लोगों ने जो ताकत दी है उससे हरियाणा में सरकार बदल देंगे – भूपेंद्र हुड्डा
MAMENDRA KUMAR (CHIEF EDITOR DISCOVERY NEWS 24) पलवल,फरवरी : होडल की नयी अनाज मंडी में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित जनआक्रोश रैली में भीड़ ने अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिये। पूरी अनाज मंडी में सिर ही सिर दिखायी दे रहे थे। वहां उमड़े जनसैलाब को देखकर उत्साहित नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्य मंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि लोगों ने जो ताकत दी है उससे हम हरियाणा में सरकार बदलने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा के बारे में किसी को कुछ बताने की जरूरत नहीं है। लोग खुद भुगतभोगी हैं और परेशानी झेल रहे हैं। ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जब कत्ल न हो, लूट, फिरौती की धमकी न मिलती हो। केंद्र सरकार के आंकड़े बता रहे कि पिछले 9 साल में हरियाणा सबसे असुरक्षित प्रदेश बन गया है। जो हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, नौकरी देने में, कानून व्यवस्था में नंबर 1 पर था वो आज पूरे देश में बेरोजगारी, महंगाई, अपराध में नंबर 1 पर है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा गठबंधन सरकार ने हमारी सरकार के समय गरीबों के लिए चल रही सारी कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया। हुड्डा ने कहा कि हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने पर 6000 रुपये महीने बुढ़ापा पेंशन देंगे। हर परिवार को महीने में 300 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपये में देंगे। खाली पड़े 2 लाख सरकारी पदों पर पक्की भर्ती शुरु करेंगे और जो कच्चे हैं उनको पक्का करेंगे। 100-100 गज मुफ्त प्लाट की योजना दोबारा शुरु करेंगे और उस पर 2 कमरों का मकान बनवाने के लिये सरकारी मदद देंगे। बैकवर्ड क्लास की क्रीमी लेयर आय सीमा को 6 लाख से बढ़ाकर 10 लाख करेंगे। हर गरीब का पीला कार्ड बनवायेंगे। पदक लाओ, पद पाओ योजना फिर से लागू करेंगे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस सरकार की गलत नीतियों के कारण अमीर और गरीब के बीच खाई बढ़ गयी। बीजेपी सरकार ने कहा था कि 2022 तक किसान की आमदनी दोगुनी करेंगे। लेकिन आमदनी दोगुनी नहीं हुई लागत दोगुनी से ज्यादा बढ़ गयी। खाद के कट्टे का वेट घटा दिया। किसानों को एमएसपी तक नहीं मिलती। जबकि 2014 तक होडल में ही पड़ोस के राज्य से अनाज आकर बिकता था, क्योंकि यहां एमएसपी मिलती थी। पहले दिल्ली से सस्ता डीजल हरियाणा में मिलता था लेकिन आज उलटा हो रहा है। लोगों को प्रापर्टी आईडी, परिवार पहचान पत्र, मेरी फसल मेरा ब्यौरा के झंझट में फंसा दिया गया। हरियाणा कौशल रोजगार निगम, अग्निपथ योजना के जरिये पक्की सरकारी नौकरियों की बजाय कच्ची नौकरी दी जा रही है। जिसमें न पेंशन है न भविष्य की सुरक्षा। सारा फर्जीवाड़ा चल रहा है। HPSC के दफ्तरों में करोड़ों रुपए पकड़े गए वहीं भर्तियों में घोटाले हो रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ. उदयभान ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आज होडल की जनआक्रोश रैली का संदेश पूरे हरियाणा में गया है। लोगों ने आगामी चुनाव में झूठे और जुमलेबाजों को सबक सिखाने का मन बना लिया है। उन्होंने बीजेपी के पिछले तमाम झूठे वायदों का जिक्र करते हुए बताया कि किसानों को सी2+50 पर भाव, एमएसपी, 2022 तक दोगुनी आमदनी, हर व्यक्ति को छत, 100 दिन में काला धन वापस लाकर हर व्यक्ति को 15 लाख देने, 100 दिन में महंगाई कम करने, 100 स्मार्ट सिटी बनाने, डीजल 35 रुपये लीटर और सिलेंडर 250 में देने, हर साल 2 करोड़ नौकरी, देने का झूठा वादा किया। 