सोशल मीडिया पर धमाल मचा रही है फिल्म “कटान”
MAMENDRA KUMAR (CHIEF EDITOR DISCOVERY NEWS 24) लखनऊ : वरिष्ठ पत्रकार हिमांशु यादव ने बताया कि कटान ये ऐसा शब्द है जिसे मेट्रो सिटी,शहरों में रहने वाले लोगो को नही पता होगा कि क्या है कटान लेकिन वहीं टीवीजमीन से जुड़े गांव और वहां रहने वाले हर शक्श को पता है क्या है “कटान” उनके जीवन से कैसे जुड़ा है ये शब्द कटान। किसानों की जिंदगी से जुड़ी फिल्म “कटान” का ट्रेलर वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स के यूट्यूब चैनल पर रिलीज हुआ था। ट्रेलर इतना पसंद आया की लोग अपनी अपनी प्रतिक्रिया और ट्रेलर को अपने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर कर रहे है। बता दे कटान का सब्जेक्ट ऐसा है जिसे अभी तक किसी ने नही बनाया न ही इस सब्जेक्ट पर कभी गौर किया।
किसानों की बात तो सभी करते है और किसान को धरती का भगवान भी माना जाता है फिर भी किसान ही क्यों सताया जाता है क्यों उसे अपने ही हक के लिए दर दर ठोकरे खानी पड़ती है इन्ही समस्यायों को उजागर करती है फिल्म कटान। आप लोगो ने हज़ारो फ़िल्में देखी होंगी लेकिन भोजपुरी में ऐसी फ़िल्म कभी नहीं देखी हो ,ज्यादातर फिल्मों में ना तो ऐसी स्क्रिप्ट दिखी (भोजपुरी में ) और अगर भूले भटके स्क्रिप्ट आ भी गई हो तो उसको इस तरह से पर्दे पे उतारने की क़ाबिलियत रखने वाला डायरेक्टर नही दिखा और सबसे अहम बात है
की धीरू यादव जी इस फिल्म के निर्माता भी है तो सोच सकते है एक निर्देशक को बतौर निर्माता कितना रिस्क लेना पड़ा होगा एक अच्छा सिनेमा बनाने के लिए। कलाकारों के अभिनय की बात करे तो ट्रेलर देख के लगता है कि एक्टिंग की नहीं गई है उनसे कराई गई है … हर फ़्रेम में लगता है कि ऐक्टर्स को बोला गया है कि बस इतना ही बोलना है और इतनी ही आँखें खोलना है, जिसने भी दिखाया कि मैं हिंदीवाला हूँ वो चौपट किया है। संजय पांडे जी को आज के पहले मैंने आपको कभी ऐसे नहीं देखा उन्होंने अपने अभिनय से साबित कर दिया वो हर किरदार को बखूबी निभा सकते हैं बस कहानी और निर्देशक अच्छा होना चाहिए। चांदनी सिंह को इस से बेहतर अभिनय करते आज तक नही देखा कमाल कर दिया चांदनी सिंह जी ने भी क्या गजब केमेस्ट्री दिखी एक पल के लिए नही लगा की ये फिल्म है ऐसा लगा जैसे किसी की रियल की कहानी देख रहे है।
इस ट्रेलर को देखने के बाद भोजपुरी के प्रोड्यूसरों से कहना चाहूंगा कि आपके पास अनुभव,अनुराग , नीरज भरे पड़े हैं बस ये नाच गाने और भेड़ चाल से बाहर निकल जायें तो भोजपुरी को अपनी पहचान मिल जाये । ये आज उनके मुंह पर बहुत बड़ा तमाचा है जो कहते है भोजपुरी में या भोजपुरी का कुछ हो नही सकता है। जिसने भी अभी तक ट्रेलर नही देखा तो आपसे यही कहूंगा कि भोजपुरी भाषा और भोजपुरी फिल्म के शुभ चिंतक लोग इस फिल्म के ट्रेलर को जरुर देखें और सबको दिखाएं क्योंकि जब तक हम और आप इस तरह के फिल्म को सपोर्ट नहीं करेंगे तब तक भोजपुरी की दशा और दिशा नहीं बदल सकता है ! इस बात का हमेशा ध्यान रखें और फिल्म भी जब रिलीज हो तो सिनेमा हॉल तक पहुंच कर फिल्म जरुर देखें।
फ़िल्म का निर्माण ABCD फिल्म्स एंड एंटरटेनमेंट और डिवाइन फिल्म्स, एंड एंटरटेनमेंट के बैनर तले हुआ है जिसके निर्माता धीरू यादव व ज्योति पांडेय है और सह निर्माता हरेराम पंडित है,सहयोगी निर्माता अतुल पांडेय।लेखक निर्देशक धीरू यादव है।पटकथा,संवाद धर्मेंद्र सिंह ने लिखे हैं। फिल्म का छायांकन किया है समीर सैय्यद ने। खूबसूरत संगीत दिया है संतोष पुरी रूपेश वर्मा व धीरू यादव ने और गीत लिखे है संतोष पुरी,धर्मेंद्र सिंह ने। फ़िल्म के प्रचारक सोनू यादव (ऐडिफ्लोर)। मुख्य भूमिका में संजय पाण्डेय,चांदनी सिंह,अनिल रस्तोगी,अभय राय कबीर चंद,विजय शुक्ला,संदीप यादव,मनमोहन तिवारी,अमरेंद्र शर्मा,सुशील सिंह,रचना सिंह,संतोष पहलवान और रुद्र प्रताप सिंह आदि कई कलाकार नजर आयेंगे।