साइबर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस सप्ताह 24 से 30 मई तक साइबर अपराध के 4 मुकदमों में 5 आरोपी गिरफ्तार कर 2,30,000/- रुपए कराए बरामद
MAMENDRA KUMAR (CHIEF EDITOR DISCOVERY NEWS 24) फरीदाबाद: पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के दिशा निर्देश पर पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध जसलीन कौर के मार्गदर्शन और एसीपी साइबर क्राइम अभिमन्यु गोयत के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए तीनों जोन की साइबर थाना प्रभारीयो की टीमो के द्वारा कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियो को गिरफ्तार किया है।
साइबर पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार आरोपियो में कौशल, तरुण, हर्ष उर्फ अच्चु, विष्णु तथा कुलदीप कुमार का नाम शामलि है। आरोपी कुलदीप कुमार वासी लक्ष्मीनगर मौहल्ला जिला मेरठ उत्तर प्रदेश का, आरोपी विष्णु गुजरात, आरोपी कौशल वासी गांव उत्तम नगर वेस्ट दिल्ली, आरोपी तरुण पश्चिमपुरी दिल्ली का तथा आरोपी हर्ष उर्फ अच्चु पश्चिम विहार वेस्ट दिल्ली का रहने वाला है। आरोपियो को दिल्ली, गुजरात, उत्तर प्रेदश से गिरफ्तार किया गया है।
साइबर फ्रॉड कैसे होता है और उसके बचाव – साइबर अपराधों लालच के कारण हो ते है जिसमें आजकल टास्क पूरा कर पैसे कमाने के लालच में, शेयर मार्केट में मोटे मुनाफे के नाम पर बहुत सारे लोगों के साथ लाखों रुपए की साइबर फ्रॉड की वारदातें सामने आ रही है जिसमें साइबर अपराधी शेयर मार्केट में भोले-भाले लोगों को मोटे मुनाफे का लालच देकर अपने चंगुल में फंसा लेते हैं और लालच में आकर वह व्यक्ति अपनी सारी मेहनत की पूंजी गवा देता है। एसीपी साइबर अभिमन्यु गोयत ने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर अपराधियों द्वारा साइबर ठगी के विभिन्न तरीकों जैसे टास्क पूरा करने के नाम पर, कुछ मिनट में ही लोन देने का लालच देकर, घर बैठे लोन उपलब्ध करवाने, फर्जी ऐप डाउनलोड करवाकर, क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढवाने के नाम पर, घर बैठे कमाने का लालच, फ्री गिफ्ट, लॉटरी लगवाने के नाम पर,वाउचर जीतने के नाम पर,KYC के नाम पर, बैंककर्मी या किसी कंपनी के अधिकारी बनकर, विदेश भेजने के नाम पर, बड़ी कंपनी या एयरपोर्ट पर नौकरी लगवाने के नाम पर, अश्र्लील वीडियो कॉल रिकॉर्ड से ब्लैकमेल कर इत्यादी के नाम पर लोगो के साथ साइबर फ्रॉड किया जाता है। इसके बारे में जानकारी देते हुए विद्यार्थियों को वीडियो क्लिप के माध्यम से भी जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि हमें इस तरह के किसी भी झांसे में नही आना है और इस तरह की कोई भी कॉल आती है तो कॉल को डिस्कनेक्ट कर देनी चाहिए।
साइबर अपराध के तरीके:-
जानकार बनाकर मदद की मंगने के नाम पर फ्रॉड-
आजकल साइबर ठग लोगो से पैसे एठने के फेसबुक/ईस्टाग्राम आईडी से उनकी फोटो लेकर अपनी आईडी पर लगाते हैं और फिर उस व्यक्ति के जानकारों से अपनी कोई भी मजबूरी जाहिर करते हुये उनसे पैसों की हैल्प मांगते है या फिर कॉल के माध्यम से अपने आप को आपका जानकार बतलाते हुए बात करते है और आपको बातों ही बातों मों अपने विश्वास में लेकर आपसे पैसे ट्रास्फर कस लेते है अतः आपके पास जब भी किसी अंजान नम्बर से कॉल आए य लिए नए नए तरिके अपना रहे है। आज कल साइबर फ्रॉड बढ़ रहा है। ठगी के लिए जालसाज तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं और लोगों की कमाई को लूट रहे हैं। कस्टमर केयर के नाम पर होने वाला फ्रॉड भी इनकी ठगी के तरीके का ही हिस्सा है। फर्जी कस्टमर केयर नंबर से ठगी के मामले लगातार सामना फेसबुक के माध्यम से आपका जानकार बनकर आपसे पैसे की मदद मांगे तो समझ जाये कि वह साईबर फ्रॉड है औऱ आपको आर्थीक नुकशान पहुंचा सकता।
पुलिस अधिकारी/ कस्टम अधिकारी बनकर फ्रॉड-
आपके पास अंजान नम्बर से फोन आता है औऱ वह आपसे कहेगा कि आपके आधार कार्ड पर कोई भी गैर कानूनी सामान पार्सल हुआ है और इसकी जानकारी पुलिस को भी है। इसके बाद एक अन्य कॉल आपके पास आएगा औऱ वह व्यक्ति स्वयं को किसी भी क्राईम ब्रांच/कस्टम से अधिकारी बतलाएगा औऱ पार्सल के संबंध में आपके खिलाफ शिकायत दर्ज होने बारे कहकर आपको डरायेगा औऱ डराने के बाद केस को रफा दफा करने के लिए आपसे पैसों की मांग करेगा। लोग डर जाते है और उनके द्वारा दिए गए खातों में पैसे डलवा देते है। अतःजब भी आपके पास इस प्रकार की कोई भी कॉल आए औऱ उपसे पैसो की मांग करे तो समझ जाये कि वह साईबर फ्रॉड है।
साइबर पुलिस की उपलब्धियाँ-
24 से 30 मई तक फरीदाबाद की साइबर पुलिस ने 04 मुकदमे सुलझाते हुए । 5 आरोपियो को गिरफ्तार किया और इस दौरान आरोपियो से 2,30,000/-रु किए बरामद
01 केस साइबर सेंट्रल 02 साइबर बल्लबगढ़ तथा 01 मामला साइबर एनआईटी ने सुलझाया
इस सप्ताह में साइबर पुलिस ने 66 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 39,84,487/ रूपए करवाए रिफंड कराये गये।
यदि कोई भी संस्था साईबर जागरूकता से सम्बंधित प्रोग्राम/प्रशिक्षण करवाना चाहता है तो मोबाईल नम्बर 9991252353 पर सम्पर्क करें (सहायक पुलिस आयुक्त साईबर, फरीदाबाद)