10 साल में 20 करोड़ रोजगार की बजाय केवल 7 लाख 30 हजार रोजगार दिये और नोटबंदी लागू करके 12 करोड़ लोगों का रोजगार छीन लिया। देश भर में लाखों कारखाने, फैक्ट्री बंद हो गयी। आज जल-थल-नभ सब बिक रहा है। हवाई अड्डे से लेकर रेलवे स्टेशन, कोयला खदाने सब एक उद्योगपति के हवाले किया जा रहा है। चीन को लाल आंख दिखाने की बात करने वाले आज चीन के सामने कांप रहे हैं। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा लगाने वालों ने हमारी पहलवान बेटियों को सड़कों पर घसीटा।
उन्होंने हरियाणा सरकार के मुख्य मंत्री के कई झूठे वायदे गिनाते हुए बताया कि हसनपुर में जमनापुल का एलान किया गया था लेकिन आज तक काम शुरु नहीं हुआ। होडल सती सरोवर के लिये मिली धनराशि में करोड़ो का गबन कर दिया गया। होडल में बस अड्डा बनाने समेत अनेकों घोषणाएं की गई थी लेकिन ये सारी घोषणाएं सफेद झूठ साबित हुई। उन्होंने बताया कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने यहाँ के लोगों की मांग पर पलवल को जिला बनाया। पलवल, होडल में मिनी सेक्रेटियेट, ज्यूडिशिलय कॉम्प्लेक्स, होडल में 100 एकड़ में मंडी बनायी। आईटीआई, सब-स्टेशन बनवाया। हुड्डा सरकार ने ही बल्लभगढ़, गुड़गांव, बहादुरगढ़ तक मेट्रो चलवाई। प्रदेश में 4 बिजली कारखाने, 12 यूनिवर्सिटी, 6 नये मेडिकल कॉलेज, बाढ़सा एम्स, ESI अस्पताल, YMCA यूनिवर्सिटी समेत विकास के अनेक कार्य करवाए। 1600 करोड़ के बिजली बिल माफ किये। 2200 करोड़ के कोऑपरेटिव कर्जे माफ किये, हरिजन और बैकवर्ड निगम के 485 करोड़ के कर्जे माफ किये। 3 लाख 82 हजार गरीब परिवारों को 100-100 गज के प्लॉट दिये। 22 लाख बच्चों को वजीफा दिया। हुड्डा सरकार के समय मेडिकल पढ़ाई के लिए जो फीस 40 हजार सालाना थी उसे बढ़ाकर 40 लाख रुपये साल कर दिया ताकि गरीब का बच्चा डॉक्टर न बन पाए।
जनआक्रोश रैली में लोगों की हाजिरी से गदगद सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आज की जनसभा इस बात का प्रतीक है कि होडल ने भी बदलाव का मन बना लिया है। चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और चौ. उदयभान की जोड़ी करिश्माई है। चौ. उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी मजबूती से आगे बढ़ रही है। इसका प्रमाण है कि पिछले एक साल में ही 35 से ज्यादा पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं। लोग आशा भरी नजरों से कांग्रेस की तरफ देख रहे हैं। प्रदेश के कोने-कोने से एक ही गूंज आ रही है कि भाजपा-जजपा की सरकार जा रही है और कांग्रेस सरकार आ रही है। उन्होंने जनता से पूछा कि मौजूदा गठबंधन सरकार ने 10 साल में होडल में कोई काम किया या लोगों का मान-सम्मान किया। तो लोगों ने जवाब में बताया कि 10 साल में प्रदेश के मुख्यमंत्री एक बार भी यहां नहीं आए। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि जनता ने इनको 10 साल का समय दे दिया, इस बार इसको चलता कर देगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 90 हलकों में जजपा की एक सीट से भी जमानत नहीं बचेगी, जनता अपने साथ हुए विश्वासघात का बदला लेकर रहेगी और हरियाणा की नकारा सरकार को जमनापार नहीं गंगापार छोड़कर आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि आज पूरा देश हरियाणा के किसान और मजदूर की तरफ देख रहा है। चुनाव में अपनी ताकत का अहसास कराने का मौका है।