यातायात पुलिस द्वारा सड़क हादसों को कम करने का प्रयास लगातार जारी, बेहतर यातायात प्रबंधन के चलते पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष कम हुए सड़क हादसे
-वर्ष 2023 में जून महीने तक 325 सड़क हादसों में 148 लोगों की गई थी जान, 350 हुए घायल
-इस साल हादसों में कमी देखी गई है जिसमें 20 जून तक हुए 255 हादसों में 104 लोगों की मृत्यु हुई, 248 हुए घायल
-रिपोर्ट के अनुसार यातायात पुलिस द्वारा सड़क पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने के चलते हादसों में लगातार आ रही कमीं ट्रैफिक पुलिस के सार्थक प्रयासों एवं समस्याओं के तत्काल निवारण के चलते सड़कों पर पिछले साल के मुकाबले सड़क हादसों मे काफी कमीं आई है।
मामेंद्र कुमार शर्मा (मुख्य संपादक डिस्कवरी न्यूज 24): पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि साल-2023 में जून महीने तक हुए 325 सड़क हदसों में 148 लोगों की मौत हुई थी। वहीं इस साल इसमें काफी कमीं देखी गई है। साल-2024 के 20 जून तक हुए 255 सड़क हादसों में 104 लोगों की मृत्यु हुई है। इसके अलावा घायल भी कम हुए हैं। पिछले साल सड़क पर 350 लोग घायल हुए थे। जबकि इस साल 20 जून तक 248 लोग घायल हुए हैं। डीसीपी ट्रैफिक ऊषा के मार्गदर्शन में सड़क पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के प्रयास के चलते हादसों में कमीं आ रही है। ट्रैफ़िक पुलिस द्वारा दुर्घटना संभावित कारणों पर मुख्य रूप से कार्य किया जिसके कारण सड़क दुर्घटनाओं एवं दुर्घटनाओं में होने वाली मौत तथा घायलों की संख्या में कमी आयी है।
यातायात पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटनाओं पर रोकथाम लगाने के लिए ओवरस्पीड विदाउट हेलमेट तथा लेन चेंज एवं ड्रिंक एंड ड्राइव जैसे मुख्य यातायात नियमों के उल्लंघन के संदर्भ में विशेष अभियान चलाकर उल्लंघनककर्ता वाहन चालकों के चालान किए गए। यातायात पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटनाओं एवं उनसे होने वाली अनहोनी की रोकथाम के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे है। इसके साथ साथ लोगों को लगातार यातायात नियमों के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। यातायात पुलिस सभी नागरिकों से अपील करती है कि वह निर्धारित लेन में ड्राइविंग करें तथा स्पीड लिमिट में वाहन चलाएँ एवं किसी भी प्रकार की सड़क दुर्घटना से बचने के लिए निर्धारित समय से पहले यात्रा के लिए निकले।
इसी प्रकार दोपहिया वाहन चालक सदैव हेलमेट का प्रयोग करें ताकि यातायात प्रभावी संचालन एवं नागरिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। गौरतलब है कि शहर में चिन्हित दुर्धटना संभावित क्षेत्र (ब्लैक स्पॉट) पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने से हादसों में कमीं आई है। ब्लैक स्पॉट पर रोड मार्किंग , रोड साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर, सड़क के किनारे ग्रिल लगवाना, बैरिकेड्स आदि किए जाने से इस साल महज 13 हादसे ही हुए। जबकि साल-2023 में ब्लैक स्पॉट पर 20 हादसे हुए थे।