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। प्रमुख प्रायोजकों में जीवा आयुर्वेद और अन्य उल्लेखनीय प्रायोजक आईडीएफसी बैंक, मत्यज, रोटरी, डीएलएफआईए, महर्षि विश्वविद्यालय, सिद्धार्थ और एशियन हॉस्पिटल-फरीदाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन शामिल हैं। कॉर्पोरेट वातावरण में समग्र कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने शिखर सम्मेलन की उपलब्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शिखर सम्मेलन शीला देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (एसडीआईएमटी) कॉलेज और सरकार के छात्र स्वयंसेवकों को भी हार्दिक धन्यवाद देता है। महिलाओं के लिए पॉलिटेक्निक को उनकी सक्रिय भागीदारी और बहुमूल्य योगदान के लिए। इन नवोदित दिमागों ने ‘‘स्वास्थ्य पर डिजिटल प्रौद्योगिकियों का प्रभाव’’ विषय पर अपने विचार और दृष्टिकोण व्यक्त किए, जो डिजिटल युग में कल्याण के इस विकसित पहलू पर अद्वितीय अंतर्दृष्टि और नए दृष्टिकोण पेश करते हैं। यह आयोजन कॉर्पोरेट क्षेत्रों में ज्ञान साझा करने और कल्याण की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एफएमए के समर्पण के प्रमाण के रूप में खड़ा है।