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि बेरोजगारी इस सरकार की सबसे बड़ी विफलता है। हरियाणा आज विकास दर में 17वें नंबर पर और बेरोजगारी, महंगाई, अपराध, नशे, कानून-व्यवस्था की विफलता, भाईचारे में दरार, महिलाओं के अपमान में नंबर 1 बन गया। न कोई निवेश न उद्योग आये न प्राईवेट सेक्टर या सरकारी क्षेत्र में रोजगारं। हरियाणा में हर रोज एक के बाद एक बड़े घोटाले सामने आ रहे हैं। 30 से ज्यादा भर्ती घोटाले किये। 5 साल में कोई बड़ी भर्ती नहीं निकाली। कौशल निगम और अग्निवीर के माध्यम से पक्की भर्ती को कच्चे में बदल दिया। एचपीएससी दफ्तरों में खुलेआम रिश्वत पकड़ी गई। इक्का दुक्का कोई छोटी भर्ती लिस्ट आ भी गई तो उसमें हरियाणा से ज्यादा अन्य प्रदेशों के लोगों को जगह मिल रही है। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि 80 एसडीओ में से 78 बाहर के चयनित हुए। एसडीओ इलेक्ट्रिकल में 99 में से 77 बाहर के, असिस्टेंट प्रोफेसर टेक्निकल की लिस्ट में 156 में से 103 बाहर के चयनित हुए और अब हाल में SDOP लिस्ट में 7 में से 4 पदों पर दूसरे प्रदेश के लोगों की भर्ती कर ली गई। उन्होंने कहा कि हरियाणा की नौकरियां अन्य प्रदेशों के लोगों को तो मिल जा रही लेकिन दूसरे प्रदेशों की लिस्ट में हरियाणा के नौजवानों को जगह नहीं मिलती।
किसानों की बात करते हुए दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि पहले हरियाणा में किसान के सम्मान की बात होती थी लेकिन पिछले 10 साल में हरियाणा किसान अत्याचार का उदाहरण बन गया है। एक साल तक किसान सड़कों पर बैठे रहे। एक साल में 750 किसानों ने जान की कुर्बानी दे दी। सत्ता में बैठे लोगों ने संवेदना के 2 शब्द बोलना तो दूर किसान का अपमान, तिरस्कार किया। किसानों को आतंकवादी, देशद्रोही तक कहा गया। खिलाड़ी बहन-बेटियों को दिल्ली की सड़कों पर घसीटा गया।
हरियाणा में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि आज भ्रष्टाचार में भी हरियाणा नंबर 1 बन गया। बीजेपी ने 75 पार तो जेजेपी ने बीजेपी को जमनापार का नारा दिया। 2019 के चुनाव में लोगों ने बीजेपी को सत्ता से बाहर करने का मन बना लिया था। लेकिन जेजेपी ने हरियाणा के लोगों के साथ धोखा करके बीजेपी की सरकार बना दी। इनका समझौता 5100 रुपये की बुढ़ापा पेंशन या प्राईवेट नौकरियों में 75 प्रतिशत रिजर्वेशन का नहीं हरियाणा को लूटने का था। अपने भ्रष्टाचार की फाईलों को बंद कराने का था।
जनआक्रोश रैली में प्रमुख रूप से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धर्मपाल मलिक, कार्यकारी अध्यक्ष जितेन्द्र भारद्वाज, विधायक आफताब अहमद, पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल, पूर्व स्पीकर अशोक अरोड़ा, विधायक जगबीर मलिक, विधायक बीएल सैनी, विधायक नीरज शर्मा, विधायक इंदुराज नरवाल, विधायक मामन खान, विधायक बलबीर बाल्मिकी, पूर्व सीपीएस शारदा राठौर, प्रो. वीरेंन्द्र सिंह, विजय प्रताप, रघुबीर तेवतिया, लखन सिंगला, देवेश, इजराइल, ललित नागर, जेपी नागर, गफ्फार कुरैशी, सुमित गौड़, संजय सोलंकी, सतबीर मास्टर, मनधीर मान कई विधायक पूर्व विधायक, महिला कांग्रेस, सेवादल, यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, फ्रन्टल संगठनों, प्रकोष्ठों, विभागों के पदाधिकारी, जिले के वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और बड़ी तादाद में स्थानीय लोग मौजूद रहे।