जीवन में पारिवारिक और सामाजिक इंजिनियरिंग भी सीखें – भाटिया

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MAMENDRA KUMAR (CHIEF EDITOR DISCOVERY NEWS 24) फरीदाबाद : हरियाणा महिला आयोग और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में लीगल अवेयरनेस और साइबर क्राइम पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने मुख्यातिथि के रूप में विद्यार्थियों को महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और आदर्श व्यवहार के विषय में जागरूक किया। जबकि समारोह की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने जीवन मूल्यों और सामाजिक दायित्वों से अवगत करवाया। पुलिस साइबर एक्सपर्ट ने विद्यार्थियों को साइबर अपराधों से आगाह किया।

हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने कहा कि एकेडमिक इंजीनियरिंग के साथ-साथ फैमिली इंजीनियरिंग और सोशल इंजीनियरिंग बहुत महत्वपूर्ण है। यदि हम घर और समाज में आदर्श व्यवहार नहीं करते तो हमारी डिग्रियों के कोई मायने नहीं हैं। अभद्र भाषा, बॉडी शेमिंग, अनैतिक व्यवहार और उत्पीड़न किसी भी सूरत बर्दाश्त न करें। रेनू भाटिया ने महिला आयोग में बढ़ती जा रही शिकायतों के बारे में विद्यार्थियों के साथ अनुभव सांझा किए। उन्होंने साइबर माध्यम से हो रहे अपराधों और यौन उत्पीडन के प्रति भी जागरूक किया। साथ ही कहा कि ऐसी स्थिति में छुपाएं मत सीधा महिला आयोग से संपर्क करें।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने कहा कि सामाजिक जीवन मूल्य और नैतिक चरित्र हमारे व्यक्तित्व की असली ताकत हैं। हमें हमेशा लैंगिक भेदभाव बिना सबको पूरा सम्मान देना चाहिए। प्रोफेसर ज्योति राणा ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वह आदर्श आचरण से समाज के सामने उदाहरण बनें। उन्होंने अपने इतिहास और ग्रंथों से परिवार के बुजुर्गों से सदाचार सीखने को लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया। साइबर एक्सपर्ट डीएसपी विकास कुमार और इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह ने ऑनलाइन ठगी और वीडियो कॉल के माध्यम से ब्लैकमेलिंग के बारे में जागरूक करते हुए कहा कि किसी भी तरह के साइबर अपराध की स्थिति में 1930 पर डायल करें और 112 नंबर पर भी सूचित करें। उन्होंने कई तकनीकी बारीकियां भी विद्यार्थियों को समझाई।

अधिवक्ता ऋतु कूपर ने विद्यार्थियों को कानूनी अधिकारों से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि कोई भी असहज करने वाला शब्द सहन न करें। कोई आप पर अनैतिक दबाव बनाएं तो इसकी शिकायत करें। उन्होंने विद्यार्थियों को यौन उत्पीड़न रोकथाम कानून के बारे में विस्तार से बताया। विद्यार्थियों से सभी वक्तव्यों से अपनी शंकाओं का समाधान किया। छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर कुलवंत सिंह ने अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। डॉ. भावना रूपराई ने मंच संचालन किया। इस अवसर पर आदकामिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़, डीन प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव, डीन प्रोफेसर जॉय कुरियाकोजे, डॉ. संजय राठौर, डॉ. मनी कंवर सिंह, डॉ. प्रीति, हिंदी अधिकारी भूपेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. पारुल भाटिया, एडवोकेट मोनिका यादव और शंशबीर डागर सहित काफी संख्या शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी व विद्यार्थी उपस्थित थे।